बोले बोकारो: फुटपाथ दुकानदारों को स्थायी जगह मिले तो बढ़े कारोबार
बोकारो स्टील सिटी के सिटी सेंटर में 500 से अधिक फुटपाथी दुकानदार हैं जो अतिक्रमण के डर से जूझ रहे हैं। दुकानदार स्थायी दुकान के लिए जमीन की मांग कर रहे हैं लेकिन बीएसएल प्रबंधन उनकी मांग पर ध्यान नहीं...
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बोकारो स्टील सिटी सेंटर सेक्टर 4 सिटी सेंटर में पांच सौ से अधिक फुटपाथी दुकानदार हैं। यहां के दुकानदारों को बुलडोजर से डर लगता है। फुटपाथी दुकानदारों को अतिक्रमणकारी कहा जाता है। दुकानदार स्थाई दुकान के लिए जमीन का आवंटन चाहते है, लेकिन बीएसएल प्रबंधन की ओर से जमीन का आवंटन नहीं किया जा रहा है। सरकार जब भी अतिक्रमण अभियान चलाती है,यहां के दुकानदारों को हटा देती है। हलांकि कुछ दिन बाद दुकानदार यहीं लगा भी देते है। यहां के दुकानदारों को बैंक से लोन भी नहीं मिलता। सरकार अगर दुकानदारों को दुकान के लिए जमीन आवंटन कर दें तो दुकानदारी और आसान हो जाएगी। स्थाई जगह मिलेगा तो कारोबार करना और आसान हो जाएगा। बोकारो इस्पात नगर के सिटी सेंटर सेक्टर चार के फुटपाथी दुकानदार अपना दुखड़ा सुनाए तो किसे? कौन है जो उनकी समस्याओं का समाधान करेंगे? इन प्रश्नों के साथ यहां के फुटपाथी दुकानदार अपना दर्द बयां किए। दुकानदारों ने बताते है कि कब किसके दुकान पर विभागीय तोड़-फोड़ कर दिया जाए, यह कोई नहीं जानता। बीएसएल प्रबंधन कई बार दुकानदारों को उजाड़ने की बात कह चुके हैं । यहां पर स्थापित पांच सौ से अधिक दुकानदार बोकारो के अर्थव्यवस्था में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है । कहा कि हम दुकानदारों पर अतिक्रमणकारी का लेबल लगाया गया है। जबकि, हम बोकारो इस्पात प्रबंधन से आवंटित करने के लिए गुहार लगा रहे है। दुकानदार चाहते हैं कि बोकारो इस्पात प्रबंधन इसके लिए में निश्चित राशि तय करके जगह दें। इसके लिए भी हम सभी तैयार हैं । विगत कई दशक से इस स्थान पर दुकान चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे है। लेकिन हमारी कोई सुनने वाला नहीं है। हम सभी वैधानिक रूप से दुकानदारी चलाना चाहते है। मामले को लेकर कई बार हम लोग सांसद और विधायक से बात भी की है,लेकिन चुनाव के वक्त यह मुद्दा गर्म होता है, जैसे ही चुनाव खत्म होता है फिर से फुटपाथी दुकानदारों को हटाने की साजिश होने लगती है। कहां स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड (सेल ) के अन्य स्टील प्लांट में फुटपाथी दुकानदारों को किराए पर स्थान सहित सुविधा उपलब्ध कराई गई है । कई स्थानों पर साप्ताहिक भुगतान की भी सुविधा दी गई है । बोकारो इस्पात प्रबंधन की ओर से हमारी मांगों पर कोई विचार नहीं किया जा रहा है। प्रबंधन सकारात्मक विचार करें तो फुटपाथी दुकानदार प्रबंधन के साथ खड़ा रहेगा। दुकानदारों ने एक स्वर में कहा नियम और कानून के तहत जो भी मुकम्मल व्यवस्था होगी उसके लिए सभी दुकानदार एकजुट है । प्रबंधन जो भी मानक तय करेगा दुकानदार उसको मानने के लिए तैयार, इससे दुकान निर्भीक होकर अपनी दुकानदारी करेंगे।
बाजार में मिले हमें भी स्थान
दुकानदारों ने बताएं, बाजार में हम जैसे फुटपाथ दुकानदारों से खरीदारी करने वाले सामान्य लोग होते हैं। हमारे दकानों तक पहुंचने वाले लोग बड़े दकानों की बड़ी कीमत चुकाने में सक्षम नहीं है। इस कारण फुटपाथ दुकानदार 1985-86 से आज तक यहां टिके हुए हैं। क्योंकि हम सस्ते दामों पर आम जनता के लिए उनकी जरूरत की चीजें उपलब्ध करात हैं।
आयुष्मान कार्ड से नहीं होता है इलाज
दुकानदारों ने कहा कि बाजार की स्थिति काफी दयनीय है। घर परिवार का इलाज करना हमारे बस की बात नहीं है। केंद्र सरकार द्वारा उपलब्ध कराया गया आयुष्मान कार्ड भी काम नहीं आ रहा है। कार्ड लेकर अस्पताल जाने पर कह दिया जाता है कि इलाज नहीं होगा। क्योंकि, पूर्व में किए गए इलाज का बकाया अभी तक भुगतान नहीं हुआ है।
प्रबंधन अपने अनुसार स्थान दे
दुकानदारों ने कहा कि प्रबंधन को सिटी सेंटर में हमारी दुकानें आवंटित करने में दिक्कत है, तो आसपास जहां उचित स्थान लगे वहीं बसाएं। हम सभी दुकानदार बसने को तैयार है। हर दुकानदार को स्टॉल बनाकर प्रबंधन उपलब्ध कराए। इसके एवज में जो खर्च होगा हम लोग देने को तैयार है। इससे हमारे सर पर से अतिक्रमणकारी का लेबल हट जाएगा। वहीं, दूसरी ओर प्रबंधन को रॉयल्टी मिलेगा। हम बैंक लोन के लिए योग्य हो जाएंगे। खुल कर पूंजी लगाने से डर नहीं लगेगा।
ऑनलाइन मार्केटिंग ने तोड़ी कमर, धंधा हुआ मंदा
फुटपाथी दुकानदारों ने कहा कि डिजिटल इंडिया के साथ ऑनलाइन मार्केटिंग का दौर चल रहा है। इस ऑनलाइन मार्केटिंग सिस्टम ने दुकानदारों की कमर तोड़ दी है। कई दिनों तक बोहनी नहीं होती। इक्का-दुक्का ग्राहक आते भी हैं,तो ऑनलाइन मार्केटिंग का रेट दिखाकर, खरीदारी करना चाहते है, जो हमारे बस का नहीं है। नोट बंदी, कोविड के दौरान लॉक डाउन जीएसटी से अभी उभर भी नहीं पाएं थे, कि ऑनलाइन मार्केटिंग ने हमें और पीछे धकेल दिया।
फुटपाथ दकानदारों के लिए जो स्ट्रीट वेंडिंग एक्ट बनी है। उसे सभी का भला होगा। दुकानदारों की समस्या समाधान के लिए जो भी बेहतर होगा, कदम उठाने का प्रयास किया जाएगा। श्वेता सिंह, विधायक बोकारो
सुझाव
1. प्रबंधन उचित स्थान पर फुटपाथ दुकानदारों को बसाने का काम करें।
2. आवंटित कर हमारा आत्मबल और राजस्व बढ़ा सकता है प्रबंधन।
3. फुटपाथ दुकानदारों के लिए स्थल चिन्हित करें प्रबंधन, व्यवस्था दे प्रबंधन।
4. पार्किंग की व्यवस्था को व्यापक प्लानिंग के साथ धरातल पर उतरने की आवश्यकता है।
5. सरकार ऑनलाइन मार्केटिंग पर रोक लगाये।
शिकायतें
1. अतिक्रमणकारियों के नाम पर हर बार दुकानों में बिना पूर्व सूचना के तोड़-फोड़ किया जाता है।
2. अतिक्रमणकारियों कह कर हमारे अंदर भय और अपना राजस्व नुकसान कर रहा प्रबंधन।
3. हर बार तोड़फोड़ से हम दुकानदारों को होता है भारी नुक्सान।
4. पार्किंग के अभाव में जैसे तैसे जहां-था वहां खड़ी कर देते हैं लोग।
5. ऑनलाइन मार्केटिंग नित्तूर दी हम दुकानदारों की कमर।
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