राम कथा में भगवान शिव और सती की कथा सुनाई
चिरकुंडा/ पंचेत में आयोजित श्री श्री 108 हरिहर और मां दुर्गा प्राण प्रतिष्ठा महायज्ञ में कथावाचक पूज्य दिव्या देवी ने सती चरित्र का वर्णन किया। उन्होंने बताया कि कैसे सती ने भगवान शंकर को पाने के लिए...

चिरकुंडा/ पंचेत, हिटी। तालडांगा आवासीय कॉलोनी में आयोजित श्री श्री 108 हरिहर एवं मां दुर्गा प्राण प्रतिष्ठा महायज्ञ में कथावाचक पूज्य दिव्या देवी (वृंदावन) ने श्रीराम कथा के दूसरे दिन सती चरित्र का वर्णन किया। कहा कि सती को संशय हुआ। जिस कारण से भगवान शंकर ने सती का त्याग कर दिया। पिता दक्ष के यज्ञ में आकर सती जी ने अपनी देह का त्याग कर दिया। दूसरे जन्म में सती हिमाचल की पुत्री पार्वती जी के रुप में प्रकट हुई और नारद जी के वचनों को मान करके भगवान शंकर को प्राप्त करने के लिए कठिन तपस्या किया। जिससे प्रसन्न होकर ब्रह्मा जी ने पार्वती जी को आशीर्वाद दिया कि भगवान शंकर उन्हें प्रतिरुप में प्राप्त होंगे। उन्होंने कहा कि भगवान शंकर और मैया पार्वती जी के विवाह का विस्तार से वर्णन किया। शिव पार्वती के चरित्र से यह ज्ञात होता है कि दांपत्य जीवन में यदि श्रद्धा विश्वास दोनों अपने स्थान पर है। यदि धर्मपत्नी श्रद्धावन है, पति का विश्वास परिपक्व है तो श्रद्धा का विवाह विश्वास के साथ हुआ। भगवान शंकर विश्वास और मैया पार्वती श्रद्धा का ही स्वरूप हैं। मौके पर किरण, श्रुति, लक्ष्मी, आशा, मुस्कान, नीतू, साक्षी, रिया, अंजली, छोटी, कृष्णा सिंह, शशिभूषण तिवारी, मधुसूदन तिवारी, वरुण दे, पप्पू सिंह, राजेश शर्मा, जेपी सिंह, मोनू मिश्रा, बाबा मिश्रा, बंटी ओझा, राजेश श्रीवास्तव, प्रवीण यादव, बमभोल, बाबू, मनीष गुप्ता, लालबाबू सिंह, प्रकाश सिंह, निशिकांत मिश्रा, मनीष, अखिलेश सिंह, कुणाल, विशाल, आयुष, निखिल आदि थे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।