यूपी पुलिस भर्ती की दौड़ में बिना प्रैक्टिस उतर रहे अभ्यर्थी, 3 दिन में 12 लड़कियों के पैर टूटे
- यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती में तीन दिन में 12 युवतियों के पैर टूटे हैं। तीन पुरुष अभ्यर्थियों को भी प्लास्टर लग गया है। प्रदेशभर में कई जिलों में अभ्यर्थियों की हड्डी टूटने के मामले सामने आए हैं।
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यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती में शारीरिक दक्षता परीक्षा के दौरान एक के बाद एक कई अभ्यर्थियों के पैरों की हड्डी टूटने की घटनाओं ने अभ्यर्थियों, अभिभावकों ही नहीं जानकारों की भी चिंता बढ़ा दी है। चार दिन के भीतर 12 महिलाओं समेत कुल 15 अभ्यर्थियों के पैरों की हड्डी दौड़ के दौरान टूट चुकी है। चिकित्सकों का कहना है कि पर्याप्त अभ्यास न होने और कैल्शियम की कमी के कारण हड्डियां चटख रही हैं।
मुरादाबाद में 9वीं वाहिनी पीएसी में पुलिस कांस्टेबल की शारीरिक दक्षता परीक्षा शुरू हुई थी। पहले चरण में महिला अभ्यर्थियों की दौड़ परीक्षा से हुआ। पहले ही दिन दौड़ते हुए पांच युवतियों के पैर की हड्डी टूट गई। हड्डी टूटने का यह सिलसिला लगातार जारी रहा है। मुरादाबाद के अलावा अन्य जिलों में भी दौड़ परीक्षा का आयोजन जारी है, और वहां से भी अभ्यर्थियों के पैर की हड्डी टूटने के मामले सामने आ रहे हैं।
इनमें कई ऐसे अभ्यर्थी शामिल हैं जिन्होंने लिखित परीक्षा पास करने के बाद दौड़ का अभ्यास करना शुरू किया। जानकार बता रहे हैं कि खान-पान में कमी और पर्याप्त अभ्यास न होने के कारण दौड़ के दौरान हड्डी टूटने की घटनाएं हो रही हैं। सही तकनीक और नियमित अभ्यास के बिना दबाव भरी परीक्षा में सफलता कठिन है। चिकित्सकों का मानना है कि कैल्शियम की कमी भी हड्डी टूटने की बड़ी वजह हो सकती है।
10 फरवरी
पुलिस भर्ती परीक्षा के दौरान दौड़ में हिस्सा ले रही पांच युवतियों के पैर की हड्डी टूट गई और वे बीच मैदान में तेज दर्द से कराहते हुए गिर गईं। इनमें अमरोहा निवासी दो सगी बहनें भी शामिल थीं।
11 फरवरी
मुरादाबाद निवासी निशा और भावना, अगवानपुर निवासी आयुषी विश्नोई, रामपुर टांडा निवासी ऋतु, अमरोहा निवासी अंशु के पैर की हड्डी दौड़ परीक्षा के दौरान टूट गई। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
12 फरवरी
सिपाही बनने का सपना देख रही अमरोहा निवासी मोनिका, रामपुर टांडा निवासी सोनी, बिलारी निवासी दीपिका और रामपुर निवासी साक्षी गौतम शारीरिक दक्षता परीक्षा के दौरान दौड़ने के कुछ पलों में पैर की हड्डी चटखने के कारण बीच मैदान में गिर पड़ीं।
13 फरवरी
अमरोहा के मंडी धनौरा निवासी विनोद कुमार, अमरोहा के सनी कुमार और बिजनौर निवासी मोहम्मद अदनान दौड़ के दौरान गिर गए। जिनके पैर की हड्डी टूटने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। इसके अला्वा बिजनौर निवासी आंचल, रामपुर निवासी कामिनी और मुरादाबाद के नवीन नगर निवासी उपासना की भी हड्डी चटख गई।
पर्याप्त अभ्यास न होने के कारण गंवाया मौका
मुरादाबाद। पुलिस भर्ती परीक्षा के दौरान जिन भी अभ्यर्थियों के पैर टूटे, बताया जा रहा है कि उन्होंने पर्याप्त शारीरिक अभ्यास नहीं किया। इनमें से अधिकतर ने दो से तीन माह ही दौड़ने का अभ्यास किया। जिसका खामियाजा उन्हें परीक्षा में भुगतना पड़ा। कोच शुभम पाल ने बताया कि दौड़ के लिए कम से कम एक वर्ष का अभ्यास जरूरी है। अभ्यास के लिए सबसे पहले पैदल चलने की तैयारी करनी चाहिए। फिर जॉगिंग करने का प्रयास करना चाहिए। इससे हड्डियां धीरे-धीरे दबाव सहने की आदी हो जाती हैं।
खानपान का भी रखना होता है विशेष ध्यान
नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्टेडियम की मुख्य एथलीट कोच जयललिता चौहान ने बताया किसी भी शारीरिक दक्षता परीक्षा के लिए निरंतर अभ्यास के साथ ही खानपान का विशेष ध्यान रखना होता है। सामान्य युवा पौष्टिक खान-पान का ध्यान नहीं रखते। यही कारण है कि शारीरिक दक्षता में उन्हें निराशा हाथ लगती है।
वरिष्ठ हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. एसएस कक्कड़ ने कहा, 'दौड़ के कारण अभ्यर्थियों के पैर टूटने का सबसे बड़ा कारण अभ्यास की कमी है। कम समय में ज्यादा तैयारी और गति के चक्कर में हड्डियां दबाव नहीं झेल पाती हैं। इसके साथ ही तकनीकी जानकारी न होने पर पैरों की लैंडिंग ठीक ढंग से न हो पाने के कारण भी हड्डियां टूट जाती हैं। कई बार अभ्यर्थी तेज भागने का दबाव नहीं संभल पाते। प्रेशर एक ही जगह एक्यूमिलेट होने के कारण हड्डी कमजोर जगह से टूट जाती हैं।'
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