JEE main session 1: इस साल जेईई मेन में रिकॉर्ड 12 गलत प्रश्न, एनटीए पर सवाल?
JEE main session 1 resultछ जेईई मेन का रिजल्ट 11 फरवरी को जारी हो चुका है। उससे पहले आंसर की भी जारी हो चुकी थी। लेकिन इसमें चौंकाने वाली बात यह रही है कि इस बार फाइनल आंसर की में सबसे ज्यादा 12 सवालों को ड्राप किया गया है

जेईई मेन का रिजल्ट 11 फरवरी को जारी हो चुका है। उससे पहले आंसर की भी जारी हो चुकी थी। लेकिन इसमें चौंकाने वाली बात यह रही है कि इस बार फाइनल आंसर की में सबसे ज्यादा 12 सवालों को ड्राप किया गया है। ये सभी सवाल ऐसे थे, जिनमें गलतियां पाई गईं थी। यह जेईई मेन के इतिहास में पहली बार है, जब सबसे ज्यादा ड्राप किए गए हैं। इससे पहले कभी इतने सवाल ड्राप नहीं किएगए हैं। इंजीनियरिंग में एडमिशन के लिए ली जाने वाली जेईई मेन परीक्षा में इतने सवालों का गलत पाया जाना नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की काबिलियत पर गंभीर सवाल खड़ा करता है कि क्या एजेंसी इतने बड़े पैमाने पर निष्पक्ष और पारदर्शी परीक्षा कराने में सक्षम है।
इस साल सबसे ज्यादा सवाल ड्राप हुए
सवालों की कुल संख्या 90 से घटाकर 75 करने के बावजूद जो एरर रेट है, वो बढ़कर 1.6% हो गई, जो ऐतिहासिक 0.6% से कहीं ज्यादा है। पिछले साल की बात करें तो सबसे ज्यादा 6 सवाल 2024 में जेईई मेन सेशन 1 में किए गए थे, उसके बाद सेशन टू में 4 सवाल ड्राप किए गए। आपको बता दें कि एनटीए ने दावा किया है कि 2023, 2024 और 2025 के सेशन 1 में 6 सवाल ड्राप किए गए हैं, लेकिन 2025 में आंसर की में 12 सवालों को ड्राप दिखाया गया है।
क्या था गलत
टाइम्स ऑफ इंडिया वेबसाइट की खबर के अनुसार आपको बता दें कि इस बार भाषाई अनुवादों में विसंगतियां ही इस एग्जाम की प्रक्रिया पर विश्वास को कमजोर करती हैं। इस आंसर की में भी दो अनुवाद की एरर थीं, जिसकी वजह से कंफ्यूजन बढ़ा। एक गलत जवाब को बाद में सही किया गया। जो स्टूडेंट्स हिंदी और गुजराती में जवाब दे रहे थे, उनके पास दो आंसर च्वाइज थी और जबकि अन्य के पास केवल एक ही था, जिससे एनटीए की निष्पक्षता को लेकर चिंता जाहिर की जा सकती है। यह नहीं, आउटऑफ सिलेबस के सवाल भी एनटीए की विश्वसनीयता पर चोट करते हैं।
इन सभी गलत फ्रेम किए गए सवालों से स्टूडेंट्स का समय खराब होता है। स्टूडेंट्स ऐसे सवाल पर 10-15 मिनट खराब कर देते हैं, जो गलत है। इससे उनकी पर्फोर्मेंस और रैंकिंग पर असर पड़ता है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।