बिहार से शराबबंदी हटाकर दूसरा कानून ले आइए, आरजेडी विधायक ने भरे सदन में कर दी मांग
आरजेडी विधायक कुमार सर्वजीत ने कहा कि अगर नीतीश सरकार की पुलिस बिहार में शराब की तस्करी रोकने में सक्षम नहीं है तो, सरकार शराबबंदी कानून हटाकर कोई दूसरा कानून ले आए।

लालू एवं तेजस्वी यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के विधायक कुमार सर्वजीत ने बिहार से शराबबंदी कानून हटाने की मांग कर दी है। उन्होंने बिहार विधानसभा में बोलते हुए बुधवार को शराबबंदी के मुद्दे पर नीतीश सरकार को जमकर घेरा। आरजेडी विधायक ने कहा कि अगर बिहार पुलिस शराब की तस्करी रोकने में सक्षम नहीं है तो शराबबंदी कानून को वापस ले लेना चाहिए। इसके बजाय उन्होंने दूसरा कानून लाने की नसीहत भी दे दी।
विधानसभा में बजट सत्र की कार्यवाही के दौरान कुमार सर्वजीत ने कई मुद्दों पर सरकार पर निशानाा साधा। शराबबंदी पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि जब यह कानून बना था, तब हमने (आरजेडी) ने इसका समर्थन किया था। उस वक्त हमें पता नहीं था कि हम किस चीज का समर्थन करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून लागू होने के बाद बिहार में दारू पीने सैकड़ों लोगों की मौतें हो चुकी हैं। उन्होंने सदन में साल दर साल हुई मौतों के आंकड़े भी गिनाए।
कुमार सर्वजीत ने आरोप लगाया कि शराब के केस में गरीबों को जानबूझकर फंसाया जा रहा है। मद्य निषेध विभाग और पुलिस के पदाधिकारी जमकर वसूली कर रहे हैं। थानों में हर महीने 5-10 लाख का कलेक्शन हो रहा है। शराब की होम डिलीवरी भी हो रही है। राज्य में हर जगह शराब बिक रही है। उन्होंने कहा, “शराब के नाम पर गरीबों और दलितों को जेल भेज दो, उनका शोषण करो इसके लिए हमने शराबबंदी का समर्थन नहीं दिया था। यह कानून हटाकर कोई दूसरा ले आइए। गुजरात में भी शराबबंदी कानून बना है।”
मंत्री को दी गांव में आने की चुनौती
आरजेडी विधायक ने मद्य निषेध मंत्री रत्नेश सदा को सदन के अंदर चुनौती दे दी। कुमार सर्वजीत ने कहा, 'मद्य निषेध मंत्री एक बार मेरे साथ मोटर साइकिल पर चलें, एक ही घर पर खड़ा रहिए, शाम को 6 बजे बाद एक हजार मोटर साइकिल की लाइन न दिख जाए तो मैं सदन में आना छोड़ दूंगा।' उन्होंने कहा कि शराबबंदी के नाम पर आरजेडी ने सोच-समझकर नीतीश सरकार को समर्थन दिया था। इसमें हमें पाप का भागी न बनाया जाए।