सुझबुझ से यात्रियों ने बचाई बस चालक की जान, सुरक्षित (संपादित)
फोटो संख्या एक: चालक को सीपीआर देते यात्री शुक्रवार को जिला मुख्यालय से रांची जा रही एक यात्री बस के चालक की जान सवार यात्रियों ने सुझबुझ से बचायी।

गढ़वा, प्रतिनिधि। शुक्रवार को जिला मुख्यालय से रांची जा रही एक यात्री बस के चालक की जान सवार यात्रियों ने सुझबुझ से बचायी। उक्त बस यात्रियों को लेकर सुबह करीब नौ बजे जिला मुख्यालय से चली थी। शनिवार को घटना की चर्चा जिलेभर में होती रही। जिला मुख्यालय से करीब 13 किमी की दूरी तय करने के बाद गढ़वा-शाहपुर सड़क पर तहले नदी पुल पर यह घटना घटी। बस चलाने के दौरान ही चालक वीरेंद्र पांडेय को हार्ट अटैक आ गया। उस समय वाहन की स्पीड करीब 60-70 के करीब होगी। हार्ट अटैक आते ही चालक बस से नियंत्रण खोने लगा था। बस झटका देकर चलने लगी थी। बस पर सवार यात्रियों ने बताया कि बस मे करीब 50-60 यात्री सवार थे। बस एजेंट जग्गु चौबे ने बताया कि चालक की स्थिति ठीक है।
यात्रियों ने बताया कि हार्ट अटैक आने के पांच-दस सेकंड में ही चालक ने पुल पार कर दिया। उसके बाद चालक बेहोश हो गया। यह देख ड्राइवर के पास वाली सीट पर बैठे प्रो मनीष तिवारी, राजीव भारद्वाज ने स्थिति को भांपते हुए तत्काल डॉक्टर निशांत सिंह से फोन पर संपर्क कर घटना की जानकारी दी। डॉ निशांत ने चालक को सीपीआर तत्काल देने की सलाह दी। डॉक्टर के निर्देशानुसार राजीव भारद्वाज, उपेंद्र सिंह (कंडक्टर), संतोष कुमार नामक यात्रियों ने चालक के मूंह में मूंह सटाकर सांसें भरनी शुरू कर दी। चेस्ट पर पंपिंग करने लगे। उस दौरान कुछ सेंकेंड के लिए चालक की धमनी और सांसें भी रूकी हुई थी। पंपिंग के कारण चालक की टूट रही सांसें वापस आ गई। वह अचेतावस्था से बाहर आ गया। चिकित्सकों के अनुसार चालक की स्थिति खतरे से बाहर है। उसे होश आने के बाद बस का सह चालक गाड़ी लेकर धीरे- धीरे डाल्टनगंज की ओर बढ़ने लगा ताकि ड्राइवर का समुचित इलाज किया जा सके। बस पर सवार प्रो मनीष ने बताया कि तबतक उन्होंने अपने छोटे भाई को तत्काल कार लेकर पहुंचने को कहा। गढ़वा-मेदिनीनगर सड़क पर बरांव गांव के पास भाई अमित तिवारी कार लेकर पहुंचने के बाद ड्राइवर को मेदिनीनगर के एक निजी अस्पताल में ले जाकर भर्ती कराया। मनीष ने बताया कि अस्पताल पहुंचने के बाद चिकित्सक ने उसे खतरे से बाहर बताया। डॉक्टर ने बताया कि सुझबुझ का परिचय देते हुए सीपीआर देने के कारण ड्राइवर को बचाया जा सका। उधर बस को दूसरे चालक व सह चालक लेकर रांची के लिए रवाना हो गए। बकौल मनीष मेदिनीनगर के नारायण सुपर स्पेस्लिटी अस्पताल के चिकित्सक डॉ सचिन ने कहा कि चालक को हर्ट अटैक आया था। यात्रियों के समय पर पंपिंग करने से उसकी जान बच सकी है। वहीं गढ़वा के चिकित्सक डॉ निशांत को यात्रियों ने वस्तुस्थिति से अवगत कराया तो उन्होंने भी हर्ट अटैक आने की ही संभावना जता तत्काल पंपिंग करने की सलाह दी थी।
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