यूजीसी उत्कृष्टता प्रशस्ति पत्र का आवेदन आमंत्रित
यूजीसी ने युवा शोधकर्ताओं को सम्मानित करने के लिए पीएचडी उत्कृष्टता प्रशस्ति पत्र की शुरुआत की है। सभी विश्वविद्यालयों से नामांकन आमंत्रित किए गए हैं, जो 1 जनवरी 2024 से 31 दिसंबर 2024 के बीच पीएचडी...
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रांची, विशेष संवाददाता। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने पीएचडी डिग्री प्राप्त करने के लिए अध्ययन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए युवा शोधकर्ताओं को सम्मानित करने के लिए- पीएचडी उत्कृष्टता प्रशस्ति पत्र, की शुरुआत की है। इसके लिए यूजीसी ने देशभर के सभी केंद्रीय विश्वविद्यालय, राजकीय विश्वविद्यालय, निजी विश्वविद्यालय और डीम्ड विश्वविद्यालयों से शोधकर्ताओं के नामांकन आमंत्रित किए हैं। विश्वविद्यालयों को 1 जनवरी 2024 से 31 दिसंबर 2024 तक दीक्षांत समारोह में पीएचडी डिग्री से सम्मानित शोधार्थियों को पीएचडी उत्कृष्टता प्रशस्ति पत्र के लिए नामांकित करने को कहा गया है। नामांकन जमा करने की अंतिम तिथि 31 मार्च है। पीएचडी उत्कृष्टता प्रशस्ति पत्र का उद्देश्य नए ज्ञान के निर्माण में योगदान देने वाले पीएचडी शोध प्रबंधों को मान्यता देना, शोध और नवाचार को प्रोत्साहित करना है। यूजीसी ने पीएचडी उत्कृष्टता प्रशस्ति पत्र की शुरुआत उन शोध विद्वानों को सम्मानित करने के लिए की है, जिन्होंने मौलिक शोध प्रबंध तैयार किए हैं और शोध के क्षेत्र में नया योगदान दिया है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी)-2020 में उच्च शिक्षा में शोध पर विशेष ध्यान दिया गया है। इसका लक्ष्य एक ऐसा शैक्षिक पारिस्थितिकी तंत्र बनाना जो समाज और अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में अपना योगदान दे सके। इसके लिए उच्च शिक्षा में विशेष रूप से मौलिक शोध कार्य और नवाचार को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया है। इसके लिए विद्यार्थियों को शोध के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
पीएचडी उत्कृष्टता प्रशस्ति पत्र के लिए विश्वविद्यालयों को अधिकतम पांच थीसिस को नामांकित करना होगा, जिसमें पांच विषयों से एक-एक नामांकन होगा। ये विषय हैं- विज्ञान, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी, सामाजिक विज्ञान, भारतीय भाषाएं, वाणिज्य और प्रबंधन। यूजीसी पांच विषयों में से प्रत्येक से दो थीसिस का चयन करते हुए, 10 पीएचडी उत्कृष्टता प्रशस्ति पत्र प्रदान करेगा।
यूजीसी ने विश्वविद्यालयों से अपने शोधकर्ताओं की पीएचडी थीसिस की प्री-स्क्रीनिंग करने और पोर्टल के माध्यम से निर्दिष्ट विषयों के भीतर उम्मीदवारों को नामांकित करने के लिए कहा है। पांच चयन समितियां नामांकित थीसिस का मूल्यांकन करेंगी, प्रत्येक समिति एक संकाय के लिए चयन के लिए जवाबदेह होगी। चयन मानदंड में मौलिकता, प्रकाशन गुणवत्ता, पेटेंट (यदि कोई हो), उचित उद्धरण प्रतिनिधित्व और उनके संबंधित क्षेत्रों में ज्ञान में संभावित योगदान शामिल हैं।
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