SSC MTS result : अभ्यर्थियों ने एसएससी एमटीएस में स्वैच्छिक उम्मीदवारी वापसी की छेड़ी मुहिम
अभ्यर्थी स्वैच्छिक उम्मीदवारी वापसी का विकल्प देने के लिए एसएससी के ई-मेल helpdesk-ssc@ssc.nic.in पर मैसेज कर रहे हैं।

कर्मचारी चयन आयोग की ओर से केंद्र सरकार के मंत्रालयों, कार्यालयों और विभागों में की जाने वाली मल्टी टॉस्किंग स्टाफ (एमटीएस) और सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडायरेक्ट टैक्सेस एवं सेंट्रल ब्यूरो ऑफ नारकोटिक्स में हवलदार भर्ती के अभ्यर्थियों ने अभ्यर्थन वापसी की मुहिम छेड़ी है। अभ्यर्थी स्वैच्छिक उम्मीदवारी वापसी का विकल्प देने के लिए एसएससी के ई-मेल helpdesk-ssc@ssc.nic.in पर मैसेज कर रहे हैं।
अभ्यर्थियों का कहना है कि 2021 तक एसएससी ने अंतिम परिणाम से पहले अभिलेख सत्यापन आयोजित किया था, जिससे अनिच्छुक (जो पहले से ही अन्य पदों के लिए चुने गए हैं और अभिलेख सत्यापन नहीं करा रहे) के साथ-साथ अयोग्य अभ्यर्थी अपने आप बाहर हो गए। हालांकि वर्तमान में न्यूनतम अंक हासिल करने वाले सर्भी अभ्यर्थियों को चयनित मान लिया जाता है, भले ही वह नौकरी करने के इच्छुक हों या नहीं। दूसरे शब्दों में, वर्तमान में आवेदन करने के बाद स्वैच्छिक रूप से अभ्यर्थन वापसी का कोई प्रावधान नहीं है जबकि भर्ती प्रक्रिया के दौरान कई अभ्यर्थी अन्य एसएससी या सरकारी परीक्षाओं में चयनित हो जाते हैं। परिणामस्वरूप, वे अंतिम चयन के बावजूद पद ग्रहण नहीं करते हैं और पद रिक्त रह जाते हैं। इसका नतीजा होता है कई योग्य अभ्यर्थी नौकरी से वंचित रह जाते हैं। इस मसले को हल करने के लिए अभ्यर्थियों ने अनुरोध किया है कि वह अंतिम परिणाम घोषित होने से पहले स्वेच्छा से अपनी उम्मीदवारी वापस लेने का विकल्प दे। यह व्यवस्था लागू होने से केवल वास्तविक रूप से इच्छुक अभ्यर्थी ही चयन प्रक्रिया में बने रहेंगे और अधिक से अधिक अभ्यर्थियों को रोजगार प्राप्त हो सकेगा। स्वैच्छिक उम्मीदवारी वापसी की अनुमति देकर, आयोग यह सुनिश्चित कर सकता है कि अवसर उन लोगों तक पहुंचे जिन्हें उनकी जरूरत है।
एमटीएस के लिए वर्षवार मिले आवेदन
2024 57,44,713
2023 26,09,777
2022 55,21,917
2021 39,33,119
2020 45,35,071