टाटा मोटर्स के बड़े अधिकारी क्यों छोड़ रहे हैं साथ? शेयरों पर बुरा असर पड़ा, चेक करें टारगेट प्राइस
- Tata Group Stock: टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा मोटर्स (Tata Motors) के शेयरों में गिरावट देखने को मिली है। कंपनी के शेयरों में गिरावट के पीछे की वजह डीमर्जर की खबर को माना जा रहा है। जिसकी वजह से कई बड़े अधिकारी कंपनी का साथ छोड़ रहे हैं।

Tata Group Stock: टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा मोटर्स (Tata Motors) के शेयरों में गिरावट देखने को मिली है। कंपनी के शेयरों में गिरावट के पीछे की वजह डीमर्जर की खबर को माना जा रहा है। जिसकी वजह से कई बड़े अधिकारी कंपनी का साथ छोड़ रहे हैं। शुक्रवार को भारी बिकवाली की वजह से टाटा मोटर्स के शेयरों का भाव 672.40 रुपये पर एनएसई में बंद हुआ था। कंपनी का इंट्रा-डे लो लेवल 671.10 रुपये रहा है।
टाटा मोटर्स डीमर्जर का क्या है मामला?
टाटा ग्रुप की इस कंपनी ने मार्च 2024 में डीमर्जर का ऐलान किया था। कंपनी टैलेंट मैपिंग कर रही है। जिससे बड़े अधिकारियों को दोनों कंपनियों में से किसी एक कंपनी में जिम्मेदारी दी जा सके। मिंट की रिपोर्ट के अनुसार मर्जर के ऐलान के बाद टाटा मोटर्स ने टैलेंट मैपिंग के लिए प्रोफेशनल कंपनियों के जिम्मेदारी दी है।
लेकिन इस प्रक्रिया से कई टाटा मोटर्स के अधिकारी नाखुश नजर आ रहे हैं। जिसकी वजह से उन्होंने कंपनी को भी छोड़ दिया है। एक अधिकारी के अनुसार, “अगर आप दोनों बिजनेस में बड़ी पोस्ट पर हैं तो अब आपको एक छोड़ना पड़ेगा। अब आपको किसी एक पद पर ही रहना पड़ेगा। इससे टीम की साइज छोटी हो जाएगी।”
विश्वरूम मुखर्जी (HR कॉमर्शियल बिजनेस यूनिट), अनुराग मेहरोत्रा (वाइस प्रेसीडेंट इंटरनेशनल बिजनेस एंड स्ट्रैटजी), विनय पंत (चीफ मार्केटिंग ऑफिसर - पैसेंजर्स), विनय पाठक (हेड ऑफ प्रोडक्ट प्लानिंग एंड प्रोग्राम मैनेजमेंट) जैसे कई बड़े अधिकारियों ने इस दौरान कंपनी को साथ छोड़ दिया।
टाटा मोटर्स टारगेट प्राइस (Tata Motors target price)
कंपनी के प्रदर्शन को लेकर एक्सपर्ट अंशुल जैन कहते हैं, “टाटा मोटर्स के शेयर 659 रुपये के आस-पास ट्रेड कर रहे हैं। लेकिन हालिया बिकवाली ने स्थितियों पर असर डाला है। साप्तिहक और रोजाना स्ट्रक्चर मंदड़िया की ओर इशारा कर रहा है। लेकिन 695 रुपये के ब्रेकआउट पर कंपनी के शेयर 750 रुपये के लेवल तक जा सकते हैं।”
(यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार जोखिमों के अधीन है। किसी भी निवेश से पहले सूझ-बूझ के साथ फैसला करें। यहां प्रस्तुत एक्सपर्ट्स के विचार निजी हैं। लाइव हिन्दुस्तान इस आधार पर निवेश करने की सलाह नहीं देता है।)