झारखंड में फिर गरजा बुलडोजर, तोड़ी गईं 38 दुकानें; क्या थी वजह
- शनिवार को झारखंड के चक्रधरपुर में हेमंत सोरेन स

चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन के पास मिनी मार्केट सहित 38 दुकानों को तोड़ने का अभियान शनिवार को भी जारी रहा। लगभग 2 बजे तक मिनी मार्केट को तीन जेसीबी के जरिए धाराशायी कर दिया गया।
शुक्रवार देर शाम तक 7 दुकानों को तोड़े जाने के बाद शनिवार को भी रेलवे के आला अधिकारियों के द्वारा जिला प्रशासन की ओर से नियोजित दंडाधिकारी सीओ सुरेश कुमार सिन्हा, चक्रधरपुर थाना प्रभारी राजीव रंजन, आरपीएफ के थाना प्रभारी विक्रम सिंह के साथ आरपीएफ के बड़ी संख्या में जवान, कोरस कमांडो, जिला पुलिस बल के कड़ी सुरक्षा के बीच तीन जेसीबी मशीनों के जरिए 12 बजे से दुकानों को तोड़ने का अभियान शुरू किया गया।
ऐसे शुकवार को ही अधिकांश दुकानदारों ने अपनी दुकानें खाली करके सामानों को समेट कर सुरक्षित स्थानों में स्थानांतरण कर दिया था। लेकिन ज्ञान गंगा स्टेशनरी शॉप, राय कैंटीन सहित रनिंग रूम के सामने शटर बंद एक दुकान को नहीं हटाया गया था। मिनी मार्केट के लगभग सभी दुकानों से सामान निकाल लिए गए थे। कुछ दुकानों में रखे गए आलमारी, टेबुल गैस चूल्हा, टीवी इत्यादि को दुकानों से बाहर निकालकर सड़क पर ढेर लगाकर निजी वाहनों के जरिए सुरक्षित स्थानों में ले जाया गया। मौके पर एईएन राजीव कुमार, आईओडब्ल्यू ईस्ट मनीष कुमार सहित अन्य कई विभागों के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे। दोपहर को पार्सल कार्यालय के सामने स्थित भरत होटल सहित अन्य दुकानों को तोड़ा गया।
पांचमोड़ से भी हटेगा अतिक्रमण
चक्रधरपुर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मिनी मार्केट सहित स्टेशन के आसपास 38 दुकानों को हटाने के बाद पांचमोड़ क्षेत्र से अतिक्रमण हटाया जाएगा। ऐसे पांचमोड़ क्षेत्र के दुकानदारों को दुकान खाली कराने का नोटिस दे दिया गया। इसके लिए रेलवे की ओर से मापजोख कर एरिया चिह्नित कर दिया गया है। स्टेशन के जीआरपी थाना के सामने का क्षेत्र सर्कुलेटिंग एरिया के तौर पर तब्दील किया जाएगा।
स्टेशन के पास बनेंगे दो गोल चौराहे अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन को करोड़ों रुपये की लागत से विश्वस्तरीय बनाने का कार्य लगातार जारी है। अधिकारी ने बताया कि रेल मंत्रालय से इस योजना के तहत चल रहे कार्यो को तय समय सीमा के बीच पूरा करने का निर्देश प्राप्त होने के बाद अमृत भारत स्टेशन योजना के विकास में रोड़ा बन रहे स्टेशन के पास के 38 दुकानों को तोड़ने का अभियान शुरू किया गया था। रेलवे ने इन दुकानों को 18 जनवरी तक हर हाल में तोड़ने की ठान लिया था।