मार्च पहले सप्ताह मिल सकता है भाजपा को नया जिलाध्यक्ष
सदस्यता अभियान में फिसड्डी साबित हो चुका है रामगढ़, निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध 10 फीसदी ही सदस्य बनाए गए, मंडल अध्यक्ष और प्रतिनिधि के बाद जिलाध्यक्ष
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रामगढ़, अंकित कुमार। आम चुनाव में भाजपा का मजबूत किला कहे जाने वाला रामगढ़ सांगठनिक कार्यों में पिछड़ता दिख रहा है। रामगढ़ जिला में लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा को बंपर वोट मिलती है। विधानसभा चुनाव में भी पार्टी का प्रदर्शन हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र में शानदार रहा है। सांगठनिक कार्यों में जिला भाजपा फिसड्डी साबित हो रही है। रामगढ़ जिला को दो लाख नए सदस्य बनाने का लक्ष्य मिला था। इसके विरुद्ध अब तक करीब 20 हजार ही सदस्य बनाए जा सके हैं। जबकि सदस्यता अभियान की तिथि कब की खत्म हो चुकी है। इसके बावजूद प्रदेश को अब तक रिपोर्ट नहीं भेजी जा सकी है। खराब प्रदर्शन को लेकर प्रदेश में तीन जिला की किरकिरी हो चुकी है। इसमें रामगढ़ भी शामिल है। भाजपा सूत्रों के अनुसार सदस्यता अभियान 12 फरवरी तक संपन्न हो था। जिसे बाद में 20 फरवरी तक के लिए बढ़ाया गया। भाजपा के सूत्र बताते हैं कि मंडल अध्यक्ष और प्रतिनिधि का चुनाव 28 फरवरी तक और जिलाध्यक्ष और प्रतिनिधि का चुनाव मार्च पहले सप्ताह तक संपन्न करना है।
ऐसे होती है भाजपा की सांगठनिक चुनाव प्रक्रिया
भाजपा की चुनाव प्रक्रिया का शुभारंभ बूथ अध्यक्ष से होता है। इसके लिए संबंधित बूथ में कम से कम 50 प्राथमिक सदस्य का होना आवश्यक है। प्राथमिक सदस्यों का मनोनयन सक्रिय सदस्य करते हैं। जिन्हें पार्टी में काम करने का कम से कम तीन वर्ष का अनुभव हो। प्राथमिक सदस्यों में बूथ अध्यक्ष सहित 11 सदस्य बनाए जाते हैं। इसके बाद कम से कम 50 फीसदी बूथ कमेटी बनने के पर मंडल अध्यक्ष और मंडल प्रतिनिधि का चुनाव होता है। इसमें वोटिंग की पात्रता बूथ अध्यक्ष और सक्रिय सदस्य रखते हैं। यही फार्मूला जिलाध्यक्ष चुनाव के लिए भी लागू होता है। कम से कम 50 फीसदी मंडल अध्यक्ष और प्रतिनिधि का चुनाव होने पर जिलाध्यक्ष और जिला प्रतिनिधि का चुनाव होता है। इसके लिए मंडल अध्यक्ष और मंडल प्रतिनिधि वोटिंग की पात्रता रखते हैं। यह फार्मूला प्रदेश अध्यक्ष चुनाव के लिए भी लागू होता है।
- विवाद की स्थिति में बंद लिफाफे में लिया जाता है नाम
भाजपा सांगठनिक चुनाव के दौरान पहले सर्वसम्मति बनाने की कोशिश होती है। इसके बाद वोटिंग प्रक्रिया कराई जाती है। इसके बावजूद विवाद की स्थिति में पर्यवेक्षक वोटिंग के लिए योग्य नेताओं से बंद लिफाफे में पसंदीदा का नाम मांगते हैं। जिसे आलाकमान को भेज दिया जाता है। बाद में घोषणा आलाकमान ही करती है।
सदस्यता अभियान का रिपोर्ट सभी स्थानों से नहीं आया है। सभी रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद ही कुल सदस्य और सक्रिय सदस्यों की संख्या बताई जा सकती है। इसके अलावा प्राथमिक सदस्यों का सत्यापन अंतिम चरण में है। एक-दो दिन में सबकुल फाइनल हो जाएगा। इसके बाद आगे चुनाव की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। -प्रवीण मेहता, भाजपा जिलाध्यक्ष, रामगढ़।
भाजपा ने मुझे संगठन चुनाव को लेकर रामगढ़ जिला पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। निर्धारित समय पर सभी चुनाव प्रक्रिया संपन्न करने की कोशिश होगी। इसे लेकर जल्द शेड्युल जारी किया जाएगा। समय पर सदस्यता अभियान का कार्य पूर्ण नहीं होने सहित कुल प्राथमिक और सक्रिय सदस्यों की जानकारी जिलाध्यक्ष दे पाएंगे। - सुदर्शन भगत, जिला पर्यवेक्षक, रामगढ़।
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