खनिज डील पर यूक्रेन को चौतरफा घेरने की तैयारी में US, अब एलन मस्क के स्टारलिंक पर पहुंची बात
- Ukraine us tension: रूस-यूक्रेन के मुद्दे में अमेरिका लगातार जेलेंस्की पर दवाब बना रहा है। खनिज डील को लेकर अमेरिका दवाब के बाद भी जेलेंस्की ने इस डील को अभी तक अस्वीकर कर दिया है। लेकिन अब बात सैटेलाइट इंटरनेट प्रदाता स्टारलिंक की यूक्रेन में उपलब्धता को कम करने पर पहुंच गई है।
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रूस-यूक्रेन युद्ध में अमेरिकी मदद के बदले यूक्रेन के खनिज संसाधनों पर अधिकार को लेकर ट्रंप उत्साहित है। अब इस मामले को लेकर अमेरिका एक कदम और आगे बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। सू्त्रों के मुताबिक खनिज संसाधनों से जुड़ी डील न करने पर अमेरिका अब यूक्रेन में एलन मस्क के स्वामित्व वाले स्टारलिंक की कनेक्टिविटी में कटौती करने के मामले में विचार कर रहा है। यूक्रेन और अमेरिकी अधिकारियों के बीच हुई चर्चा में इस मुद्दे पर भी बात की गई है।
एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका के ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट ने यूक्रेनी राष्ट्रपति के सामने खनिज संसाधनों पर अमेरिकी अधिकार से जुड़ा प्रस्ताव रखा था। जिसे जेलेंस्की ने अस्वीकर कर दिया। इसके बाद अब अमेरिका सैटेलाइट इंटरनेट प्रदाता स्टारलिंक की यूक्रेन में उपलब्धता को लेकर यूक्रेनी अधिकारियों से बात कर रहा है। यूक्रेनी अधिकारियों और अमेरिकी अधिकारियों के बीच बैठक में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि अमेरिका की तरफ से यूक्रेन को साफ शब्दों में कह दिया गया है कि अगर वह खनिज संसाधनों वाली डील नहीं करते हैं तो हो सकता है कि उन्हें भविष्य में स्टारलिंक की सुविधाओं से वंचित होना पड़े।
रूस-यूक्रेन युद्ध में रूस ने ज्यादातर यूक्रेनी इन्फ्रास्ट्रक्चर को खत्म कर दिया है तो ऐसे में यूक्रेनी सैना के लिए स्टारलिंक इंटरनेट कनेक्टिविटी के लिए बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है। वर्तमान में यूक्रेन इंटरनेट कनेक्टिविटी के मामले में काफी हद तक स्टारलिंक पर निर्भर है। वे इसे अपना नार्थ स्टार मानते हैं। ऐसे में यूक्रेन अगर स्टारलिंक कनेक्टिविटी को खोता है तो यह एक बड़ा झटका होगा।
इससे पहले जेलेंस्की ने वाशिंगटन द्वारा युद्ध में सहायता के लिए दी गई राशि के बदले खनिज संसाधन पर अमेरिका को स्वामित्व देने वाली डील से इनकार कर दिया था। इस मामले पर जेलेंस्की का कहना था कि हम इस डील को करने के लिए तैयार है लेकिन अमेरिका को हमें भविष्य के लिए सुरक्षा गारंटी भी देनी चाहिए। हालांकि इस मामले के जानकार लोगों का मानना है कि ट्रंप अमेरिकी सैनिकों को सुरक्षा गारंटी के तौर पर यूक्रेन में भेजने के लिए तैयार नहीं है।
दूसरी तरफ शुक्रवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा कि यूक्रेन और अमेरिका के प्रतिनिधि एक समझौते पर काम कर रही है। ट्रंप ने इस मामले पर जवाब देते हुए कहा कि हमें उम्मीद है कि दोनों देश जल्दी ही इस समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे।
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