दोबारा टेंडर रद्द होने से उद्यमी निराश
आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र के उद्यमियों का कहना है कि जियाडा क्षेत्रीय प्राधिकार की वित्तीय शक्ति कम होने से विकास में रुकावट आई है। 25 लाख रुपये तक की वित्तीय पावर के कारण बड़े विकास कार्यों के लिए...
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आदित्यपुर। आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र की उद्यमियों की माने तो जियाडा क्षेत्रीय प्राधिकार (पूर्व में आयडा) का वित्तीय पावर छिनने की वजह से आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र का विकास थम गया है। क्योंकि जियाडा आदित्यपुर का वित्तीय पावर मात्र 25 लाख तक का है। इससे अधिक के विकास कार्यों के लिए क्षेत्रीय प्राधिकार प्रस्ताव बनाकर जियाडा मुख्यालय भेजता है। जिसपर विचार करते हुए रांची से ही टेंडर किया जाता है।जियाडा क्षेत्र में सड़क निर्माण को लेकर एकबार पूर्व में भी टेंडर हुआ था, जिसे रद्द कर दिया गया था। लोकसभा चुनाव के पहले हुए टेंडर को किसी तकनीकी कारण से रद्द किया गया। इसके बाद पुन: विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद हुए टेंडर में मदनलाल बालाजी कंस्ट्रक्शन को काम मिला लेकिन फिर से मामला लटक गया। उद्यमी संगठन इसरो के अध्यक्ष रूपेश कतरियार ने कहा कि जियाडा क्षेत्रीय प्राधिकार को वित्तीय पावर रहता तो इस प्रकार की अनियमितता नहीं होती। जियाडा क्षेत्रीय कार्यालय के पावर में कटौती करने के कारण उद्यमियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। संगठन सरकार से जियाडा क्षेत्रीय प्राधिकार के पावर बढ़ोतरी की मांग करेगा।
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