अपहरण में हिरासत में लिए गए हारून को पुलिस ने बड़बिल में छोड़ा
ओडिशा के बड़बिल में अपहरण के मामले में हारुन राशिद को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन उसके खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिलने पर उसे छोड़ दिया गया। हारुन ने अपने जिम के सीसीटीवी फुटेज पुलिस को दिए, जिसमें उसकी...

ओडिशा में दो करोड़ के अपहरण में पकड़े गये आजादनगर निवासी हारुन राशिद को ओडिशा के बड़बिल ले जाने के बाद शनिवार की शाम छोड़ दिया गया। उसके खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिला। उसने अपने जिम के सीसीटीवी फुटेज पुलिस को सौंप दिये। उस फुटेज में घटना के बाद से उसके जमशेदपुर में होने की पुष्टि हुई। हारुन के परिवार के लोगों ने बताया कि जिस तिथि पर जाने की बात की जा रही, उस दिन हारुन रांची गया ही नहीं था। उसने पूछताछ में पूरा सहयोग किया। वह जिम का संचालक है, जहां सीसीटीवी लगा हुआ है। उसमें हारुन को देखा जा सकता है। हारुन को बुधवार रात करीब 10 बजे जिम से ही हिरासत में लिया गया था। उसके बाद गुरुवार को उसे यह कहते हुए छोड़ दिया गया कि उसे पूछताछ के लिए लाया गया था। उसके छोड़ने के बाद गुरुवार की रात में उसे मानगो थाना बुलाया गया उसके बाद शुक्रवार की रात उसे पुलिस बड़बिल ले गयी थी।
यह है मामला
12 फरवरी को बड़बिल में ग्रेवाल माइनिंग एंड मेटल्स के उपाध्यक्ष निमानंद प्रधान का अपहरण कर लिया गया था। प्रधान की पत्नी ने बड़बिल थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। लेकिन बाद में मामला अपहरण का उजागर हुआ। निमानंद 12 जनवरी की शाम करीब 7 बजे अपनी कार से ऑफिस से निकले थे। वे अपने ड्राइवर मोहम्मद फिरोज के साथ थे। वे जब देर शाम तक घर नहीं लौटे और उनका फोन भी बंद हो गया। परिवार के सदस्यों ने तलाश शुरू की, लेकिन प्रधान का पता नहीं चल सका। स्थानीय लोगों ने दावा किया कि उन्होंने कार को बेलकुंडी रोड के माध्यम से झारखंड की ओर जाते देखा। उसके बाद से ही ओडशा पुलिस की टीम रांची और जमशेदपुर में कैम्प कर रही थी।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।