झारखंड में ATS ने एक महिला समेत चार संदिग्ध आतंकियों को धर दबोचा, मिले कौन से हथियार
पुलिस ने संदिग्ध आतंकियों के पास से दो पिस्तौल, 12 कारतूस, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट और प्रतिबंधित संगठनों का साहित्य बरामद किया गया है। झारखंड पुलिस के अनुसार गैर कानूनी गतिविधियों के चलते हिज्ब-उत-तहरीर को पिछले साल 10 अक्तूबर को प्रतिबंधित कर दिया गया था

झारखंड एटीएस को शनिवार को उस वक्त बड़ी सफलता मिली, जब उसने धनबाद से एक महिला समेत चार संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का कहना है कि ये चारों के हिज्ब-उत-तहरीर, AQIS (भारतीय उपमहाद्वीप में अल कायदा) और ISIS जैसे अन्य कई आतंकी संगठनों से जुड़े हुए थे। इस बारे में एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए एटीएस ने बताया कि आंतंकी संगठनों से जुड़े ये चारों आरोपी अवैध हथियारों के कारोबार और देश विरोधी गतिविधियों में शामिल थे।
एटीएस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान गुलफाम हसन (उम्र- 21 साल), अयान जावेद (उम्र- 21 साल), शहजाद आलम (उम्र- 20 साल) और शबनम परवीन (उम्र- 20 साल) के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके पास से दो पिस्तौल, 12 कारतूस, मोबाइल फोन और लैपटॉप जैसे इलेक्ट्रॉनिक गैजेट और भारी मात्रा में प्रतिबंधित संगठनों का साहित्य बरामद किया गया है।
एटीएस ने गुप्त सूचना के आधार पर इस कार्रवाई को अंजाम दिया। एटीएस का कहना है कि प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों से जुड़े कुछ संदिग्ध आतंकी राज्य के अन्य युवकों को अपने नेटवर्क से जोड़कर सोशल मीडिया एवं अन्य माध्यमों के द्वारा गुमराह कर रहे हैं और धार्मिक कट्टरता को बढ़ावा देते हुए राष्ट्र विरोधी गतिविधियों का संचालन कर रहे थे।
गिरफ्तार आरोपियों में से गुलफाम हसन धनबाद के बैंकमोड़ थाने के अलीनगर का रहने वाला है। वहीं अयान जावेद भूली थाने की अमन सोसायटी का रहने वाला है। जबकि शहजाद आलम अमन सोसायटी के गेट नंबर 4 का रहने वाला है। मिनहाज आलम भूली बायपास के पास स्थित अमन सोसायटी के गेट नंबर 4 में रहता है। शबनम परवीन बैंकमोड़ थाने के पास स्थित शमशेर नगर स्थित गली नंबर 3 का रहने वाला है।
झारखंड पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार गैर कानूनी गतिविधियों के चलते हिज्ब-उत-तहरीर को 10 अक्तूबर सन 2024 में UAPA के तहत प्रतिबंधित किया गया था और बैन लगने के बाद यह देश में पहला मामला है, जब इससे जुड़े लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
