BHU PhD Admission 2025 : बीएचयू प्रशासन ने पीएचडी दाखिले में गलती स्वीकारी
- बीएचयू ने माना है कि पीएचडी नोटिफिकेशन में त्रुटियों के कारण छात्रों के सामने भ्रम की स्थिति बनी। परीक्षा विभाग की ओर से विभागों को दोबारा पत्र भेजे गए हैं।

पीएचडी प्रवेश परिणाम के मामले में बीएचयू प्रशासन बैकफुट पर आ गया है। बुधवार को परीक्षा विभाग के अधिकारियों ने प्रेसवार्ता के दौरान पूरे प्रकरण पर सफाई दी। उन्होंने यह भी माना कि पीएचडी नोटिफिकेशन में त्रुटियों के कारण छात्रों के सामने भ्रम की स्थिति बनी। हालांकि अधिकारियों ने यह भी भरोसा दिलाया कि किसी छात्र के साथ अन्याय नहीं होने पाएगा। परीक्षा विभाग के अधिकारियों ने माना कि नोटिफिकेशन में सामाजिक समावेशन नीति अध्ययन केंद्र का नाम ही गलत प्रकाशित हुआ था। यहां सेंटर फॉर सबॉल्टर्न स्टडीज प्रकाशित था जबकि यह नाम काफी पहले बदला जा चुका है। प्रो. जीपी सिंह ने बताया कि सामाजिक समावेशन अध्ययन केंद्र में रेट मुक्त श्रेणी में जेआरएफ की तरह ही एमफिल करने वाले छात्रों को भी अर्ह घोषित किया गया था। अगले बिंदु में विषय को लेकर भी स्पष्ट किया जाना था मगर त्रुटिवश यह नहीं हो सका। परीक्षा नियंता प्रो. सुषमा घिल्डियाल ने बताया कि इस प्रकरण पर बनी कमेटी की जांच पूरी हो चुकी है और जल्द ही निर्णय लिया जाएगा।
अधिकारियों ने कुलपति आवास के सामने धरना दे रहे छात्र शिवम सोनकर के संबंध में भी स्पष्टीकरण दिया। दूसरी श्रेणी की सीटें खाली रहने के बावजूद दूसरा स्थान पाने वाले छात्र को प्रवेश न दे पाने के संबंध में वह नियमों का हवाला देते रहे।
यह भी बताया कि 27 विभागों ने काउंसिलिंग से पहले ही आवेदनों के आधार पर सीटों की श्रेणी बदल दी थी जिससे अन्य विभाग और केंद्रों के छात्रों को समस्या नहीं हो रही। परीक्षा विभाग की तरफ से बताया गया कि 31 मार्च तक सभी परिणाम जारी कर दिए जाएंगे। इसके लिए विभागों को दोबारा पत्र भेजे गए हैं।