किशोरी की मौत में दूसरे दिन भी दर्ज नहीं हुआ केस
गायघाट के बेनीबाद थाना क्षेत्र में 16 वर्षीय किशोरी रीमा कुमारी की मौत के मामले में परिजन केस दर्ज नहीं करा रहे हैं। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया है। रीमा की हत्या की आशंका जताई...

गायघाट, एक संवाददाता। बेनीबाद थाना क्षेत्र के पिरौंछा की किशोरी की मौत मामले में दूसरे दिन परिजनों की ओर से केस नहीं दर्ज कराया गया है। पुलिस ने शुक्रवार को शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। परिजनों द्वारा शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। परिजन पुलिस के समक्ष खुलकर कुछ भी नहीं बता रहे हैं। इस कारण पुलिस को अनुसंधान में कठिनाई हो रही है। थानाध्यक्ष अभिषेक कुमार ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा। परिजनों को आवेदन देने के लिए कहा गया है, वैसे सभी बिंदुओं पर छानबीन की जा रही है।
किशोरी की हत्या से पूरा गांव स्तब्ध है। स्थानीय लोगों में चर्चा है कि पंचायत में मामले को रफ-दफा करने की बात चल रही है। रीमा की बड़ी बहन कांति कोलकाता में रहती है। उसे चाचा ने फोन कर घटना की जानकारी दी थी कि गलती हो गई है। घर आओ बैठकर मामले को सुलझाया जाएगा।
बीते गुरुवार को महुआरा गांव स्थित सियारी नदी किनारे गड्ढे से पुलिस ने किशोरी का शव बरामद किया था। किशोरी स्व. रामबाबू राम की पुत्री रीमा कुमारी (16) थी। उसकी बड़ी बहन कांति देवी ने पुलिस को बताया कि रीमा बीते 22 अप्रैल की देर शाम से गायब थी। उन्हें आशंका है कि जमीन के विवाद में उनके चचेरे भाइयों ने रीमा की हत्या कर दी और साक्ष्य छुपाने की नीयत से सियारी नदी किनारे ले जाकर गड्ढा खोदकर शव को दफना दिया गया था। रीमा के दोनों पैर में कील ठोक दी गई थी। किशोरी अपनी मां के साथ रहती थी। वह दसवीं कक्षा की छात्रा थी।
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