रेलवे बोर्ड ने ग्रुप सी के सभी लंबित चयनों को रद्द किया, RRB कराएगा डिपार्टमेंटल एग्जाम
- रेलवे बोर्ड ने ग्रुप सी पदों पर सभी लंबित विभागीय चयनों को रद्द कर दिया है, जिन्हें चार मार्च तक अंतिम रूप नहीं दिया गया और अनुमोदित भी नहीं किया गया।

रेलवे बोर्ड ने ग्रुप सी पदों पर सभी लंबित विभागीय चयनों को रद्द कर दिया है, जिन्हें चार मार्च तक अंतिम रूप नहीं दिया गया और अनुमोदित भी नहीं किया गया । अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। बुधवार को सभी रेलवे जोन के महाप्रबंधकों को भेजे गए एक परिपत्र में बोर्ड ने कहा, ‘हाल के दिनों में विभागीय चयन में देखी गई कई अनियमितताओं के कारण विभागीय चयन ढांचे पर फिर से विचार करने का निर्णय लिया गया है और सभी लंबित चयन/एलडीसीई/जीडीसीई (ग्रुप सी के भीतर) जिन्हें चार मार्च तक अंतिम रूप नहीं दिया गया है और अनुमोदित नहीं किया गया है, उन्हें रद्द माना जाए।’ बोर्ड ने कहा, ‘अगले आदेश तक कोई और चयन शुरू नहीं किया जा सकता है।’
आरआरबी को डिपार्टमेंटल एग्जाम कराने का जिम्मा
रेल मंत्रालय ने एक महत्वपूर्ण कदम के तहत रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) को सभी विभागीय पदोन्नति परीक्षाएं एक केंद्रीकृत कंप्यूटर आधारित परीक्षा के माध्यम से आयोजित करने के लिए कहा है। यह निर्णय ऐसे समय में आया है जब एक दिन पहले ही केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने उत्तर प्रदेश के मुगलसराय में पूर्व मध्य रेलवे के 26 रेलवे अधिकारियों को विभागीय परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक करने के आरोप में गिरफ्तार किया था और छापेमारी के दौरान 1.17 करोड़ रुपये नकद जब्त किए थे।
मंत्रालय के निर्णय से पहले विभागीय पदोन्नति परीक्षाएं रेलवे मंडलों और जोन द्वारा आंतरिक रूप से आयोजित की जाती थीं और हाल में इन परीक्षाओं में भ्रष्टाचार और अनुचित साधनों के प्रयोग के कई आरोप सामने आए थे।
रेलवे मंत्रालय ने कहा, ‘रेलवे बोर्ड ने बुधवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि सभी विभागीय पदोन्नति परीक्षाएं आरआरबी/केंद्रीकृत परीक्षा सीबीटी के माध्यम से होंगी।’
इसमें कहा गया है, ‘सभी क्षेत्रीय रेलवे परीक्षा के लिए एक कैलेंडर बनाया जायेगा। सभी परीक्षाएं कैलेंडर के आधार पर ही आयोजित की जाएंगी।’
मंत्रालय ने कहा कि हाल के वर्षों में आयोजित पारदर्शी और निष्पक्ष परीक्षाओं के अपने लंबे अनुभव को ध्यान में रखते हुए आरआरबी को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इसने कहा, ‘परीक्षा केंद्रों में अभ्यर्थियों की जांच और तलाशी मेटल डिटेक्टर से की जाती है।’