बस स्टैंड को हाईटेक बनाने की योजना ठंडे बस्ते में
पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मार्गों से जोड़ने वाली पूर्णिया प्रमंडल की सार्वजनिक बस स्टैंड को हाईटेक बनाने की योजना

पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता।राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मार्गों से जोड़ने वाली पूर्णिया प्रमंडल की सार्वजनिक बस स्टैंड को हाईटेक बनाने की योजना ठंडे बस्ते में चली गई। बड़े भूभाग में विस्तृत बस स्टैंड से रोजाना कम से कम 30 की संख्या में कोच बस और डीलक्स बस खुलती है जबकि जिले के अन्य भागों में जाने के लिए कम से कम दो दर्जन बसें लगातार अप डाउन करती रहती है। कम से कम 6000 से लेकर 10000 तक यात्री रोजाना बस स्टैंड आते हैं और कीचड़ से परेशान होकर व्यवस्था के विरुद्ध बोल कर चले जाते हैं। मालूम हो कि पूर्णिया के तत्कालीन डीएम सुहर्ष भगत ने बस स्टैंड को हाईटेक बनाने के लिए बड़ा प्लान बनाया था।
कहा जा रहा है कि बस स्टैंड में यात्रियों के लिए विश्रामालय, कैंटीन और अत्याधुनिक शौचालय एवं यूरिनल बनाया जाना था। गेट पर हाईटेक डिस्प्ले भी लगाया जाना था, जहां बस के आने जाने का रूट चार्ट डिजिटल ढंग से प्रदर्शित होने की बात बताई गई थी। इस पर बड़े काम हुए। उसे समय अभियंताओं ने भौतिक निरीक्षण कर बड़ा डीपीआर तैयार किया था। जानकारी के अनुसार पूर्णिया बस स्टैंड को अपग्रेड करने के लिए 38 करोड़ का डीपीआर बना था। करीब डेढ़ साल हो गए, मामला ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है। स्थानीय लोगों को जिला परिषद और जिला प्रशासन का यह डीपीआर अब दिवा स्वप्न लगने लगा है। .....बाउंड्री 6 बीघा का, फिर भी जगह नहीं: पूर्णिया प्रमंडलीय मुख्यालय स्थित जिला परिषद के बैनर तले चल रहे सार्वजनिक बस स्टैंड की हालत अच्छी नहीं है। सीमांचल के किसी भी शहर में इतने बड़े भूभाग में विस्तृत बस स्टैंड नहीं है लेकिन यहां गाड़ी खड़ी करने के लिए जगह नहीं है। ऐसा नहीं कि यहां बस अथवा कोच को खड़ी करने में कोई रोकना है अथवा वहां से भगा देता है बल्कि स्थिति ऐसी है कि आधे से अधिक स्थान पर जल जमाव और कीचड़ फैला हुआ है। ऐसी स्थिति में यात्री बसों को वहां खड़ा करना मुश्किल है। राज्य मुख्यालय से लेकर विभिन्न शहरों एवं प्रदेशों के लिए हर शाम खुलने वाली कोच एवं डीलक्स बसें किसी तरह बस स्टैंड के अंदर प्रवेश कर सिर्फ कोरम पूरा कर रही है। हाल के दिनों में अनवरत वर्षा ने बस स्टैंड का यह हाल कर दिया कि यात्री बसों को लाचार होकर बस स्टैंड के सामने रोड पर खड़ा करना पड़ रहा है, जिसके कारण अनावश्यक जाम की समस्या उत्पन्न हो रही है और लोग परेशान होकर रह गए हैं। इसके अलावा बस स्टैंड परिसर में शौचालय, यूरिनल और शुद्ध पेयजल की भी व्यवस्था नहीं रहने के कारण यात्रियों की परेशानी बढ़ी हुई है और बस के संचालक भी घुट-घुट कर बस का संचालन कर रहे हैं। बस स्टैंड के अंदर व्यवसाय करने वाले होटल संचालक से लेकर तमाम दुकानदार भी परेशान होकर रह गए हैं। जाहिर है जब बस ही अंदर नहीं लगेगी तो ग्राहक कहां से आएंगे? ....बोले जनप्रतिनिधि: डीपीआर बनाकर राज्य मुख्यालय को प्रेषित किया गया है। जैसे ही हरी झंडी मिलेगी वैसे ही बस स्टैंड का काम शुरू होगा। -वाहीदा सरवर, अध्यक्ष, जिला परिषद, पूर्णिया
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