दिल्ली साहित्य महोत्सव में दिखेगी विचार, दर्शन और संस्कृति की झलक
राजधानी में आयोजित होने वाले दिल्ली साहित्य महोत्सव में विचार, दर्शन और संस्कृति की झलक दिखाई पड़ेगी। बीकानेर हाउस में 2 से 4 मई तक चलने वाले समारोह में लेखक, विचारक और कलाकार हिस्सा लेंगे…

नई दिल्ली, प्रमुख संवाददाता। राजधानी में आयोजित होने वाले दिल्ली साहित्य महोत्सव में विचार, दर्शन और संस्कृति की झलक दिखाई पड़ेगी। बीकानेर हाउस में 2 से 4 मई तक चलने वाले समारोह में लेखक, विचारक और कलाकार हिस्सा लेंगे। साहित्य महोत्सव में इस बार दिल्ली के दृष्टिकोण, कविताओं और कलाओं पर आधारित कार्यक्रम विशेष तौर पर आयोजित किए जाएंगे।
दिल्ली के सबसे प्रमुख सांस्कृतिक समारोहों में शामिल दिल्ली साहित्य महोत्सव के 13वें संस्करण का उद्घाटन 2 मई को केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत करेंगे। तीन दिन तक चलने वाले इस महोत्सव की थीम इस बार ‘दिल्ली लिखती हैः आवाजें, दृष्टिकोण और छंद’ रखा गया है। महोत्सव में राजदूत अभय के, डॉ. ऐश्वर्या पंडित, अरुण आनंद, लक्ष्मी मुर्देश्वर पुरी, रविशंकर एटेथ, मुकुल कुमार, पवन के शर्मा और तस्लीमा नसरीन जैसे बेहतरीन विचारक और बेस्ट सेलर किताबों के लेखक हिस्सा लेंगे। महोत्सव में राष्ट्रीय विषयों पर वार्तालापों के साथ-साथ दिल्ली की जीवंत साहित्यिक आत्मा को उजागर करने वाले कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत के अलावा दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, विधानसभा अध्यक्ष विजेन्द्र गुप्ता, कैबिनेट मंत्री कपिल मिश्रा, एनडीएमसी अध्यक्ष केशव चंद्रा, यूनेस्को भारत के निदेशक और प्रतिनिधि टिम कर्टिस आदि भी कार्यक्रम के अलग-अलग हिस्सों में शामिल होंगे। इस दौरान नीति, राजनीति और साहित्य से जोड़ने वाले कई प्रमुख सत्रों में बौद्धिक चर्चा का आयोजन किया जाएगा।
साहित्य महोत्सव में सांसद बांसुरी स्वराज जनसांख्यिकी, संवाद और विकास पर विशेष पैनल चर्चा को संबोधित करेंगी। इसमें युवा, शासन और राष्ट्र निर्माण पर चर्चा की जाएगी। दिल्ली में यमुना की स्थिति पर ‘फ्लोइंग थ्रू टाइमः हीलिंग द यमुना’ शीर्षक से आयोजित कार्यक्रम में दिल्ली के कैबिनेट मंत्री प्रवेश साहिब सिंह वर्मा पारिस्थितिक विरासत और टिकाऊ भविष्य पर प्रकाश डालेंगे। महोत्सव में राजनीतिक टिप्पणीकार और लेखक डॉ. आनंद रंगनाथन के साथ ‘अन स्क्रिप्टेड, अनएपोलॉजेटिक, अनफिल्टर्ड’ शीर्षक से बिना कोई रोक-टोक वाली चर्चा होगी। कार्यक्रम में श्रीजीत शांडिल्य की राष्ट्रीय बेस्टसेलर ‘क्या हम फिर से अजनबी हो सकते हैं’ पर भी चर्चा होगी। नित्यानंद मिश्रा अपनी पुस्तक ‘कुंभः द ट्रेडीशनली मॉडर्न मेला’ के बारे में बात करेंगे।
अवॉर्ड भी दिए जाएंगे
महोत्सव में दिल्ली लिटरेचर फेस्टिवल अवॉर्ड 2025 को भी शामिल किया गया है। इसमें सात साहित्यिक श्रेणियों में उत्कृष्ट कृतियों को सम्मानित किया जाएगा। इसके साथ ही युवा लेखकों के लिए एक खुली प्रतियोगिता ‘नई सदी के लेखक’ नाम से आयोजित की जाएगी। उत्सव का समापन मीनू बख्शी के लाइव प्रदर्शन के साथ होगा। महोत्सव के लिए www.delhiliteraturefestival.org वेबसाइट पर नि:शुल्क पंजीकरण कराया जा सकता है।
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