महाशिवरात्रि पर अरघा से होगा महेंद्रनाथ का जलाभिषेक
महाशिवरात्रि 26 फरवरी को है और प्रशासन इस बार महाशिवरात्रि की तैयारी के साथ-साथ मेंहदार महोत्सव की भी तैयारी कर रहा है। दो साल के बाद महोत्सव का आयोजन हो रहा है, जिसमें सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विशेष...

सिसवन। महाशिवरात्रि 26 फरवरी को है। प्रशासन द्वारा महाशिवरात्रि की तैयारी जोरों पर है। महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या पर यहां पर मेंहदार महोत्सव मनाने की तैयारी भी साथ-साथ चल रही है। पर्यटन मानचित्र पर मेंहदार को लाने के लिए 2017 में यहां मेहंदार महोत्सव की शुरुआत की गई। कोरोना को लेकर 2 साल मेहंदार महोत्सव नहीं हुए। लेकिन 21 से पुनः महोत्सव की शुरुआत हुई। तीन साल पूर्व सावन में हुए भगदड़ के कारण तीन महिलाओं की मौत हो गई थी। इसके बाद प्रशासन ने यहां पर बैरेकेटिंग के जरिए अरघा के माध्यम से बाबा महेंद्रनाथ की जलाभिषेक की शुरुआत की गई। प्रशासनिक स्तर से मिली खबरों का अनुसार, इस बार भी बाबा महेंद्रनाथ का जलाभिषेक अरघा के जरिए होगा। मंदिर परिसर से लेकर परिसर के बाहरी गेट तक के बाहर भी बैरिकेटिंग की जा रही है। इसमें महिला व पुरुष शिव भक्त अलग-अलग कतार में लगकर अरघा के माध्यम से महेंद्रनाथ का जलाभिषेक करेंगे। जलाभिषेक के लिए कमलदाह सरोवर से जल लेने के बाद श्रद्धालुओं को बैरिकेडिंग में प्रवेश कर एक लंबी दूरी तय कर बाबा के चौकट तक पहुंचना होगा। बीडीओ राजेश कुमार ने बताया कि मेला परिसर में वाहनों का प्रवेश वर्जित रहेगा। पंचायत सरकार भवन व विश्वकर्मा कुटी के पास वाहनों के प्रवेश को रोका जाएगा। महाशिवरात्रि के पूर्व संध्या पर होगा मेहंदार महोत्सव बाबा महेंद्रनाथ नगरी मेहंदार को पर्यटन मानचित्र पर लाने के लिए प्रशासन ने मेहंदार महोत्सव की शुरुआत की। मगर इसे पर्यटन मानचित्र पर नहीं लाया जा सका। महाशिवरात्रि के पूर्व संध्या पर यहां पर महोत्सव की तैयारी जारी है। जिला प्रशासन पर्यटन मंत्रालय के निर्देश पर महोत्सव का आयोजन कराएगा। जिला प्रशासन ही महोत्सव की रूपरेखा तैयार करता है। उसके बुलाए गए कलाकारों से विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम किया जाता है। स्थानीय स्तर के कलाकार भी भाग लेंगे। उनका चयन जिला प्रशासन ही करता है। इस बार राष्ट्रीय कलाकार कुमार सत्यम व स्थानीय कलाका महोत्सव में जलवा बिखेंरेंगे। महोत्सव में पहुंचते हैं जिले के जनप्रतिनिधि व पदाधिकारी मेहंदार महोत्सव में जिला के सांसद व विधायक को अतिथि बनाया जाता है या कभी-कभी प्रशासनिक पदाधिकारी भी होते है। जिला के लगभग सभी पदाधिकारियों का आना होता है। इस बार कौन-कौन लोग भाग लेते हैं , देखना होगा। लेकिन किसी ने भी महोत्सव के बाद यह प्रयास नहीं किया कि इसे पर्यटन मानचित्र पर लाया जाए। सुरक्षा व्यवस्था कड़ी होगी मेहंदार में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रयाप्त मात्रा में सुरक्षा व्यवस्था रहेगा। जिला से पुरुषों व महिला पुलिस बल की तैनाती की जाएगी। जिला स्तर के कई पदाधिकारी भी महोत्सव व महाशिवरात्रि के दिन मेहंदार में कैंप करेंगे। इसके अलावा स्थानीय स्तर के थाना को भी सुरक्षा व्यवस्था में लगाया जाता है। सिसवन, रघुनाथपुर, हसनपुर आदि के पर्यवेक्षकों को मजिस्ट्रेट के रूप में भी तैनात किया जाता है। दीवार तोड़ दक्षिणी गेट कराया गया खाली प्रखंड व अंचल प्रशासन प्रत्येक बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए काम कर रहा है। बाबा महेंद्रानाथ मंदिर के दक्षिणी गेट पर निर्मित दीवार को अंचल प्रशासन एवं चैनपुर पुलिस ने हटाकर गेट को खाली कराया। मेहंदार मंदिर के महंत तारकेश्वर गिरी दीवार हटाने का विरोध कर रहे थे। सीओ पंकज कुमार उन्हें बार - बार समझाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन वे समझने को तैयार नहीं थे। इसके बाद पुलिस बल के सहयोग से दीवार को तोड़कर हटाया गया एवं गेट को खाली कराया गया।
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