सीटीईटी : केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा में कई जिलों से दर्जनों सॉल्वर गिरफ्तार
केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन कल, 21 जनवरी 2024 को देशभर के विभिन्न शहरों में किया गया। इस परीक्षा में विभिन्न जिलों व शहरों से दर्जनों सॉल्वर गिरफ्तार होने की खबरें आई हैं।
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सीटीईटी 2024 परीक्षा कल देशभर में आयोजित की गई। इस परीक्षा में अगल-अलग जगहों से कई सॉल्वर पकड़े गए हैं। केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटीईटी) में प्रयाराज में भी सॉल्वर गैंग की सक्रियता रही। सेटिंग करके दूसरे की जगह परीक्षा देते हुए दो सॉल्वर बॉयोमीट्रिक जांच में पकड़े गए। इनमें एक के खिलाफ सिविल लाइंस तो दूसरे के खिलाफ नैनी पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। वहीं दोनों अभ्यर्थियों को पुलिस ने वांटेड किया है। सिविल लाइंस पुलिस ने बताया कि रानी रेवती देवी इंटर कॉलेज में केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा में शंकरगढ़ के रोहित केसरवानी की जगह कोरांव का अभिषेक कुमार पटेल पेपर देने पहुंचा था। उसने रोहित के नाम से फर्जी आधार कार्ड भी बनवा लिया था। परीक्षा के दौरान बॉयोमीट्रिक जांच की गई तो मैच नहीं हुआ। इसके बाद उसकी फिर से पूरी जांच कराई गई। इस दौरान अभिषेक का फर्जीवाड़ा सामने आया तो उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया। सिविल लाइंस पुलिस ने अभिषेक को गिरफ्तार कर लिया। अभिषेक और रोहित दोनों के खिलाफ परीक्षा अधिनियम व फर्जीवाड़ा की धारा में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। शुरुआती पूछताछ में पकड़े गए अभिषेक ने कहा कि उसकी कोचिंग की फीस में रोहित ने आर्थिक मदद की थी। एहसान चुकाने के लिए वह परीक्षा देने आया था। हालांकि पुलिस का कहना है कि सर्विलांस की मदद से जांच की जाएगी।
वहीं दूसरी ओर सेमस्टार ग्लोबल स्कूल नैनी में आजमगढ़ निवासी विवेक कुमार बॉयोमीट्रिक जांच में पकड़ा गया। वह जौनपुर के रणविजय सिंह की परीक्षा देने पहुंचा था। परीक्षा शुरू हो चुकी थी। इस दौरान सत्यापन के लिए जांच टीम के चन्दन भारद्वाज ने विवेक का बॉयोमीट्रिक मिलान न होने पर शक के आधार पर पकड़ लिया। पूछताछ में उसने स्वीकारा कि वह रणविजय की जगह परीक्षा देने पहुंचा था। इस दौरान कॉलेज के बाहर से रणविजय फरार हो गया। नैनी पुलिस मुकदमा दर्ज करके रणविजय की तलाश कर रही है। इससे पूर्व एपीएस की परीक्षा में ब्लूटूथ से नकल करते हुए दो अभ्यर्थी पकड़े गए थे।
गाजीपुर : सीटेट में पकड़ा गया साल्वर, मुकदमा दर्ज
जनपद में 62 केंद्रों पर रविवार को सीटेट की परीक्षा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में कराई गई। परीक्षा के दौरान दिलदानगर स्थित क्रिसेंट कॉवेंट स्कूल में सीटेट (केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा) में दूसरे की जगह परीक्षा दे रहे एक साल्वर बायोमेट्रिक मिलान के दौरान पकड़ा गया। इसकी पहचान जमानियां कोतवाली क्षेत्र के बृजेश सिंह के रूप में हुई। विद्यालय के प्रधानाध्यापक अब्दुल कलाम ने दिलदारनगर थाने की पुलिस को सूचना देकर गिरफ्तार कराया। वहीं इसके खिलाफ तहरीर देकर मुकदमा भी दर्ज कराया।
सीटेट परीक्षा में पहली पाली में कुल 27 हजार 180 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। जिसमें 24 हजार 683 उपस्थित रहे, जबकि 2497 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। वहीं दूसरी पाली की परीक्षा में 15 हजार 345 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। जिसमें 13 हजार 798 परीक्षार्थी उपस्थित रहे, जबकि 1547 अनुपस्थित रहे। परीक्षा को नकलविहीन कराने के लिए हर केंद्रों पर सुरक्षा के दृष्टिकोण से पुलिसकर्मी तैनात किये गये थे। परिसर में प्रवेश से पूर्व परीक्षार्थियों की सघन तलाशी लेने के बाद बायोमेट्रिक लगाई जाती थी। जिसके बाद ही परिसर में प्रवेश दिया गया। सिटी क्वाडिनेटर व शाहफैज स्कूल के इकरामुल हक ने बताया कि परीक्षा सकुशल संपंन हो गयी। दिलदारनगर स्थित क्रिसेंट कॉवेंट स्कूल मे ग्राम पंचायत फूली के शेरपुर निवासी चंद्र भूषण पाण्डेय के स्थान पर जमानियां कोतवाली क्षेत्र के गायघाट निवासी बृजेश सिंह परीक्षा देते हुए पकड़ा गया है। इसके खिलाफ थाना में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करा दिया गया है।
बायोमेट्रिक हाजिरी से पकड़ा गया साल्वर
केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा के दौरान साल्वर ने बायोमेट्रिक लगाकर केंद्र में प्रवेश कर गया। लेकिन जब बायोमेट्रिक की मिलान की गई तो साल्वर पकड़ा गया। इसका चेहरा भी प्रवेश पत्र पर लगे फोटो के साथ छेड़छाड़ कर लगाया गया था। पुलिस के पूछताछ में इसने अपना नाम जमानियां कोतवाली क्षेत्र के गायघाट निवासी बृजेश सिंह बताया। उसके बताया कि वे फर्जी नाम-पता व कूटरचित दस्तावेज का प्रयोग करके दूसरे की जगह परीक्षा देने आए थे। बताया कि जिसके स्थान पर परीक्षा देने के लिए आये थे, वह मित्र था। उसी के कहने पर परीक्षा देने के लिए चले आये।
अभ्यर्थी और साल्वर के फोटो में था अंतर
जिस आवेदक के नाम पर परीक्षा देने के लिए बैठना था, उसके आइडी प्रूफ पर साल्वर ने अपनी फोटो लगा रखी थी, जिससे उनकी पहचान न हो सके। हालांकि बायोमेट्रिक हाजिरी लगने के कारण साल्वर आसानी से पकड़ा जा सका। अब इसके खिलाफ पुलिस कानूनी कार्रवाई करने में जुटी हुई है।
वाराणसी में सी-टेट में पेपर दे रहे दो साल्वर गिरफ्तार:
सी-टेट की रविवार को हुई परीक्षा के दौरान चितईपुर के स्कूल व यूपी कॉलेज में बने दो केन्द्रों से दो साल्वर पकड़े गए। आजमगढ़ व बिहार में नालंदा के रहने वाले साल्वर क्रमश: गाजीपुर व चंदौली निवासी अभ्यर्थियों की जगह परीक्षा देने पहुंचे थे। पुलिस ने उनके साथ ही अभ्यर्थियों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया है। सी-टेट के लिए चितईपुर के द आइडियल न्यू स्टार स्कूल इंग्लिश स्कूल में केन्द्र बना था। वहां गाजीपुर में सैदपुर के अजीत कुमार यादव की जगह परीक्षा देते संतोष पाल पकड़ा गया। वह आजमगढ़ के बिजारवा (मुबारकपुर) का रहने वाला है। बायोमेट्रिक उपकरण से मिलान न होने पर उसे कक्ष निरीक्षक ने पकड़ कर चितईपुर पुलिस को सौंप दिया गया।
वहीं, यूपी कॉलेज में प्रथम पाली की परीक्षा के दौरान पं. दीनदयाल नगर (चंदौली) के अनिल सोनकर की जगह परीक्षा दे रहे बिहार के रहुई (नालंदा) निवासी विकास कुमार को पकड़ा गया। शिवपुर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। अभ्यर्थियों की तलाश की जा रही है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि एक दूसरे साल्वर के जरिए उन्हें अभ्यर्थियों की जगह परीक्षा देने के लिए कहा गया था। एवज में उन्हें 35 से 50 हजार रुपये मिलने थे।
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