लोगों को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि…IND vs PAK मैच को लेकर रवि शास्त्री ने गौतम गंभीर को चेताया
- गौतम गंभीर के दिमाग और दिल में बहुत कुछ चल रहा है....ऐसा कुछ पूर्व क्रिकेटर और मौजूदा एक्सपर्ट रवि शास्त्री और रिकी पोंटिंग का कहना है।
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गौतम गंभीर के दिमाग और दिल में बहुत कुछ चल रहा है....ऐसा कुछ पूर्व क्रिकेटर और मौजूदा एक्सपर्ट रवि शास्त्री और रिकी पोंटिंग का कहना है। गंभीर ने हाल ही में बयान दिया था कि आगामी चैंपियंस ट्रॉफी में इंडिया वर्सेस पाकिस्तान मुकाबला उनके लिए एक और मैच की तरह ही है। आईसीसी रिव्यू पर बोलते हुए शास्त्री ने कहा कि गंभीर का पोकर फेस सिर्फ मीडिया के लिए है और वह चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में चिर-प्रतिद्वंद्वी के बीच होने वाले मुकाबले को जीतने के लिए बेताब होंगे।
चैंपियंस ट्रॉफी का आगाज 19 फरवरी से होने जा रहा है। इस टूर्नामेंट में कुल 8 टीमें हिस्सा ले रही हैं, जिन्हें 4-4 के दो ग्रुप में बांटा गया है। भारत और पाकिस्तान एक ही ग्रुप में है और इन दोनों टीमों की भिड़ंत 23 फरवरी को होगी। राजनेतिक मसलों की वजह से भारत ने पाकिस्तान जाने से इनकार कर दिया है जिस वजह से टीम इंडिया अपने सभी मुकाबले यूएई में खेलेगी।
शास्त्री ने कहा कि गंभीर पाकिस्तान के खिलाफ मैच हारना नहीं चाहेंगे और 'वह खिलाड़ी' नहीं बनना चाहेंगे जिसे चिर प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ हारने की याद दिलाई जाए।
रवि शास्त्री ने कहा, "मैं 7 साल तक कोच रहा। जब भी मुझसे पूछा गया, मैंने वही बात कही (जो गंभीर ने कही)। लेकिन मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि जितना आप सोच रहे हो उसे ज्यादा अंदर ही अंदर बहुत कुछ चल रहा होता है। ये सिर्फ मीडिया के लिए है। आपको यह कहना होगा। लेकिन अंदर ही अंदर, आप जीतना चाहते हैं। क्योंकि अगर आप ऐसा नहीं करते हैं, तो आपको अगली बार पाकिस्तान के खिलाफ खेलने तक इसकी याद दिलाई जाएगी।"
पूर्व कोच ने आगे कहा, "लोगों को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपने अतीत में क्या किया है। अगर आपने पिछले 10 गेम जीते हैं तो उन्हें इसकी परवाह नहीं है। लेकिन अगर आप एक गेम हार गए तो वे आपको याद दिलाएंगे, जब तक कि आप उनसे अगली बार न खेलें। यह कोई टैक्सी ड्राइवर भी हो सकता है, यह सड़क पर कोई भी व्यक्ति हो सकता है। भारत का क्या हुआ? पाकिस्तान के साथ भी यही सवाल है। पाकिस्तान का क्या हुआ? इसलिए यह हमेशा आपके दिमाग में चलता रहता है, चाहे आपको यह पसंद हो या न हो, यह एक अलग खेल है।"