SA vs ENG: साउथ अफ्रीका का शर्मनाक वर्ल्ड रिकॉर्ड टूटते-टूटते बचा, श्रीलंका ने खेल डाली आठ एक्स्ट्रा बॉल
श्रीलंकाई क्रिकेट टीम साउथ अफ्रीका के खिलाफ डरबन टेस्ट में पहली पारी महज 42 रनों पर ऑलआउट हो गई। श्रीलंकाई टीम 13.5 ओवर में ही ऑलआउट हो गई, लेकिन साउथ अफ्रीका का शर्मनाक वर्ल्ड रिकॉर्ड टूटते-टूटते रह गया।
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साउथ अफ्रीका ने श्रीलंका को महज 42 रनों पर ऑलआउट कर दिया, लेकिन अगर ये कारनामा उसने नौ गेंद पहले कर दिया होता, तो उनके नाम से एक अनचाहा वर्ल्ड रिकॉर्ड हट जाता। दरअसल टेस्ट क्रिकेट में एक पारी में सबसे कम गेंद खेलकर ऑलआउट होने का वर्ल्ड रिकॉर्ड साउथ अफ्रीका के नाम दर्ज है। 1924 में यानी 100 साल पहले इंग्लैंड ने साउथ अफ्रीका की टीम को 12.3 ओवर में ही ऑलआउट कर दिया था। तब साउथ अफ्रीका की टीम 30 रनों पर ऑलआउट हुई थी, और अपने ही शर्मनाक रिकॉर्ड की बराबरी की थी। टेस्ट क्रिकेट में 1955 से पहले लोएस्ट टेस्ट स्कोर का वर्ल्ड रिकॉर्ड साउथ अफ्रीका के नाम ही दर्ज था, जो दो बार 30 रनों पर ऑलआउट हो चुका था, वहीं 1955 में न्यूजीलैंड की टीम इंग्लैंड के खिलाफ 26 रनों पर ऑलआउट हुई थी, जो टेस्ट क्रिकेट इतिहास का अभी तक का किसी भी टीम का सबसे कम स्कोर है। खैर अब बात करते हैं, एक पारी में सबसे कम गेंद खेलकर ऑलआउट होने की, तो यह वर्ल्ड रिकॉर्ड अभी भी साउथ अफ्रीका के नाम ही है, क्योंकि श्रीलंका ने उनसे आठ गेंदें ज्यादा खेल लीं।
साउथ अफ्रीका 12.3 ओवर में यानी कि 75 गेंदों पर ऑलआउट हुआ था, वहीं श्रीलंका ने इस टेस्ट मैच में 13.5 ओवर साउथ अफ्रीका की गेंदबाजी का सामना किया और इस तरह से उसने कुल 83 गेंदें खेल डालीं। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में यह श्रीलंका का अभी तक का सबसे कम टेस्ट स्कोर है। वहीं साउथ अफ्रीका के खिलाफ किसी भी टीम का यह लोएस्ट टेस्ट स्कोर है। साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाज मार्को यानसन ने 13 रन देकर सात विकेट चटकाए और वहीं गेराल्ड कोएट्जी ने दो जबकि कगीसो रबाडा ने एक विकेट लिया।
साउथ अफ्रीका और श्रीलंका के बीच इस टेस्ट सीरीज पर टीम इंडिया की भी निगाहें गड़ी हुई हैं। इस टेस्ट सीरीज के रिजल्ट का असर भारतीय टीम के वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने के समीकरण पर भी पड़ता दिख रहा है।