Hindi NewsBihar NewsMunger NewsBihar Police Digitalization ADG CID Inspects Facilities and Implements Laptop Training

माह अंदर कांड दैनिकी को हाथ से लिखने की प्रथा होगी खत्म: एडीजी

माह अंदर कांड दैनिकी को हाथ से लिखने की प्रथा होगी खत्म: एडीजीविधाओं की जानकारी ली। पुलिस लाइन में जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। जिसके बाद उन्

Newswrap हिन्दुस्तान, मुंगेरSat, 26 April 2025 12:56 AM
share Share
Follow Us on
माह अंदर कांड दैनिकी को हाथ से लिखने की प्रथा होगी खत्म: एडीजी

मुंगेर, निप्र। अपर पुलिस महानिदेशक सीआईडी पारसनाथ ने शुक्रवार को पुलिस लाइन में निरीक्षण कर वहा उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी ली। पुलिस लाइन में जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। जिसके बाद उन्होंने डीआइीज व एसपी के साथ जहां हथियारों के रखरखाव वाले स्थल का निरीक्षण किया। वहीं पुलिसकर्मियों के आवास, शौचालय, कैंटिन सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं का अवलोकन किया। पुलिस लाइन में भवनों के रखरखाव का भी उन्होंने मूल्यांकन किया। निरीक्षण के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार पुलिस को डिजिटिलाइजेशन किया जा रहा है। अभी तक हाथ से कांड दैनिकी लिखने की प्रथा चली आ रही थी जिसमें हैंडराइटिंग की समस्या उत्पन्न होती है। हमारा लक्ष्य है कि दो माह अंदर कांड दैनिकी को हाथ से लिखने की प्रथा पर विराम लगाते हुए लैपटॉप पर उसे लिख कर आदान-प्रदान किया जाय।

उन्होंने कहा कि बिहार पुलिस को डिजिटल करने की दिशा में काम शुरू हो गया है। उन्हें लैपटॉप और मोबाइल फोन दिया गया है। साथ ही कंप्यूटर का बेसिक प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। यह पहल डिजिटल साक्ष्यों को प्रभावी ढंग से एकत्रित करने और रिकॉर्ड करने में मदद करेगी। उन्होंने कहा कि थाना, एसपी ऑफिस और पुलिस लाइन में इस प्रशिक्षण की व्यवस्था की गयी है जहां कम से कम एक घंटे का कंप्यूटर का बेसिक प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की गयी है। उन्होंने कहा कि नया कानून लागू हो गया और नया कानून के तहत ही हमें काम करना है। अब तक की जो व्यवस्था है, उसमें व्यक्ति बयान को बदलता रहता है। चाहे कारण जो भी हो, लेकिन डिजिटलाइजेशन के बाद एक बार दिया गया बयान रिकार्ड हो जाएगा उसे कोई भी नहीं बदल सकता है। उसमें छेड़छाड़ की संभावना नहीं होगी। डिजिटल साक्ष्य को प्रमाणित करने के लिए अलग से गवाही की जरूरत नहीं होगी। क्राइम सीन को तत्काल अपलोड किया जायेगा।

उन्होंने कहा कि हमलोगों को जो जिम्मेदारी दी गयी है उसके तहत जिला का विजिट करना है। इसके अलावे 20 अलग-अलग बिंदु दिये गये है, जिसको देखना है कि उसके तहत काम हो रहा है अथवा नहीं। पिछली बार थानों के कार्य और कांडों का मूल्यांकन किया था। इस बार पुलिस लाइन के संचालन व्यवस्था का जायजा लिया। इस मौके पर मुंगेर प्रक्षेत्र के डीआइजी राकेश कुमार, एसपी सैयद इमरान मसूद मुख्य रूप से मौजूद थे।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें