³पूरे साल जलजमाव से व्यवसाय बर्बाद हो रहा, खुले नाले से खतरा
मोतिहारी के जमला रोड पर जलजमाव की स्थिति से व्यवसाय और स्कूलों की उपस्थिति प्रभावित हो रही है। सड़क पर जलभराव के कारण ग्राहकों का आना कम हो गया है, जिससे व्यापारियों को मुश्किलें हो रही हैं। ओपेन नाले...
मोतिहारी। शहर के जमला रोड में दोनों तरफ करीब 200 से 250 छोटी-बड़ी व्यवसायिक प्रतिष्ठानें हैं। प्रतिदिन करोड़ों का कारोबार होता है। हजारों लोगों का इस रोड से आनाजाना होता है। दो पहिया व चार पहिया समेत बड़े वाहनों की आवाजाही रहती है। महत्वपूर्ण व्यावसायिक हब होने के बावजूद इस रोड की स्थिति बदतर है। इस रोड में जितनी व्यावसायिक प्रतिष्ठानें हैं, उसके वनिस्पत सुविधाएं नदारद हैं। यहां के व्यवसाय व व्यवसायियों की तरक्की में जलजमाव ब्रेकर बना हुआ है। बरसात के मौसम की कौन कहे इस सड़क पर सालोंभर जलजमाव की स्थिति बनी रहती है। जलनिकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण नाले का पानी ओवरफ्लो होकर सड़क पर बहता है। सड़क के दोनों तरफ करीब दो हजार से अधिक आवासीय मकानों में आठ हजार की आबादी रहती है। सुबह में जैसे-जैसे मोहल्ले के घरों में कामकाज शुरू होता है। बाथरूम व किचेन का पानी नाले में गिरता है और नाले का पानी ओवरफ्लो होकर सड़क पर बहने लगता है। दिन चढ़ने के साथ सड़क पर पानी बढ़ता चला जाता है। जलजमाव से व्यवसायी व उनका कारोबार प्रभावित हो रहा है। ग्राहक इस रोड में मार्केटिंग को आने से कतराते हैं।
स्कूली बच्चों, ऑफिस कर्मियों व ग्राहकों को भारी परेशानी : जमला रोड में जलजमाव से यहां के निजी स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति घट रही है। इस रोड में चार निजी स्कूल संचालित हैं। एक स्कूल में तो शहर के विभिन्न मोहल्लों से सैकड़ों छात्र पढ़ने आते हंै। मगर सड़क पर जलजमाव की वजह से स्कूल पहुंचने से पहले ही बच्चों का यूनिफॉर्म खराब हो जाता है। सड़क पर जलजमाव से एलआईसी ऑफिस आनेजाने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों, अभिकर्ताओं व ग्राहकों को प्रतिदिन परेशानी झेलनी पड़ती है। जलजमाव की वजह से इस रोड में ऑटो का परिचालन नहीं होता है। इसके चलते एलआईसी के अधिकारियों, कर्मचारियों व आम लोगों को काफी परेशानी होती है।
ओपेन नाला बना जानलेवा : जमला रोड में डीह चौक से चंडी स्थान एनएच तक ओपेन नाला है। नाले की चौड़ाई तीन फीट से लेकर दस फीट तक है। बरसात के मौसम में महीनों तक इस सड़क में दो से तीन फीट तक जलजमाव रहता है। अधिक जलभराव होने की वजह से वाहन चालक अक्सर नाले में गिर पड़ते हैं। चार वर्ष पूर्व एक अबोध बच्चे की नाले में गिरकर मौत हो गयी थी। कई बार ट्रांसपोर्ट एजेंसियों के ट्रक नाले में फंस चुके हैं। ओपेन नाले की वजह से आमलोगों के साथ-साथ यहां के व्यवसायियों को परेशानी होती है। बरसात में यहां का व्यवसाय मृतप्राय हो जाता है।
नहीं है कोई व्यावसायिक बैंक : जमला रोड में करीब 250 छोटे-बड़े प्रतिष्ठान हैं। करोड़ों का ट्रांजेक्शन है पर, इस रोड में एक भी व्यावसायिक बैंक नहीं है। यहां के व्यवसायियों को बैंकिंग कार्यों के लिए मेन रोड स्थित बैंक की शाखाओं में जाना पड़ता है। इस रोड में व्यावसायिक बैंक की शाखा खुल जायें तो यहां के व्यवसायियों को सहूलियत होगी। एलआईसी कार्यालय के समीप एसबीआई की एक एटीएम मशीन है मगर इस एटीएम मशीन में रुपये जमा करने की सुविधा नहीं है।\
सुझाव
1.जमला रोड में स्लैब युक्त नये नाला का निर्माण कराया जाय। नाला का ढाल मोतीझील तरफ हो ताकि पानी का बहाव बना रहे।
2.जमला रोड में सार्वजनिक शौचालय व पेयजल की व्यवस्था की जाए। इसके रखरखाव के लिए व्यवसायियों की कमेटी बने।
3.रात में सुरक्षा के लिए पुलिस बल की तैनाती हो। इससे व्यवसायी चैन की नींद सो सकेंगे। रोड में सीसीटीवी कैमरे की संख्या बढ़ाई जाए।
4.सड़क के बिजली के सभी खंभों पर स्ट्रीट लाइट लगायी जाये, जिससे रात में रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था हो सके।
5.सड़क बदहाल है। उच्चीकरण कर नई सड़क बनाई जाये। इससे सड़क पर जलजमाव से लोगों को मुक्ति मिल सकेगी। ्र
शिकायतें
1.सड़क पर सालोंभर जलभराव रहता है। निगम प्रशासन यहां के निवासियों व व्यवसायियों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रहा है।
2.ओपेन नाला होने से अक्सर नाले में गिरकर लोग जख्मी हो जाते हैं। बार-बार शिकायत के बाद भी नाला पर स्लैब का निर्माण नहीं हो रहा है।
3.वाहन पार्किंग नहीं रहने से खरीदार दुकान के आगे वाहन लगाते हैं। पुलिस उनका चालान काट देती है और ग्राहक दुकान से भाग जाते हैं।
4.व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा भगवान भरोसे है। रात में प्रभावी पुलिस गश्ती नही दिखती है। इससे व्यवसायी रातभर आशंकित रहते हैं।
5.सड़क पर एक ही बार झाड़ू लगने से दिनभर गंदगी पसरी रहती है। शौचालय और पेयजल की व्यवस्था नहीं है। ग्राहकों को परेशानी होती है।
जमला रोड में अधिकतर स्ट्रीट लाइट खराब
जमला रोड में स्ट्रीट लाइट की कमी है। बिजली के पोल पर लगे अधिकतर स्ट्रीट लाइट देखरेख के अभाव में खराब हो चुके हैं। जिसके चलते इस रोड की सड़कों पर रात होते ही अंधेरा पसर जाता है और व्यवसायिक गतिविधियां ठप हो जाती है। महत्वपूर्ण व्यवसायिक हब बनने के बावजूद यहां कोई सार्वजनिक शौचालय या यूरिनल नही है। ऐसी स्थिति में पुरुष तो किसी तरह निवृत हो लेते हैं, लेकिन महिलाओं को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए यहां पर सार्वजनिक शौचालय होना बहुत जरूरी है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।