चार साल पहले अमेरिका ने की खता, अब सजा भुगत रहा पाकिस्तान; रह-रह टेंशन दे रहा अफगानिस्तान
अमेरिकी रक्षा विभाग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी सेना की वापसी के समय करीब 7 अरब डॉलर की कीमत के सैन्य उपकरण अफगानिस्तान में छूट गए थे।

2021 में तालिबान शासन की शुरुआत से पहले अमेरिकी सेना ने हड़बड़ी में अफगानिस्तान छोड़ दिया था। अब पाकिस्तान का कहना है कि अमेरिका की जल्दबाजी में हुई वापसी के दौरान वहां छोड़े गए हथियार उनके लिए मुसीबत बन चुके हैं। पाकिस्तान ने इस मुद्दे पर शुक्रवार को अपनी गहरी चिंता दोहरायी। अमेरिकी रक्षा विभाग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी सेना की वापसी के समय करीब 7 अरब डॉलर की कीमत के सैन्य उपकरण अफगानिस्तान में छूट गए थे।पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता शफकत अली खान ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा कि इन अत्याधुनिक हथियारों का इस्तेमाल अफगानिस्तानी आतंकवादी पाकिस्तान के अंदर हमलों के लिए कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने अंतरराष्ट्रीय समुदाय और अफगान अधिकारियों से इस मुद्दे का समाधान निकालने के लिए कहा है।’’प्रवक्ता ने कहा कि उनका देश अफगानिस्तान के साथ सहयोगात्मक संबंधों की उम्मीद करता है, लेकिन इसमें पड़ोसी देश में आतंकवादी पनाहगाहों की मौजूदगी मुख्य बाधा है। उन्होंने प्रतिबद्धता जतायी कि अफगान अधिकारियों के साथ पाकिस्तान इन मुद्दों को उठाता रहेगा।
तोरखम सीमा को बंद करने के संबंध में प्रवक्ता ने कहा कि परिचालन संबंधी बाधाओं के कारण पाकिस्तान को यह कदम उठाना पड़ा। उन्होंने कहा कि अफगान पक्ष पाकिस्तान की ओर एक सीमा चौकी बनाने का प्रयास कर रहा था। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने अफगान अधिकारियों से एकतरफा कार्रवाई करने के बजाय संयुक्त समन्वय समिति की बैठकों जैसे द्विपक्षीय तंत्रों के माध्यम से ऐसे मुद्दों का समाधान करने का आग्रह किया है। उन्होंने मामले का समाधान बातचीत के जरिये होने की उम्मीद जतायी।
खान ने कहा कि एफ-16 जेट विमानों की निगरानी कार्यक्रम पाकिस्तान-अमेरिका रक्षा सहयोग की एक नियमित विशेषता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान इसके जारी रहने का स्वागत करता है।उन्होंने यह भी घोषणा की कि अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे आठ पाकिस्तानियों को बृहस्पतिवार को वापस भेज दिया गया।
इसके अलावा, ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की खबर के अनुसार पाकिस्तान ने अमेरिका को बताया है कि वह अमेरिका में पुनर्वास की प्रतीक्षा कर रहे उन सभी अफगानों को देश से निर्वासित कर देगा, जिनके स्थानांतरण की निर्धारित समय सीमा पूरी नहीं हुई या उनके मामले खारिज कर दिए गए। हजारों अफगान, जिन्होंने अफगान तालिबान के खिलाफ अमेरिकी अभियान के दौरान अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों के लिए काम किया था, पाकिस्तान भाग गए थे और अस्थायी प्रवास की मांग की थी। अमेरिका ने 2005 से अगस्त 2021 तक अफगान राष्ट्रीय रक्षा और सुरक्षा बलों को 18.6 अरब डॉलर के उपकरण दिए थे।
शुक्रवार को भी पाकिस्तान के खैबर पख्तूनवा प्रांत के नौशेरा में मदरसे की मस्जिद को निशाना बनाकर किए गए आत्मघाती विस्फोट में दारुल उलूम हक्कानिया के एक शीर्ष अधिकारी समेत सात लोगों की मौत हो गई जबकि कम से कम 18 अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने शुक्रवार को इसकी पुष्टि की। शुक्रवार की नमाज के तुरंत बाद जब पेशावर से लगभग 60 किलोमीटर (35 मील) पूर्व में स्थित अकोरा खट्टक में दारुल उलूम हक्कानिया मस्जिद में नमाजी नमाज पढ़कर निकल रहे थे, तभी बम विस्फोट हुआ। (भाषा इनपुट्स के साथ)
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