फर्जी नर्सिंग होम व जांच घरों पर कार्रवाई का डीएम ने दिया निर्देश
सीतामढ़ी में स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने के लिए प्रशासन ने फर्जी नर्सिंग होम और जांच केंद्रों के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। जिलाधिकारी रिची पांडेय ने जांच के आदेश दिए हैं और अनुपस्थित चिकित्सकों के...

सीतामढ़ी। जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ एवं पारदर्शी बनाने की दिशा में जिला प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है। आमजन से प्राप्त लगातार शिकायतो पर जिलाधिकारी रिची पांडेय ने फर्जी नर्सिंग होम और जांच घरों के विरुद्ध सख्त कदम उठाने का नर्दिेश जारी किया है। इसी क्रम में सिविल सर्जन को पत्र लिखकर नानपुर स्थित चल रहे एक फर्जी हॉस्पीटल समेत स्वास्थ्य संस्थानों की तत्काल जांच करने का आदेश दिया गया है। पत्र के अनुसार प्रभारी चिकत्सिा पदाधिकारी, नानपुर को जांच कर 24 घंटे के भीतर प्रतिवेदन सौंपने का नर्दिेश दिया गया है। डीएम द्वारा यह कार्रवाई जनमानस की शिकायतों के आधार पर की गई है, जिसमें जिले में अवैध रूप से संचालित नर्सिंग होम एवं जांच केंद्रों के संचालन की बात सामने आई थी। इस पहल का उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को सुनश्चिति करना तथा अवैध रूप से संचालित संस्थानों को चन्हिति कर आवश्यक कार्रवाई करना है।
अनुपस्थित चिकत्सिकों के विरुद्ध की गयी कार्रवाई:
बीते गुरुवार को देर शाम डीएम ने जनशिकायत पर बाजपट्टी एवं बथनाहा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई खामियां सामने आईं। जहां स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को फटकार लगायी गयी। बाजपट्टी स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकत्सिा पदाधिकारी डॉ. ए.पी. झा अपने कर्तव्यों से अनुपस्थित पाए गए, वहीं डॉ. परवेज अली भी ड्यूटी से गायब मिले। बथनाहा स्वास्थ्य केंद्र में डॉ. रवद्रिं कुमार साह की भी अनुपस्थिति पाई गई। इन सभी चिकत्सिकों का एक दिन का वेतन काटने का आदेश डीएम के द्वारा सिविल सर्जन को दिया गया है। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन को नर्दिेशित किया कि सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं अस्पतालों में चिकत्सिकों की उपस्थिति रोस्टर के अनुसार सुनश्चिति की जाए। उन्होंने कहा कि ड्यूटी में लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के वरीय अधिकारियों को भी आदेशित किया गया कि निरीक्षण के दौरान पाई गई खामियों को शीघ्र दूर करें अन्यथा कठोर कार्रवाई के लिए तैयार रहें। डीएम ने स्पष्ट रूप से कहा कि आम जनता को गुणवत्तापूर्ण, सुलभ और समय पर स्वास्थ्य सेवाएं देना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
उन्होंने यह भी कहा कि भवष्यि में इस तरह के निरीक्षण लगातार किए जाएंगे और लापरवाह कर्मियों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। डीएम के आदेश पर सिविल सर्जन डॉ.अखिलेश कुमार के द्वारा शुक्रवार को निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाए गए तीनों चिकत्सिकों से शो-कॉज करते हुए एक दिन का वेतन स्थगित कर दिया। वहीं, डीएम व स्वास्थ्य प्रशासन के द्वारा किए गए कार्रवाई से स्वास्थ्य महकमा में हड़कंप मच गया है। सिविल सर्जन ने बताया शुक्रवार को दोनों प्रभारी चिकत्सिा पदाधिकारी को अस्पताल में चिकत्सिकों की उपस्थिति रोस्टर के अनुसार सुनश्चिति करने के साथ ड्यूटी में लापरवाही किसी भी सूरत में नहीं करने की हिदायत दी गयी है। साथ ही निरीक्षण में पाए गए सभी कमियों को शीघ्र दूर करने का आदेश दिया गया है।
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