जोमैटो के शेयर में भूचाल, 3 दिन में निवेशकों के डूब गए ₹44,600 करोड़, अब आगे क्या करें? एक्सपर्ट से समझें
- Zomato share crash: ऑनलाइन फूड डिलिवरी कंपनी जोमैटो के शेयर इन दिनों चर्चा में हैं। दिसंबर तिमाही नतीजों के बाद कंपनी के शेयर में लगातार गिरावट देखी जा रही है। बीते तीन दिनों से निवेशक इस शेयर को बेच रहे हैं। इस दौरान इसमें 18% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई।
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Zomato share crash: ऑनलाइन फूड डिलिवरी कंपनी जोमैटो के शेयर लगातार चर्चा में हैं। दिसंबर तिमाही नतीजों के बाद कंपनी के शेयर में तगड़ी गिरावट देखी जा रही है। निराशाजनक तिमाही नतीजों के बाद निवेशक घबरा गए हैं, यही वजह है इसमें बीते तीन दिनों से लगातार बड़ी गिरावट देखी जा रही है। तीन दिन की बिकवाली के दौरान जोमैटो का मार्केट कैप 44,620 करोड़ रुपये कम हो गया। यह बुधवार तक गिरकर 2,01,885 करोड़ रुपये हो गया। आज भी कंपनी के शेयर 5% से अधिक टूट गए और 203.80 रुपये के इंट्रा डे लो तक आ गए थे।
क्यों गिर रहा है शेयर?
कंपनी के शेयरों में गिरावट के पीछे दिसंबर तिमाही के खराब नतीजे हैं। दरअसल, जोमैटो का अक्टूबर से दिसंबर तक में प्रॉफिट घटा है। कंपनी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, FY25 की तीसरी तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट एक साल पहले की समान अवधि के 138 करोड़ रुपये से घटकर 59 करोड़ रुपये हो गया। यानी नेट प्रॉफिट में 57.25% की भारी गिरावट दर्ज की गई। दिसंबर तिमाही में कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू 64.39 प्रतिशत बढ़कर 5,405 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह 3,288 करोड़ रुपये था।
इसके अलावा, शेयर में गिरावट के पीछे एक और कारण फूड डिलिवरी बिजनेस के ग्रोथ का घटना है। दरअसल, जोमैटो की ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू दिसंबर तिमाही में केवल 2% ही बढ़ा है., जो कि उम्मीद से बेहद कम है।
वहीं, जोमैटो ने ब्लिंकिट के लिए आक्रामक स्टोर विस्तार की योजना बनाई, जिससे निवेश लागत बढ़ गई है। क्विक कॉमर्स बिजनेस का घाटा बढ़ गया और तीसरी तिमाही में कंपनी का कुल शुद्ध लाभ कम हो गया। यह भी वजह है कि निवेशकों का भरोसा थोड़ा डगमगा गया है। हालांकि, कई ब्रोकरेज ने स्टोर विस्तार पर जोमैटो के आक्रामक कदम की सराहना की। जेफरीज ने यह भी कहा कि यह प्रतिस्पर्धियों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित कर सकता है।
निवेशकों को क्या करना चाहिए?
ब्रोकरेज कंपनियों का इस शेयर को लेकर अलग-अलग मत है। कुछ ने निवेशकों को सलाह दी कि वे इसे 210-200 रुपये के स्तर के आसपास खरीदना शुरू करें और गिरावट पर इसे जोड़ते रहें, जबकि अन्य का मानना है कि वर्तमान में केवल उच्च जोखिम वाले निवेशक ही स्टॉक को बनाए रख सकते हैं। अन्यथा बेचने में ही भलाई है।
घरेलू ब्रोकरेज फर्म जियोजित फाइनेंशियल ने 280 रुपये के अपेक्षित टारगेट प्राइस के साथ जोमैटो पर अपना पॉजिटिव रुख बनाए रखा है। ब्रोकरेज फर्म के मुताबिक, यदि आपके पास अधिक संख्या में स्टॉक है तो फेज वाइज इसे औसतन 210-200 रुपये के आसपास रखें। मौजूदा बाजार प्राइस इसमें नए रूप से एंट्री न करें।' वहीं, वेल्थमिल्स सिक्योरिटीज का मानना है कि अधिक जोखिम उठाने की क्षमता वाले निवेशक स्टॉक को बनाए रखने पर विचार कर सकते हैं।
ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म दे रहे खरीदने की सलाह
जोमैटो के शेयर में भारी गिरावट के बावजूद लेकर अधिकतर ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म पॉजिटिव हैं। ब्रोकरेज फर्म नोमुरा ने कहा कि जोमैटो को अधिक चुनौतीपूर्ण आउटलुक का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन उसने कहा कि इसका क्विक कॉमर्स बिजनेस ब्लिंकिट बाजार में टॉप-2 पोजिशन हासिल करने के लिए तैयार है। जेफरीज भी, ब्लिंकिट के परफॉर्मेंस को लेकर पॉजिटिव है। ब्रोकरेज फर्म के मुताबिक, दिसंबर 2025 तक ब्लिंकिट की स्टोर संख्या को 2,000 तक दोगुना करने के मैनेजमेंट के लक्ष्य के बारे में आश्वस्त है। इसके बावजूद, ब्रोकरेज ने स्टॉक पर 'होल्ड' रेटिंग बरकरार रखते हुए स्टॉक पर अपना टारगेट प्राइस घटाकर 255 रुपये कर दिया।
ब्रोकरेज फर्म बर्नस्टीन ने 310 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ जोमैटो स्टॉक पर 'आउटपरफॉर्म' रेटिंग बरकरार रखी है। वहीं, नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने यह भी कहा कि ब्लिंकिट के डार्क स्टोर में बढ़ोतरी उम्मीदों से कहीं अधिक है, जिससे तेजी से विकास हो रहा है। नुवामा ने कहा, "हमारा मानना है कि डार्क स्टोर जोड़ने की लागत में बढ़ोतरी से छोटी अवधि में प्रॉफिबिलिटी पर असर पड़ेगा, लेकिन भविष्य की तिमाहियों में प्रॉफिबिलिटी में बढ़ोतरी होगी क्योंकि ये स्टोर मैच्योर होंगे। इसका असर शेयर पर भी पॉजिटिव पड़ेगा।"नुवामा ने स्टॉक पर अपना टारगेट प्राइस घटाकर 300 रुपये कर दिया है, लेकिन इसने 'बाय' कॉल को बरकरार रखा है।
अन्य ब्रोकरेज फर्मों में, सीएलएसए ने जोमैटो स्टॉक पर टारगेट प्राइस 400 रुपये रखा है, जबकि बोफा सिक्योरिटीज ने इसे 375 रुपये और नोमुरा इंडिया ने 290 रुपये तय किया है। इन सभी ब्रोकरेज फर्म ने इसे खरीदने की सलाह दी है।
मैक्वेरी ने 130 रुपये का दिया टारगेट प्राइस
हालांकि, ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म मैक्वेरी ने जोमैटो के शेयर पर 130 रुपये प्रति शेयर के टारगेट के साथ'अंडरपरफॉर्म' रेटिंग दी है। यह करीबन 36% तक गिरावट का संकेत दे रहा है।
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