पलामू के 245 स्कूलों में गठन नहीं हो सका है इको क्लब
पलामू में सभी सरकारी स्कूलों में इको क्लब का गठन नहीं हो सका है, जबकि 2022 में इसका निर्देश दिया गया था। जिले के 2564 सरकारी स्कूलों में से 245 स्कूलों में इको क्लब का गठन नहीं हुआ। जिला शिक्षा...

मेदिनीनगर, प्रतिनिधि। पलामू के सभी सरकारी स्कूलों में इको क्लब का गठन नहीं हो सका है। जबकि वर्ष 2022 में इको क्लब का गठन कर लेने का निर्देश स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने दी थी। जिले में 2564 सरकारी स्कूल संचालित है,इसमें 245 स्कूलों में इको क्लब का गठन नहीं हो सका है। जिन स्कूलों में इको क्लब का गठन नहीं हो सका है,वैसे स्कूलों में जल्द इको क्लब का गठन कर लेने का निर्देश जिला शिक्षा पदाधिकारी ने दिया है। समग्र शिक्षा अभियान के एपीओ उज्जवल मिश्रा ने कहा कि इको क्लब का गठन का मुख्य उदेश्य स्कूलों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को पर्यावरण शिक्षा गतिविधियों के समझ और कौशल को बढ़ाकर उन्हें अपने आसपास के पर्यावरण के प्रति जागरूक और जिम्मेदार बनाना है। जिला शिक्षा पदाधिकारी सह जिला कार्यक्रम समन्वयक सौरभ प्रकाश ने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सह प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारियों को इस संबंध में पत्र जारी किया है। जारी पत्र में कहा गया है कि नई शिक्षा नीति 2020 के निहित प्रावधानों के अंतर्गत सभी विद्यालयों में स्वच्छता, जल संरक्षण एवं पर्यावरण जागरूकता को प्रभावी बनाने के लिए स्कूलों में इको क्लब का गठन करना था,परंतु जिले के सभी स्कूलों अब तक गठन नहीं किया गया है। साथ ही कक्षा एक से पांचवीं कक्षा एक से आठ एवं कक्षा एक से 12वीं तक के स्कूलों के लिए क्रमश: 3500 रुपए, एक हजार और 1500 रुपए आवंटित किया गया है। उक्त राशि का उपयोग स्कूलों में उच्च गुणवता के ग्राफ्टेड पेड़ लगाने का निर्देश दिया गया है। जिसका समुचित उपयोग कर व्यय की राशि का समायोजन का अद्यतन प्रतिवेदन कार्यालय में अब तक अप्राप्त है। उन्होंने स्कूलों में अद्यतन प्रतिवेदन संकुल साधन सेवी के माध्यम से समर्पित करने का निर्देश दिया है।
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