एमएस धोनी ने बल्लेबाजों को बताया हार का गुनहगार, बोले- जरूरी नहीं है कि 200 बनाओ, लेकिन...
CSK के कप्तान एमएस धोनी ने टूर्नामेंट में मिली सातवीं हार के बाद बल्लेबाजों को खरी-खोटी सुनाई। उन्होंने कहा कि आपको परिस्थितियों का आकलन करना होगा। जरूरी नहीं कि 200 बनाओ, लेकिन अच्छा स्कोर बनाओ।

चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इंडियन प्रीमियर लीग यानी आईपीएल 2025 के मैच में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ पांच विकेट की हार के बाद स्वीकार किया कि उनकी टीम बल्लेबाजी के लिए बेहतर हालात का फायदा उठाने में नाकाम रही। कप्तान एमएस धोनी ने माना कि सीएसके ने चेन्नई के अपने होम ग्राउंड पर एसआरएच के खिलाफ 15 से 20 रन कम बनाए। हर्षल पटेल ने चार विकेट निकाले और उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड दिया गया।
चेन्नई सुपर किंग्स के 155 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए सनराइजर्स ने ईशान किशन (44), कामिंदु मेंडिस (नाबाद 32) और नितीश कुमार रेड्डी (नाबाद 19) की पारियों से 18.4 ओवर में पांच विकेट पर 155 रन बनाकर जीत दर्ज की। मेंडिस और नितीश ने छठे विकेट के लिए 49 रन की अटूट साझेदारी करके टीम को लक्ष्य तक पहुंचाया। इससे पहले हर्षल पटेल (28 रन पर चार विकेट), कप्तान पैट कमिंस (21 रन पर दो विकेट) और जयदेव उनादकट (21 रन पर दो विकेट) की धारदार गेंदबाजी के सामने सुपर किंग्स ने नियमित अंतराल पर विकेट गंवाए और टीम 19.5 ओवर में 154 रन पर सिमट गई।
एमएस धोनी ने स्वीकार किया कि उनकी टीम बल्लेबाजी के लिए बेहतर हालात का फायदा नहीं उठा पाई। धोनी ने पोस्ट मैच प्रेजेटेंशन सेरेमनी में कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हम लगातार विकेट खोते रहे। एक और बात यह है कि पहली पारी में विकेट थोड़ा बेहतर था और 155 रन उचित स्कोर नहीं था। गेंद बहुत अधिक टर्न नहीं कर रही थी और कुछ भी असामान्य नहीं था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हां, दूसरी पारी में थोड़ी मदद मिली। हमारे स्पिनर, गुणवत्ता वाले थे और वे सही क्षेत्रों में गेंदबाजी कर रहे थे, लेकिन हम 15-20 रन कम बना पाए।’’ धोनी ने उम्दा पारी खेलने वाले डेवाल्ड ब्रेविस की सराहना की। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि उन्होंने काफी अच्छी बल्लेबाजी की और हमें मध्य क्रम में इसकी जरूरत थी। जब स्पिनर आते हैं तो आप या तो अपनी बल्लेबाजी से या सही क्षेत्रों को चुनकर रन बनाते हैं, लेकिन यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां हम सुधार करना चाहते हैं, क्योंकि मध्य ओवर महत्वपूर्ण होते हैं।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘इस तरह के टूर्नामेंट में अगर एक या दो क्षेत्रों में कमियों को दूर करना है तो यह अच्छा है, लेकिन जब अधिकांश खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं तो आपको बदलाव करने की जरूरत होती है। आप बस चलते नहीं रह सकते। हम पर्याप्त रन नहीं बना पा रहे हैं। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि हमेशा 180-200 बनाओ, लेकिन परिस्थितियों का आकलन करो और फिर बोर्ड पर रन बनाने का प्रयास करो।’’
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