जिले के लाल को मिला सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक का पुरस्कार
पूर्वी क्षेत्र की विविध पारिस्थितिकी के लिए उपयुक्त चावल की 11 जलवायु अनुकूल किस्में की है विकसित

सासाराम, निज संवाददाता। रोहतास जिले के चेनारी थाना क्षेत्र के ममरेजपुर निवासी डॉ. संतोष कुमार को इस साल का सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक पुरस्कार से नवाजा गया है। उन्हें यह सम्मान आईसीएआर पटना के रजत जयंती स्थापना दिवस पर आयोजित समारोह के दौरान 22 फरवरी को मिला है। डॉ. संतोष कुमार वर्तमान में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना, बिहार, भारत में वरिष्ठ वैज्ञानिक के रूप में कार्यरत हैं। उन्हें सम्मान दिए जाने पर जिले में खुशी की लहर है। बताया जाता है कि डॉ. कुमार के पास अजैविक तनाव के लिए प्रजनन में विशेषज्ञता के साथ पादप प्रजनन के क्षेत्र में 15 वर्षों का अनुसंधान और विस्तार का अनुभव है। उन्होंने पूर्वी क्षेत्र की विविध पारिस्थितिकी के लिए उपयुक्त चावल की 11 जलवायु अनुकूल किस्में (स्वर्ण श्रेया, स्वर्ण शक्ति धन, स्वर्ण समृद्धि धन, स्वर्ण सूखा धन, स्वर्ण शुस्क धन, स्वर्ण उन्नत धन, स्वर्ण पूर्वी धन 1, स्वर्ण पूर्वी धन 2, स्वर्ण पूर्वी धन 3, स्वर्ण पूर्वी धन 4, स्वर्ण पूर्वी धन 5) विकसित की है। इसके अलावा उन्होंने सात अन्य चावल किस्मों, 2 फाबा बीन और एक चना किस्म के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं में 125 शोध पत्र प्रकाशित किए हैं। डॉ. कुमार ने बिल मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन और अंतर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान द्वारा वित्त पोषित कई अंतर्राष्ट्रीय परियोजनाओं का भी नेतृत्व किया है। उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए उत्कृष्टता अनुसंधान पुरस्कार 2021, एनएआरईएस-आईआरआरआई फेलोशिप पुरस्कार 2024 से भी नवाजा गया है।
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