बोले रांची: अवैध निर्माण और बढ़े किराए से दुकानदार परेशान
रांची के सेक्टर-1 मार्केट के दुकानदार बढ़े हुए किराए और बुनियादी सुविधाओं के अभाव से परेशान हैं। 450 से अधिक दुकानों वाले इस मार्केट में न तो शौचालय है और न ही पीने के पानी की व्यवस्था। पिछले छह...

रांची, संवाददाता। एचईसी के आवासीय परिसर में वर्ष 1974 से सेक्टर-1 मार्केट संचालित है। यहां 450 से अधिक दुकानें हैं। यहां के दुकानदार बढ़े हुए किराए को लेकर इन दिनों परेशान हैं। परेशानी की वजह सिर्फ बढ़ा किराया ही नहीं, अन्य भी हैं। यहां बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। यहां न तो नगर निगम की ओर से सुलभ शौचालय का निर्माण कराया गया है और न ही पीने के पानी की व्यवस्था है। बाजार के अंदर सड़कों की स्थिति भी खराब है। कुछ सड़कों की मरम्मत हुई, पर ड्रेनेज और नाली का निर्माण ही नहीं किया गया। एचईसी आवासीय परिसर में सेक्टर-1 मार्केट का संचालन होता है। विगत 50 वर्षों से दुकानदार कारोबार करते आ रहे हैं। बताया गया कि 150 से अधिक दुकान लीज पर संचालित हो रही हैं। हालांकि, समय के साथ इनकी संख्या बढ़ रही है। वर्तमान में लगभग 300 अवैध दुकानें सड़क किनारे अवैध रूप से भी संचालित की जा रही हैं।
मार्केट के लिए जगह के बदले एचईसी प्रबंधन स्थाई, अस्थाई और प्लाट के अनुसार किराया वसूलता है। हालांकि, इसमें भी समस्या रही है। वर्ष 2018 में आखिरी बार एचईसी ने किराया जमा लिया था, उस समय अधिकतर लोगों ने अपना कियारा भर दिया था। लेकिन, इधर, पिछले छह वर्ष के बाद एचईसी ने बढ़े हुए दर पर डीपीएस (समय पर बिल का भुगतान नहीं करने पर लगने वाला विलंब शुल्क) जोड़कर 50 हजार रुपए से लेकर 18 लाख रुपए तक का बिल दुकानदारों में भेज दिया है। इससे दुकानदारों में खासा आक्रोश है।
दुकानदारों का कहना है कि उन्हें बढ़े हुए किराए के बारे में जानकारी नहीं दी गई थी। वहीं, 2018 के बाद एचईसी ने ही बिल भेजना और जमा करना बंद कर दिया था। अब छह साल बाद बिल भेजा गया, उसपर भी डीपीएस लगा दिया गया। दुकानदरों का कहना है कि बिल से तीन गुणा तो डीपीएस चार्ज है। एचईसी को पूराने रेट पर बिना डीपीएस और अन्य चार्ज लगाकर दोबारा बिल भेजना होगा, तब वे बिल का भुगतान करेंगे।
अवैध निर्माण से स्थाई दुकानदार परेशान
एचईसी परिसर में सड़क किनारे लगातार अवैध निर्माण किए जा रहे हैं। लोग उसमें या तो खुद दुकान खोल रहे हैं, या फिर से किराया में लगाकर तीन से पांच हजार प्रतिमाह की कमाई कर रहे हैं। लीज वाले दुकानदारों का कहना है कि वर्ष 1974 में जब वे लोग सड़क पर दुकान बना रहे थे, तब एचईसी ने उन्हें सड़क छोड़कर निर्माण करने को कहा था। उसके बाद सभी का लीज बांधा गया। अब कई अवैध निर्माण सड़क किनारे हो गए हैं, उनपर एचईसी प्रबंधन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। अवैध निर्माण वाले बिना एचईसी को रेंट भुगतान किए कमाई कर रहे हैं। वहीं, जिन्होने दुकान को लीज पर ले रखा है वे ग्राहकों की बाट जोहते रह जाते हैं। क्योंकि सभी सामान सड़कों पर ही मिल जाती है। साथ ही स्थाई दुकानदारों को ही रेंट का भुगतान करना पड़ता है। कई लीज वाले दुकानदारों का कहना है कि पहले अवैध दुकानों को हटाया जाए फिर वे रेंट का भुगतान करेंगे।
दो जगह शुल्क, सुविधाए नहीं
सेक्टर-1 मार्केट के दुकानदारों का कहना है कि उन्हें दो जगह शुल्क देना पड़ता और सुविधा दोनों में से किसी से नहीं मिलती। पहला शुल्क वे एचईसी प्रबंधन को अदा करते हैं, जिसमें रेंट से लेकर वाटर टैक्स तक शामिल है। वहीं, दूसरा नगर निगम को हाल्डिंग टैक्स, सफाई शुल्क के रूप में देते हैं। लेकिन सुविधा के नाम पर सार्वजनिक शौचालय, पीने का पानी और सफाई तक कीकोई भी व्यवस्था नहीं है। लोगों ने बताया कि नगर निगम की टीम दस से पंद्रह दिन में कचरे का उठाव करने आती है। सुबह में निगम के सफाईकर्मी काम के नाम पर खानापूर्ती करते है। उनकी परेशानी को देखने और समझने वाला कोई नहीं है।
पार्किंग की नहीं है व्यवस्था: मार्केट में पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। शाम के समय स्थिति और खराब हो जाती है। मार्केट की सड़कों पर सब्जी विक्रेता, ठेले खोमचे और फास्ट फूट स्टॉल लगाते हैं। इससे सड़कों पर लोगों की भीड़ हो जाती है। वाहन खड़ा करने की जगह नहीं होने के कारण लोग सड़कों पर वाहन लगा देते हैं।
बढ़ गई है चोरी की घटना पुलिस का ध्यान ही नहीं
सेक्टर 1 मार्केट में इन दिनों चारी की घटनाएं बढ़ गईं हैं। शाम के समय असामाजिक तत्व राह चलते ग्राहकों और महिलाओं से छिनतई की घटना को अंजाम देते हैं। वहीं, रात होते ही चोर अलबेस्टर की छत तोड़कर चोरी की घटना को अंजाम देते हैं। मार्केट के लोगों ने एचईसी प्रबंधन से दुकानों के ढलाई करने की अनुमती देने की मांग की है। अलबेस्टर की छत तोड़कर चोर आसानी से चोरी की घटना को अंजाम देते हैं।
वहीं, दुकानदारों ने बाजार में पुलिस प्रशासन से लगातार पेट्रोलिंग करने की मांग की है। साथ ही मार्केट परिसर में भी स्मार्ट सिटी के अंतर्गत सीसीटीवी कैमरे लगाने की मांग की है। जिससे चोरी करने वाले लोगों में कुछ तो डर का माहौल बने।
नाली नहीं होने से जलजमाव की स्थिति
मार्केट में कई सड़कें बना दी गईं हैं, लेकिन नाली निर्माण कार्य नहीं हुआ है। वहीं लाईट हाउस बनने से बरसात के समय जगन्नाथपुर वाले क्षेत्र का पुरा पानी सेक्टर 1 में आ जाता है। इससे कई दुकनें जलमग्न हो जाती हैं। पूराने नालों पर अतिक्रमण के कारण उसकी सफाई भी नहीं होती। वहीं नए नाली का निर्माण नहीं होनेे से पूरा ड्रेनेज सिस्टम खराब हो गया है।
संपर्क पथ समेत कई सड़कों की स्थिति खराब
मार्केट के दुकानदारों का कहना है कि हाल के दिनों में कई टूटी सड़कों पर जिम्मेदारों की नजर गई। निर्माण कार्य कराया गया, लेकिन कई अन्य सड़कें अभी भी खराब और जर्जर स्थिति में हैं। साथ ही मार्केट के संपर्क पथ को भी सही कराने की जरूरत है। पेवर ब्लॉक रहने से बारिश के दिनों में लोगों को काफी सुविधा होगी।
सार्वजनिक शौचालय की नहीं है सुविधा
दुकानदारों का कहना है कि सेक्टर 1 मार्केट में सार्वजनिक शौचालय की सुविधा नहीं है। अभी 450 से अधिक की संख्या में दुकान इस बाजार में हैं। एक हजार से अधिक लोग सीधे तौर पर रोजगार से जुड़े हुए हैं। इनमें कई महिलाएं भी शामिल हैं। वहीं, प्रतिदिन सैंकड़ों लोग इस बाजार में खरीदी के लिए पहुंचते है, लेकिन जरूरत पर शौचालय के लिए भटकते दिखते हैं।
पीने के पानी के लिए एक प्याऊ तक नहीं
सेक्टर 1 मार्केट में पीने के पानी के लिए भी लोग परेशान रहते हैं। यहां एक प्याऊ तक की व्यवस्था नहीं है। हालांकि, पंचमुखी मंदिर के पास एक चापानल और प्याउ है, उसी चापानल पर अधिकतर दुकानदार निर्भर हैं। बताया गया कि 80 प्रतिशत दुकानदारों को पानी के लिए परेशानी उठानी पड़ती है। खासकर गर्मी के दिनों में परेशानी ज्यादा बढ़ जाती है।
बिजली बिल की अलग समस्या
सेक्टर 1 के दुकानदारों का कहना है कि दो साल से अधिक समय से बिजली का बिल नहीं भेजा जा रहा है। बिजली विभाग के कर्मी मीटर रीडिंग लेने भी नहीं आते हैं। यह परेशानी स्मार्ट मीटर लगने के बाद से शुरू हुई है। अगर एक बार में दो साल का बिल दिया जाएगा तो दुकानदार उसका भुगतान कैसे करेंगे। लोगों पर आर्थिक बोझ बढ़ जाएगा। पहले की तहर हर महीने मीटर की रीडिंग लेकर बिल भेजना चाहिए। वहीं, कुछ लोगों ने कहा कि उन्होंने पुराने विधानसभा के पास स्थित बिजली ऑफिस में जाकर बिल जमा करवाया है। वहीं, कई लोगों को 200 युनिट मुफ्त बिजली योजना का लाभ देने की भी बात कही।
समस्याएं
1. छह साल बाद एचईसी ने दुकानदारों को रेंट भेजा, इसमें डीपीएस जोड़ दिया।
2. सेक्टर 1 में अवैध दुकानों के कारण हो रहा लीज दुकानदारों को नुकसान।
3. बढ़ गई है चोरी और छिनतई जैसी घटनाएं, सुरक्षा व्यवस्था का अभाव।
4. बुनियादी सुविधाओं का अभाव, शौचालय न पानी, साफ-सफाई की भी व्यवस्था नहीं।
5. पार्किंग की सुविधा नहीं, नाली नहीं होने से बारिश में जलजमाव की स्थिति।
सुझाव
1. डीपीएस को हटाकर पुराने रेट के अनुसार दोबारा बिल भेजे एचईसी प्रबंधन।
2. सेक्टर 1 से अवैध दुकानों को हटाया जाए, लीज दुकानदारों को दुकान ढलाई की अनुमती हो।
3. चोरी और छिनतई जैसी घटना रोकने के लिए पुलिस प्रशासन सुरक्षा की व्यवस्था करे।
4. नगर निगम सुलभ शौचालय का निर्माण कराए। पानी और साफ सफाई व्यवस्था पर ध्यान हो।
5. एचईसी पार्किंग के लिए जगह चिन्हित करें, नगर निगम नाली का निर्माण कराए।
::: बोले लोग :::
सेक्टर 1 मार्केट में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। साफ-सफाई की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। सैकड़ों की आबादी वाले इस बाजार में एक भी शौचालय नहीं है। जिससे यहां के दुकानदारों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यहां की सड़कें भी जर्जर हैं। दो साल से बिजली बिल भी नहीं दिया गया है।
-सुधीर कुमार
सड़क किनारे अवैध रूप से बने दुकानों के कारण लीज वाले दुकानदार प्रभावित हुए हैं। अवैध निर्माण को एचईसी प्रबंधन हटाए, जिससे लीज वाले दुकानों में रौनक लौेटे।
-प्रमोद मिश्रा
छह साल बाद बढ़ा भाड़ा जोड़कर दिया गया है। बाजार में सुरक्षा की भी व्यवस्था नहीं है। आए दिन चोरी की घटना होती रहती है। एचईसी प्रशासन को सभी अलबेस्टर वाले दुकानों को ढलाई करने की अनुमती देनी चाहिए। प्रशासन की ओर से क्षेत्र में पुलिस पेट्रोलिंग की भी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
-रविशंकर
हमारी दुकान वर्ष 1974 से है। जब हमने सड़क किनारे दुकान बनानी चाही तो एचईसी प्रबंधन ने हमें ऐसा करने से मना किया। अब अवैध रूप से कई दुकानें बन गईं हैं, प्रबंधन मौन है।
-छोटे लाल साहु
सेक्टर 1 मार्केट में चोरी, छिनतई की घटना बढ़ गई है। पुलिस प्रशासन को सुरक्षा के कड़े कदम उठाने होंगे। दुकानदारों को दुकान ढलाई करने की अनुमती भी मिलनी चाहिए।
-हरेंद्र प्रसाद
सेक्टर 1 मार्केट में बुनियादी सुविधाओं का आभाव है। न शौचालय, पानी न ही सफाई की व्यवस्था है। नगर निगम को शौचालय का निर्माण कराना चाहिए। साथ ही सफाई व्यवस्था पर ध्यान देनी चाहिए।
-अजित कुमार
पांच साल का बकाया किराया बढ़ी हुई राशि के साथ मिलने से सभी परेशान है। एचईसी पूर्व तय राशि-40 पैसा प्रति स्क्वायर फीट पर बीना डीपीएस जोड़े बिल दे।
-आर पांडे
दो साल से अधिक समय से बिजली का बिल नहीं भेजा जा रहा है। स्मार्ट मीटर लगने के बाद से परेशानी शुरू हुई है। एक बार में ज्यादा बिल का भुगतान कैसे करेंगे।
-सुनिल कुमार
मार्केट में सार्वजनिक शौचालय नहीं है। वर्तमान में 450 से अधिक दुकानें इस बाजार में हैं। यहां पर सैंकड़ों लोग काम करने आते हैं, इसमें महिलाएं भी होती हैं।
-सुरेंद्र शर्मा
साफ-सफाई समेत नगर निगम को बुनियादी सुविधाएं बढ़ाने की जरूरत है। क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी पुलिस प्रशासन को गंभीर होना होगा।
-अशोक प्रसाद
मार्केट में पार्किंग की सुविधा नहीं है। इससे लोग सड़क पर ही गाड़ी खडा कर खरिदारी करते हैं। शाम के समय अधिक भीड़ होने से लोगों को जाम का सामना करना पड़ता है।
-रविंद्र सिंह
मार्केट में ड्रेनेज सिस्टम नहीं है। नाली निर्माण नहीं होन से बारिश के समय यहां की स्थिति बदतर हो जाती है। ऊपरी जगह से आते गंदा पानी से बाजार की स्थिति खराब हो जाती है।
-जवाहर प्रसाद
सुविधा के नाम पर सार्वजनिक शौचालय, साफ सफाई की भी व्यवस्था नहीं है। निगम कि टीम पंद्रह दिन में कचड़े का उठाव करती है। सुबह में निगम के सफाईकर्मी खानापूर्ती करते है।
-केशव प्रसाद
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