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साइबर ठगी से करोड़ों की संपत्ति बनाने वाला किशोर गिरफ्तार

देवघर जिले के सारठ थाना क्षेत्र के बभनगवां गांव में एक किशोर ने चार साल में साइबर अपराध से करोड़ों की संपत्ति अर्जित की। पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया, लेकिन साक्ष्य के अभाव में उसे रात में परिजनों के...

Newswrap हिन्दुस्तान, देवघरSat, 26 April 2025 04:33 AM
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साइबर ठगी से करोड़ों की संपत्ति बनाने वाला किशोर गिरफ्तार

देवघर। जिले के सारठ थाना क्षेत्र के बभनगवां गांव से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक किशोर ने महज चार साल में साइबर अपराध के जरिए अकूत संपत्ति अर्जित कर ली। पुलिस ने हाल ही में इस किशोर को पकड़ कर देवघर साइबर थाना को सौंपा था, लेकिन पकड़ने के वक्त किशोर ने चालाकी दिखाते हुए अपने पास मौजूद वह मोबाइल फेंक दिया, जिसमें साइबर अपराध से जुड़े सारे साक्ष्य मौजूद थे। नतीजा यह रहा कि पुलिस को उसके पास से कोई भी ठोस सबूत बरामद नहीं हो सका। पकड़ने की कार्रवाई एक विशेष छापेमारी अभियान के तहत की गई थी, जिसमें किशोर के बड़े भाई को भी गिरफ्तार किया गया। पुलिस की पूछताछ के बाद बड़े भाई को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। वहीं, किशोर को उसके नाबालिग होने और साक्ष्य के अभाव में देर रात 11 बजे उसके परिजनों के हवाले कर दिया गया। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, यह किशोर अपने बड़े भाई के साथ मिलकर बीते चार वर्षों से संगठित साइबर ठगी में संलिप्त था। इस दौरान उसने करोड़ों की संपत्ति अर्जित कर ली। गांव में उसका पुराना खपरेल का घर अब भूतकाल की बात हो चुका है। उसकी जगह अब आलीशान मकान बनवाया गया है। यही नहीं, किशोर के नाम पर या उसके परिजनों के नाम पर कई गाड़ियां भी खरीदी गई हैं, जिनमें महंगी कारें शामिल हैं। बताया जा रहा है कि उसने सिर्फ बभनगवां में ही नहीं, बल्कि अन्य स्थानों पर भी संपत्ति निवेश किया है। लोगों का कहना है कि अचानक किशोर और उसके परिवार की आर्थिक स्थिति में जबरदस्त बदलाव आने लगा था। कभी सामान्य परिवार माने जाने वाले इस घर में अचानक से महंगी गाड़ियां आना और घर के बार-बार निर्माण-कार्य ने सबका ध्यान खींचा। लेकिन कोई भी यह नहीं सोच पाया कि इसके पीछे साइबर अपराध का जाल बिछा है। हालांकि पुलिस की इस कार्रवाई के बाद भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं। सबसे बड़ा सवाल यही है कि आखिर क्यों एक करोड़ों की ठगी में संलिप्त किशोर को इतनी आसानी से छोड़ दिया गया? क्या पुलिस के पास पर्याप्त साक्ष्य नहीं थे या फिर मामला किसी दबाव का शिकार हो गया? अब देखना यह है कि क्या पुलिस इस किशोर के खिलाफ आगे और कोई ठोस कार्रवाई कर पाएगी या फिर यह मामला भी समय के साथ दबा दिया जाएगा।

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