टीम इंडिया के साथ रोहित शर्मा का भविष्य अधर में, क्या चैंपियंस ट्रॉफी के बाद लटका देंगे अपने जूते?
- रोहित शर्मा के बारे में लगता है कि वह शायद मेलबर्न में अपने टेस्ट करियर का आखिरी मैच खेल चुके हैं, अब यह देखना दिलचस्प होगा कि वनडे क्रिकेट में यह दिग्गज अगले महीने होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी के बाद भी क्या राष्ट्रीय टीम के लिए अपनी सेवाएं जारी रखने में सफल रहेगा या नहीं।
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सिडनी टेस्ट में बाहर बैठने वाले रोहित शर्मा के बारे में लगता है कि वह शायद मेलबर्न में अपने टेस्ट करियर का आखिरी मैच खेल चुके हैं, अब यह देखना दिलचस्प होगा कि वनडे क्रिकेट में यह दिग्गज अगले महीने होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी के बाद भी क्या राष्ट्रीय टीम के लिए अपनी सेवाएं जारी रखने में सफल रहेगा या नहीं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यहां खेले जा रहे पांचवें टेस्ट में रोहित की गैरमौजूदगी को ‘आराम’ का नाम दिया गया लेकिन मेलबर्न में खेले गये चौथे टेस्ट के बाद से ही उनके टीम से बाहर होने की चर्चा थी। पिछले 17 साल से भारतीय टीम के लिए अपना सब कुछ झोंकने वाले रोहित का राष्ट्रीय टीम के लिए भविष्य बहुत उत्साहजनक नहीं दिख रहा है।
उन्होंने वैसे भी इस साल टी20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट से संन्यास ले लिया है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा सीरीज के बाद चयनकर्ता निश्चित रूप से रोहित और विराट कोहली के नामों पर चर्चा कर भविष्य का खाका तैयार करेंगे।
भारतीय टीम को अब घरेलू सरजमीं पर इंग्लैंड के खिलाफ लिमिटेड ओवर सीरीज खेलेगी जिसके बाद उन्हें यूएई में चैम्पियंस ट्रॉफी खेलनी है।
कोहली के टेस्ट करियर का भविष्य काफी हद तक सिडनी में दूसरी पारी पर निर्भर करेगा। वह अगर इस बार भी विफल रहे तो उन्हें इंग्लैंड दौरे पर खेली जाने वाली पांच मैचों की सीरीज के लिए ले जाना मुश्किल होगा। भारतीय टीम अगर वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल के लिए क्वालीफाई करने में विफल रही तो टीम का अगला टेस्ट इंग्लैंड के खिलाफ 18 जून से लीड्स में होगा।
रोहित के भविष्य पर कोई फैसला ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांचवें टेस्ट के बाद होगा लेकिन टी20 वर्ल्ड कप और पांच बार आईपीएल जीतने वाले कप्तान को अब पता होगा कि उनके लिए अपने 67 टेस्ट के नंबर को बढ़ाना मुश्किल होगा।
इस महीने के आखिर में रणजी ट्रॉफी का दूसरा चरण शुरू होगा और अगर रोहित उसमें खेलने का विकल्प चुनते है तो वह यह संदेश देने की कोशिश करेंगे कि भारतीय टीम से अपनी शर्तों पर अलविदा कहना चाहते हैं। चयनकर्ता उसे टेस्ट के लिए नहीं चुनने का फैसला कर सकते हैं लेकिन किसी फॉर्मेट को अलविदा कहने का विशेषाधिकार खिलाड़ी के पास होता है और वह इस मामले में किसी के प्रति जवाबदेह नहीं है।
इंग्लैंड दौरे से पहले अगर रोहित रणजी ट्रॉफी ना खेलने का फैसला करते हैं तो तार्किक रूप से अजीत अगरकर की अगुवाई वाली चयन समिति 2025-2027 तक चलने वाले अगले वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप चक्र के लिए 38 साल के खिलाड़ी को चुनने से बचेगी।
आईपीएल से पहले रोहित के पास खुद को साबित करने के लिए इंग्लैंड के खिलाफ तीन वनडे और चैम्पियंस ट्रॉफी है। चैंपियंस ट्रॉफी के बाद टीम की अगली वनडे सीरीज अगस्त में बांग्लादेश के खिलाफ होगी। अगला बड़ा 50 ओवर का टूर्नामेंट वर्ल्ड कप 2027 के रूप में साउथ अफ्रीका में होगा।
उस समय रोहित की उम्र 40 साल होगी। ऐसे में उनकी फिटनेस क्या पांच-छह सप्ताह में नौ से 11 मैच खेलने का बोझ झेल सकेगी। ऐसे में यह माना जा रहा कि चैम्पियंस ट्रॉफी रोहित के अंतरराष्ट्रीय करियर का आखिरी टूर्नामेंट होगा।
वह अगर इस खिताब को जीतने में सफल रहे तो महेंद्र सिंह धोनी के बाद आईसीसी के दो टूर्नामेंट जीतने वाले भारत के दूसरे कप्तान बनेंगे।
रोहित की कप्तानी में भारत ने 2023 में आईसीसी वनडे विश्व कप और वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप का फाइनल भी खेला है।