03 करोड़ 89 लाख की राशि से भव्य बनेगा श्रद्धालुओं के आस्था का केन्द्र कष्टहरणी घाट
मुंगेर के कष्टहरणी घाट के सौन्दर्यीकरण के लिए सरकार ने 03 करोड़ 89 लाख की लागत से प्रस्ताव को स्वीकृति दी है। पहले चरण में 01 करोड़ 17 लाख रुपये की राशि रिलीज की गई है। इस परियोजना में सीढ़ी घाट का...

मुंगेर, निज संवाददाता । धार्मिक मान्यता के अनुसार श्रद्धालुओं के लिए प्रसिद्ध शहर के कष्टहरणी घाट को भव्य बनाने के लिए सरकार ने जिला प्रशासन द्वारा भेजे गए प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान कर दी है। कष्टहरणी घाट का सौन्दर्यीकरण 03 करोड़ 89 लाख की लागत से किया जाएगा। प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान करते हुए सरकार ने इसके लिए प्रथम किश्त के रूप में 01 करोड़ 17 लाख रुपया भी रिलीज कर दिया है। कष्टहरणी घाट के सौन्दर्यीकरण का काम नगर निगम द्वारा कराया जाएगा। राशि रिलीज होने के पश्चात डीएम के आदेश पर नगर निगम प्रशासन इसके लिए टेंडर करने की प्रक्रिया में जुट गया है। डीएम अवनीश कुमार सिंह ने बताया कि आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर लगने वाले आदर्श आचार संहिता के पूर्व टेंडर की प्रक्रिया पूर्ण कर कार्यारंभ कराए जाने का निर्देश नगर निगम को दिया गया है। बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रगति यात्रा पर मुंगेर आगमन से पूर्व जिला प्रशासन द्वारा कष्टहरणी घाट के सौन्दर्यीकरण हेतु डीपीआर तैयार कर सरकार को प्रस्ताव भेजा गया था। 21 जनवरी को प्रस्ताव को स्वीकृति मिलने के साथ प्रथम किश्त की राशि भी रिलीज कर दिया गया।
----
समृचे कष्टहरणी घाट में बनेगा सीढ़ी घाट, होगी लाइटिंग
डीएम ने बताया कि समूचे कष्टहरणी घाट में सीढ़ी घाट बनाया जाएगा। सीढ़ी घाट पर आकर्षक लाइटिंग का प्रबंध किया जाएगा। घाट किनारे अवस्थित मंदिरों का रंग रोगन कर आकर्षक बनाया जाएगा। इसके अलावा महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम का निर्माण कराया जाएगा। कष्टहरणी घाट के बाहर सड़क किनारे बागवानी करते हुए लाइटिंग का प्रबंध किया जाएगा। कष्टहरणी घाट को बबुआ घाट से ज्यादा भव्य बनाते हुए सौन्दर्यीकरण किया जाएगा। ताकि दूर दराज से यहां पहुंचे श्रद्धालु घाट की भव्यता देख आकर्षित हो सकें।
----
मिट्टी घाट खतरनाक रहने से होती थी परेशानी
अब तक समूचे कष्टहरणी घाट में सीढ़ी घाट नहीं था। एक मुख्य घाट छोड़ समूचे कष्टहरणी घाट में मिट्टी घाट था। पुराना सीढी घाट पूरी तरह जर्जर हो जाने के कारण बंद कर दिया गया था। मिट्टी घाट पर स्नान के दौरान श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ता था। चेंजिंग रूम के अभाव में महिलाओं को स्नान के पश्चात कपड़ा बदलने में परेशानी होती थी। मिट्टी घाट खतरनाक रहने के कारण कई बार यहां श्रद्धालुओं के डूबने की घटना भी घटित हो चुकी है। सौन्दर्यीकृत हो जाने के बाद श्रद्धालुओं को परेशानी नहीं होगी।
-----
मान्यता है यहां डुबकी लगाने से मिलती है शारीरिक पीड़ा से मुक्ति
मुंगेर का कष्टहरणी घाट उत्तरवाहिनी गंगा घाट रहने के कारण प्रसिद्ध है। इसके अलावा धार्मिक मान्यता है कि कष्टहरणी घाट पर गंगा में डुबकी लगाने से हर प्रकार की शारीरिक पीड़ा खास कर कुष्ठ जैसे रोग से मुक्ति मिल जाती है। यह भी मान्यता है कि सीता से शादी के पश्चात मिथिला से अयोध्या वापसी यात्रा के दौरान भगवान श्रीराम और माता सीता ने शरीर को थकान से राहत देने के लिए इसी घाट पर गंगा में डुबकी लगाई थी। धार्मिक मान्यता के लिए प्रसिद्ध कष्टहरणी घाट में गंगा स्नान करने काफी दूर दराज से श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं।
----
बोले डीएम
प्रसिद्ध शक्तिपीठ चंडिका स्थान जाने वाली सड़क के चौड़ीकरण और जीर्णोद्धार तथा कष्टहरणी घाट के सौन्दर्यीकरण का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया था। जिसे स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। प्रगति यात्रा पर मुंगेर आगमन के दौरान मुख्यमंत्री इसकी घोषणा करेंगे।
- अवनीश कुमार सिंह, डीएम, मुंगेर
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।