झारखंड आंदोलनकारी को पांच माह से पेंशन नहीं, आर्थिक संकट से जुझ रहा परिवार
डुमरिया प्रखंड के छामड़ाघुटू गांव के झारखंड आंदोलनकारी कुनू महाली को पांच महीनों से पेंशन नहीं मिल रही है। वे विकलांग और अस्वथ्य हैं, जिसके कारण आर्थिक परेशानियों का सामना कर रहे हैं। झारखंड अलग राज्य...
डुमरिया। डुमरिया प्रखंड अंतर्गत बड़ाकांजिया पंचायत के छामड़ाघुटू गांव के झारखंड आंदोलनकारी कुनू महाली को पांच माह से पेंशन नहीं मिलने के कारण आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वे शारीरिक तौर पर विकलांग और अस्वथ्य है। झारखंड आंदोलनकारी विकलांग कुनु महाली झारखंड अलग राज्य के आंदोलन के दौरान के काफी लंबी लड़ाई थी । आंदोलन के दौरान उनकी भूमिका काफी सक्रिय रही थी। उनका जुझारपन को कभी भूलाया नही जा सकता है। लेकिन दिव्यांगिता के कारण आज उनकी दोनों पैर एवं हाथ कमजोर पड़ गया है। दिव्यांग होने के कारण उन्हे कोई रोजगार भी नही मिल रहा है। झारखंड राज्य चिन्हितीकरण आयोग के अधिकारी द्वारा आंदोलनकारी के रुप में चिन्हित किए जाने के बाद उन्हे हर माह तीन हजार रूपये पेंशन मिल रहें थे। लेकिन पेंशन पांच से बंद हैं। जिसके कारण परिवार के समक्ष खाने को लाले पड़ गये है।
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