28 फरवरी तक करवा लें KYC, नहीं तो राशन कार्ड से हटेगा नाम; क्या होगा फायदा
रांची जिले के राशनकार्ड धारकों को ई-केवाईसी जल्द कराने को कहा गया है। 28 फरवरी तक ई-केवाईसी नहीं कराने पर राशन कार्ड से नाम हटा दिया जाएगा। रांची की एसओआर मोनी कुमारी ने सभी से ई-केवाईसी की प्रक्रिया तेजी से पूरी करने का निर्देश दिया है।
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रांची जिले के राशनकार्ड धारकों को ई-केवाईसी जल्द कराने को कहा गया है। 28 फरवरी तक ई-केवाईसी नहीं कराने पर राशन कार्ड से नाम हटा दिया जाएगा। रांची की एसओआर मोनी कुमारी ने सभी से ई-केवाईसी की प्रक्रिया तेजी से पूरी करने का निर्देश दिया है। ई-केवाईसी ऑनलाइन, प्रज्ञा केंद्रों और राशन डीलरों के साथ कराया जा सकता है।
जिले में ई-केवाईसी का काम अभी 57 प्रतिशत ही हुआ है। सभी राशनकार्ड धारकों को अपना आधार सीडिंग भी कराना होगा। इसके लिए लाभुकों को सीडिंग कराने का निर्देश दिया गया है। जिले में अभी 63 फीसदी आधार सीडिंग हो सका है। ई-केवाईसी के लिए राशन कार्ड में परिवार के जिन सदस्यों का नाम दर्ज है, उनका आईडी प्रूफ, पते का प्रमाण, आधार नंबर और अन्य दस्तावेज ऑनलाइन देकर ई-केवाईसी कराना होता है। लोग इसे अपने घर से ऑनलाइन और प्रज्ञा केंद्रों से जाकर करा सकते हैं।
हालांकि, सुरक्षा के दृष्टिकोण से अपने डीलरों के पास जाकर केवाईसी कराने को कहा जा रहा है। पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करने के बाद लाभुकों की ओर से दी गई जानकारी को सत्यापित किया जाता है। राशन कार्ड ई-केवाईसी से यह निश्चित हो जाता है कि राशन कार्डधारक के परिवार में शामिल सभी सदस्यों को राशन कार्ड योजना का लाभ दिया जा रहा है। इसी के साथ सरकार और राशन कार्डधारक के बीच राशन दुकानदार भी किसी प्रकार से धोखाधड़ी नहीं कर पाता है।
ई-केवाईसी से लाभ
धोखाधड़ी की रोकथाम: यह सुनिश्चित होता है कि राशन कार्ड का उपयोग सिर्फ सही और योग्य लोगों ही कर रहे हैं।
सटीकता: राशन कार्डधारकों के विवरण को सटीक और अद्यतन रखा जा सकता है।
सरलता: डिजिटल प्रक्रिया होने के कारण यह सरल और तेज है, जिससे लाभुकों को कम समय में सेवा मिलती है।
पारदर्शिता: यह प्रक्रिया पारदर्शी होती है और किसी भी प्रकार की अनियमितताओं को रोकने में मदद करती है।