Earthquake Tremors : भूकंप के झटकों से हिला हिमाचल का कुल्लू, डर के कारण घरों से बाहर भागे लोग
हिमाचल प्रदेश में कड़ाके की ठंड के बीच आज सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। पर्वतीय जिला कुल्लू में सोमवार सुबह भूकंप के हल्के झटकों से धरती हिलने लगी, जिसके चलते लोग अपने घरों से बाहर निकल आए।
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हिमाचल प्रदेश में कड़ाके की ठंड के बीच आज सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। पर्वतीय जिला कुल्लू में सोमवार सुबह भूकंप के हल्के झटकों से धरती हिलने लगी, जिसके चलते लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.4 रही। ये झटके सुबह 6 बजकर 50 मिनट पर कुछ सेकंड तक रहे। इसका असर कुल्लू जिला से सटे इलाकों में भी महसूस किया गया। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के मुताबिक भूकंप का केंद्र कुल्लू में 31.76 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 77.49 डिग्री पूर्वी देशांतर पर रहा और इसकी गहराई जमीन की सतह से पांच किलोमीटर नीचे दर्ज किया गया। भूकंप के झटकों के कारण किसी तरह का जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि भूकंप की तीव्रता कम होने की वजह से कुल्लू जिला व साथ लगते क्षेत्रों में किसी तरह के नुकसान की रिपोर्ट नहीं है। इससे पहले कुल्लू जिला से सटे मंडी, लाहौल स्पीति और किन्नौर जिलों में कई बार कम तीव्रता के भूकंप के झटके लग चुके हैं। हालांकि, इस दौरान किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ था।
हिमाचल प्रदेश में भूकंप का लगातार आना लोगों को दहशत में डाल रहा है। पिछले कई सालों से यहां भूकम्प के झटके लग रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश भूकंप की दृष्टि से अति संवेदनशील जोन 4 व 5 में शामिल है। यहां कई वर्षों से भूकंप के हल्के झटके महसूस किए जाते रहे हैं। वर्ष 1905 में कांगड़ा व चम्बा जिलों में आए विनाशकारी भूकंप से 10 हजार से अधिक लोग मारे गए थे।
आज से वर्षा-बर्फबारी का अनुमान, जारी हुआ अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला द्वारा जारी पुर्वानुमान के मुताबिक प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से आज से मौसम में बदलाव आएगा और बादल बरसेंगे। खासतौर पर अगले दो दिन तेज़ वर्षा व बर्फबारी होने की आशंका जताई गई है। अगले 24 घंटों में यानी 4 फरवरी को किन्नौर और लाहौल स्पीति को छोड़कर अन्य सभी 10 जिलों में अंधड़ व आसमानी बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है। 6 से 9 फरवरी तक मौसम के साफ रहने का अनुमान है। वर्षा व बर्फबारी होने से राज्य भर में शीतलहर तेज हो सकती है। पिछले एक महीने में राज्य में सामान्य से करीब 80 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है।
रिपोर्ट : यूके शर्मा
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