पहलगाम पर सख्त हुआ भारत तो हिंदुओं को इस्तेमाल करने लगा पाकिस्तान, सड़कों पर उतारा
आपको बता दें कि पाकिस्तान ही ऐसा देश है जहां आए दिन हिंदू अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न किया जाता है। यहां दिन प्रति दिन हिंदुओं की आबादी घटती जा रही है।

पहलगाम में पाकिस्तान प्रेरित आतंकियों की ओर से भीषण हमला किए जाने के बाद से ही भारत सख्त है। भारत ने सिंधु जल समझौते को रोक दिया है। इसके अलावा सभी पाकिस्तानियों को भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है और राजनयिकों को भी बड़ी संख्या में वापस भेजा गया है। ऐसे में बौखलाए पाकिस्तान ने अब अपने मुल्क में 3 फीसदी से भी कम बचे हिंदुओं का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। पाकिस्तान ने बलूचिस्तान प्रांच के क्वेटा में हिंदू समुदाय के लोगों से भारत के खिलाफ प्रदर्शन करवाया है। यह प्रदर्शन बिलावल भुट्टो की पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के लोगों ने किया है, जिसका नेतृत्व संजय कुमार ने किया। वह बलूचिस्तान की विधानसभा में सदस्य हैं।
हिंदू समुदाय के लोगों के हाथों में भारत और पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ लिखे नारों वाली तख्तियां देकर प्रदर्शन करवाया गया है। हिंदू समाज के लोगों का यह मार्च कई रास्तों से होते हुए क्वेटा प्रेस क्लब पहुंचा। यही नहीं हिंदू समुदाय के लोगों से यह बयान भी दिलाने की कोशिश की है कि पहलगाम आतंकी हमले में भारत का हाथ नहीं है। पाकिस्तान की करीब 25 करोड़ की आबादी में अब हिंदू महज एक करोड़ ही बचे हैं। यही नहीं इनकी मुख्य आबादी सिंध और बलूचिस्तान प्रांत में ही है और ये गरीबी में जीवन गुजार रहे हैं। सरकारी नौकरियों और संवैधानिक पदों में हिंदुओं की संख्या ना के बराबर है। यही नहीं पाकिस्तानी सेना और सरकार में भी हिंदुओं का आमतौर पर कोई दखल नहीं है।
ऐसे में हिंदू समुदाय के लोगों का भारत के खिलाफ इस्तेमाल करना बताता है कि पाकिस्तान किस तरह प्रोपेगेंडा वॉर में जुटा है। प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाले संजय कुमार ने कहा, 'पाकिस्तान का हिंदू समुदाय देश के सुरक्षा बलों के साथ खड़ा है। यदि भारत की ओर से पाकिस्तान के खिलाफ हमला या कोई सैन्य कार्रवाई हुई तो हम सेना के साथ रहेंगे।' इसके अलावा सिंधु जल समझौता रोकने के खिलाफ भी बयान दिलाए गए। संजय कुमार ने कहा कि भारत कोई इस तरह सिंधु जल समझौते को एकतरफा तौर पर नहीं रोकना चाहिए था। उसे इस मसले पर पाकिस्तान से बात करनी चाहिए थी। बता दें कि भारत विभाजन के पश्चात बने पाकिस्तान में हिंदुओं की आबादी 10 फीसदी से ज्यादा थी, जो लगातार कम होती जा रही है।
वहां की अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट ने इसकी एक खबर छापी है, जिसमें एक तस्वीर भी लगाई गई है। खबर में दावा किया गया है कि विरोध करने वाले हिंदू हैं। हालांकि इसमें हिंदुओं की संख्या नगण्य है। अधिकांश मुस्लिम ही दिख रहे हैं। 'डॉन' की रिपोर्ट के मुताबिक, हिंदू समुदाय के सदस्यों ने बुधवार को क्वेटा में विरोध रैली निकाली और कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले के संबंध में भारत सरकार द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ लगाए गए निराधार आरोपों की निंदा की।
बलूचिस्तान विधानसभा के पीपीपी अल्पसंख्यक सदस्य संजय कुमार के नेतृत्व में रैली निकाली गई। इस दौरान वे मोदी विरोधी और भारत विरोधी नारे लिखे बैनर और तख्तियां लेकर नजर आए। संजय कुमार ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, “पाकिस्तान में हिंदू समुदाय देश की सशस्त्र सेनाओं के साथ एकजुट है। अगर भारत ने आक्रमण करने की हिम्मत की तो पाकिस्तान में एक करोड़ से अधिक हिंदू हमारी सेना के साथ खड़े होंगे।”
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