नरक बन चुका गाजा, फिलिस्तीनियों को कहीं और बसाओ; ट्रंप के बयान से मुस्लिम देशों में उबाल
- गाजा में सीजफायर के बाद अब फिलिस्तीनी अपने घर लौटने लगे हैं। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मिस्र और जॉर्डन को ऐसी सलाह दे दी कि वे भड़क गए। कहा- फिलिस्तीनियों को कही और बसाया जाना चाहिए।
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दुनिया में युद्ध खत्म करने के वादे करने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने दूसरे कार्यकाल में भी बयानबाजी से सुर्खियां बटोरनी शुरू कर दी है। उन्होंने गाजा युद्ध पर मुस्लिम देशों मिस्र और जॉर्डन को ऐसी सलाह दे दी, जिसने दोनों मुल्कों को भड़का दिया। ट्रंप ने कहा कि गाजा अब नरक बन चुका है और रहने लायक तो बिल्कुल नहीं रहा। उन्होंने सलाह दी कि फिलिस्तीनियों को गाजा के अलावा कहीं और बसाया जाए, जहां वे शांति से अपना जीवन जी सकें। ट्रंप की ये सलाह इन दोनों देशों को हजम नहीं हुई है। उन्होंने बयान का कड़ा विरोध किया और जोर दिया कि फिलिस्तीनियों को उनके घरों से निकालने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ये बातें एयरफोर्स वन विमान में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कही। उन्होंने कहा "मैं उन्हें ऐसे क्षेत्र में देखना चाहता हूं जहां वे बिना किसी व्यवधान, क्रांति और हिंसा के रह सकें।"
नरक बन चुका है गाजा
ट्रंप ने कहा, "जब आप गाजा पट्टी को देखते हैं, तो पाते हैं कि यह कई सालों से नरक की तरह है... उस पट्टी पर कई सभ्यताएं रही हैं। इसकी शुरुआत यहां नहीं हुई। इसकी शुरुआत हज़ारों साल पहले हुई थी और इसके साथ हमेशा हिंसा जुड़ी रही है। आप लोगों को ऐसे इलाकों में रखा जा सकता है जहां आप ज़्यादा सुरक्षित रहें और शायद ज़्यादा बेहतर और ज़्यादा आरामदायक भी।"
ट्रंप के बयान के मायने
दरअसल, मंगलवार को ट्रंप द्वारा दिया गया यह बयान दर्शाता है कि युद्ध समाप्त करने के लिए उनके दिमाग में क्या 'खिचड़ी' पक रही है? ट्रंप ने यह भी कहा कि वे जल्द ही इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात करेंगे और इस मसले पर उनसे बात करेंगे। यह पूछे जाने पर कि क्या इस रुख का अर्थ दो मुल्कों के बीच युद्ध का यही समाधान है, ट्रम्प ने सीधे उत्तर देने से परहेज किया, लेकिन कहा कि वह इस मुद्दे पर नेतन्याहू के साथ चर्चा करेंगे। ट्रंप ने आशा व्यक्त की कि वे जल्द ही वाशिंगटन में नेतन्याहू से मिलने वाले हैं। जब वह "निकट भविष्य में" उनसे मिलने वाशिंगटन आएंगे।
कब होनी है ट्रंप और नेतन्याहू में मुलाकात
टाइम्स ऑफ इज़रायल ने सूत्रों के हवाले से बताया कि नेतन्याहू का कार्यालय प्रधानमंत्री को रविवार को वाशिंगटन ले जाने की योजना बना रहा है, जहां वे बुधवार को इज़रायल लौटने से पहले ट्रंप से मिलेंगे। सूत्रों ने बताया कि यात्रा को अंतिम रूप नहीं दिया गया है और अमेरिकी दौरा नेतन्याहू के स्वास्थ्य पर निर्भर करेगा क्योंकि वे अभी प्रोस्टेट सर्जरी से उबर रहे हैं।
मिस्र और जॉर्डन भड़के
मिस्र और जॉर्डन दोनों ने ट्रंप की सलाह का कड़ा विरोध किया है और कहा है कि फिलिस्तीनियों को गाजा में रहने की अनुमति दी जानी चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि फिलिस्तीनियों को अपनी मर्जी से उनके घरों में रहने दिया जाए। गौरतलब है कि अक्टूबर 2023 से गाजा में हुए भीषण नरसंहार में इजरायली सेना ने 47 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनियों की जान ले ली। मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं।
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