पीएम ने वारिसलीगंज-नवादा-तिलैया डबल लाइन किया समर्पित
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वारिसलीगंज-नवादा-तिलैया डबल लाइन का लोकार्पण किया। किऊल-गया रेलखंड के दोहरीकरण के बाद ट्रेनें अब दोनों ट्रैक पर चल रही हैं, जिससे यात्रियों को सुविधा मिली है। इस परियोजना...

नवादा, हिन्दुस्तान संवाददाता। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वारिसलीगंज-नवादा-तिलैया डबल लाइन नागरिकों को विधिवत समर्पित कर दिया। किऊल-गया रेलखंड के दोहरीकरण के तहत विगत 06 फरवरी से अब दोनों ट्रैक पर ट्रेनें परिचालित हैं। आम रेलयात्रियों को इसकी सुविधा मिलने भी लगी है। लेकिन इसका विधिवत लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को भागलपुर से वर्चुअली किया। भागलपुर में पीएम ने 526 करोड़ रुपए की लागत से बने डबल लाइन को सौंपते हुए डबल लाइन से मिलने वाली सुविधाओं का जिक्र किया और कहा कि विकास की इबारत इसी प्रकार लिखी जाती रहेगी। बिहार में रेल इन्फ्रा को विस्तार और नई गति देने के लिए राष्ट्र को समर्पण कार्यक्रम के तहत प्रधानमंत्री ने किऊल-गया रेलखंड दोहरीकरण परियोजना का हिस्सा रहे वारिसलीगंज-नवादा-तिलैया रेलखंड के दोहरीकरण का वर्चुअल समर्पण कर एक नए अध्याय का आरम्भ कर दिया। किऊल-गया रेलखंड का पूरा सफर अब डबल लाइन पर होने लगा है। अब कहीं कोई बाधा नहीं रही। विगत 06 फरवरी से सम्पूर्ण सफर का डबल लाइन पर आरम्भ हो गया। सीआरएस ने निरीक्षण के बाद परिचालन का ऑथराइजेशन इस दिन ही दिया था। इससे पूर्व विगत 02 जुलाई 2024 वारिसलीगंज से नवादा तक डबल लाइन पर परिचालन को लेकर कमीशनिंग हो गयी थी जबकि 03 जुलाई से वारिसलीगंज से नवादा स्टेशन के बीच डबल लाइन पर परिचालन शुरू हो गया था। वारिसलीगंज से तिलैया तक डबल लाइन का कार्य दो चरण में संपादित हुआ, जिसकी लागत 526 करोड़ रुपए की रही। हालांकि सम्पूर्ण परियोजना अपवर्धित हो कर 1200 करोड़ रुपए तक पहुंच गयी थी। केजी रेलखंड पर मानपुर से लखीसराय जंक्शन तक 124 किलोमीटर दोहरीकरण का कार्य पूरा कर लिए जाने के बाद पूर्व मध्य रेलवे के दानापुर डिविजन के बीच केजी सेक्शन पर सार्वजनिक गाड़ी और यात्री यातायात खोलने का रास्ता साफ हो जाने से केजी रेलखंड का स्वरूप एकबारगी बदला-बदला से लगने लगा है जबकि यात्रियों का अनुभव भी एकदम नया सा हो कर रह गया है। अब नवादा से तिलैया के मध्य 120 किमी प्रति घंटे की गति से सफलतापूर्वक स्पीड ट्रायल भी किया गया था, जिससे यह उम्मीद जग गयी है कि कम से कम 100 किमी प्रति घंटे तक की गति से केजी रेलखंड पर भी सफर हो सकेगा। ------------------ दोहरीकरण परियोजना का मिलेगा व्यापक लाभ नवादा। पूर्व मध्य रेलवे दानापुर व डीडीयू मंडल के प्रमुख स्टेशन किऊल और गया को जोड़ने के क्रम में ग्रैंडकॉर्ड व मेन लाइन के यातायात दबाव को कम करने में सहायक किऊल-गया रेलखंड का दोहरीकरण विगत 2016 के बाद से लम्बित था। केजी रेलखंड के दोहरीकरण का प्रावधान 2016 में करने के बाद वित्तीय वर्ष-2020-21 के बजट में 280 करोड़ की लागत वाली इस परियाजना को मार्च 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य था। कालांतर में यह योजना 1200 करोड़ रुपए तक अपवर्धित हो गयी। अंतत: योजना चयन वर्ष से लम्बित रहते हुए नौवें वर्ष के आरम्भ में इसका कायाकल्प संभव हो सका, जिसके बाद से ट्रेनों की गति में वृद्धि का सीधा लाभ मिलना सुनिश्चित हो गया। साथ ही क्षेत्र के औद्योगिक विकास को भी गति मिलने की आस जग गयी। किऊल-गया के दोहरीकरण से न सिर्फ नवादा वरन लखीसराय, शेखपुरा व अन्य समीपस्थ जिलों के विकास की गति भी तेज होने की उम्मीद जग गयी है। ------------------------- कई खंड में पूर्ण हो सका दोहरीकरण का कार्य नवादा। केजी रेलखंड दोहरीकरण परियोजना को खंड-खंड कर कुल सात चरणों में पूरा किया गया। पहले चरण में 18 दिसम्बर से लेकर 23 दिसम्बर 2019 तक मानपुर-वजीरगंज रेलखंड का कार्य पूर्ण करते हुए परिचालन के लिए खोला गया। दूसरे चरण के तहत वजीरगंज-तिलैया रेलखंड को 31 अगस्त से 02 सितम्बर 2022 तक पूरा किया गया जबकि तीसरे चरण में किऊल से शेखपुरा तक 18 फरवरी से 21 फरवरी 2023, चौथे चरण में शेखपुरा से काशीचक तक 30 अगस्त से 01 सितम्बर 2023, पांचवें चरण में काशीचक से वारिसलीगंज रेलखंड तक 20 जनवरी से 23 जनवरी 2024, छठे चरण में वारिसलीगंज से नवादा तक 30 जून से 02 जुलाई 2024 तथा सातवें चरण में नवादा से तिलैया तक 01 फरवरी से 05 फरवरी 2025 तक कार्य पूर्ण करते हुए परिचालन का आरम्भ कर दिया गया। उल्लेखनीय है कि इस दोहरीकरण परियोजना के तहत कुछ नए यार्डों का भी निर्माण कराया गया, जिनमें पैमार, नवादा, सिरारी, वजीरगंज, करजारा, करौटा पतनेर, काशीचक, शेखपुरा, वारसलिगंज एवं मानपुर आदि प्रमुख रहे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।