चार वार्डों के 15 मोहल्लों में संकट गर्मी में पानी को तरस रहे लोग
मुजफ्फरपुर में भीषण गर्मी और गिरते भूजल स्तर के कारण जल संकट गहरा गया है। नगर निगम के चार वार्डों के 15 मोहल्लों में 7,500 लोग पानी के लिए टैंकर पर निर्भर हैं। पाइपलाइन की खराबी और सबमर्सिबल पंप के...
मुजफ्फरपुर, वरीय संवाददाता। भीषण गर्मी के बीच लगातार गिरते भूजल स्तर के कारण शहर में जलसंकट का दायरा बढ़ रहा है। नगर निगम क्षेत्र के चार वार्डों के 15 मोहल्लों में जल संकट गहरा गया है। इन मोहल्लों की साढ़े सात हजार लोगों को पानी के लिए निगम के टैंकर पर निर्भर रहना पड़ रहा है। शहर के वार्ड संख्या 1, 29, 33 व 47 की साढ़े सात हजार की आबादी पानी के लिए हलकान है। यहां निगम की जलापूर्ति व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो चुकी है। सबमर्सिबल पंप फेल हो रहे हैं। पाइपलाइन में पानी का प्रवाह कम होने से घरों तक जलापूर्ति नहीं हो पा रही है।
शहरी क्षेत्र में सामान्य भूजल स्तर 25 फीट के बदले कई इलाकों में 45 फीट या उससे अधिक नीचे चला गया है। इसके अलावा स्मार्ट सिटी के निर्माण कार्यों के दौरान क्षतिग्रस्त पाइप की मरम्मत में लापरवाही का खामियाजा भी लोगों को भुगतना पड़ रहा है। वार्ड संख्या 1 में सालभर से पाइपलाइन क्षतिग्रस्त वार्ड के चार मोहल्लों की एक हजार आबादी जलसंकट का सामना कर रही है। इनमें सरस्वती नगर, दादर, आंबेडकर चौक और लक्ष्मी चौक का एक हिस्सा शामिल है। इन इलाकों रोज निगम से दो टैंकर से पानी पहुंचाया जाता। वार्ड पार्षद उमेश कुमार गुप्ता के मुताबिक सरस्वती नगर के रोड नंबर 10 में 30 घरों तक पानी नहीं पहुंच रहा है। लक्ष्मी चौक के पास स्मार्ट सिटी के काम के दौरान पाइप उखाड़ देने से 25 घरों तक जलापूर्ति बंद है। दादर व आंबेडकर चौक एरिया के 100 से अधिक घरों में पुरानी व क्षतिग्रस्त पाइपलाइन से पानी नहीं आ रहा है। नल-जल योजना के तहत नई पाइपलाइन नहीं बिछाई गई है। वार्ड 29 में घरों तक नहीं पहुंच रहा पानी : वार्ड में पानी की समस्या से एक हजार लोग प्रभावित हैं। पानी के तीन टैंकर रोजाना भेजे जा रहे हैं। पंप चलने के बावजूद गन्नीपुर के प्रोफेसर कॉलोनी के एक हिस्से में पानी नहीं पहुंच पा रहा है। ठाकुर नागेश्वर लेन, अवधेश पान दुकान के पीछे और आईटीआई एरिया में नल-जल योजना की सुविधा नहीं मिली है। वार्ड पार्षद सनत कुमार के मुताबिक जलसंकट से लोगों को हो रही परेशानी के संबंध में मोबाइल से जल कार्य शाखा के प्रभारी से बात की गई। इस दौरान पाइपलाइन इंस्पेक्टर के द्वारा बुरा बर्ताव किया गया। इसकी शिकायत नगर आयुक्त से की जाएगी। वार्ड 33 में सरकारी चापाकल व निजी सबमर्सिबल भी फेल एक पखवारे से वार्ड के चार मोहल्लों धनकार टोला, मिल्की टोला, पटवा टोला और शक्तिनगर की ढाई हजार आबादी पानी को लेकर परेशान है। यहां सबसे अधिक चार टैंकर पानी भेजे जा रहे हैं। भूजल स्तर कम होने से लोगों के घरों में लगे बड़ी संख्या में निजी सबमर्सिबल से लेकर निगम के आठ चापाकल तक फेल या खराब हो चुके हैं। स्थानीय वार्ड पार्षद शबनम आरा के मुताबिक पूर्व में नल जल योजना के तहत ठेकेदार ने अधूरा काम करके छोड़ दिया है। मिल्की टोला में एक सबमर्सिबल लगाया गया, लेकिन उसे चालू नहीं किया गया। वार्ड 47 में लगा सबमर्सिबल पंप खराब : तीन मोहल्लों जानकी नगर, दुर्गापुरी झोपड़पट्टी और शास्त्रीनगर नहर इलाके में 650 से अधिक घरों को पानी नहीं मिल पा रहा है। इससे तीन हजार आबादी प्रभावित है। तीनों मोहल्ले में तीन टैंकर भेजे जा रहे हैं। वार्ड पार्षद राजकुमारी देवी के मुताबिक भूजल स्तर में गिरावट से सबमर्सिबल पंप खराब होने के कारण पानी की समस्या है। गर्मी में परेशानी बढ़ गई है। कई जगहों पर नल जल योजना की भी सुविधा नहीं मिल सकी है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।