रैक नहीं लगने से बाजारों से यूरिया गायब, किसानों में मचा हाहाकार
मधुबन क्षेत्र में यूरिया खाद की कमी से किसान परेशान हैं। इफको बाजार और अन्य खुली बाजारों में यूरिया गायब है, जिससे किसान मक्का की फसल की सिंचाई बिना खाद के कर रहे हैं। कई किसानों ने ऊँची कीमत पर...
मधुबन,निज संवाददाता। मधुबन क्षेत्र में यूरिया खाद के लिए किसानों में हाहाकार मचा हुआ है। इफको बाजार सहित खुले बजारों से यूरिया गायब है। यूरिया खाद नहीं मिलने से किसान मक्का की खेतों की सिंचाई कर बिना खाद दिए छोड़ दे रहे हैं। कहीं दूसरी तो कहीं तीसरी बार मक्का की खेतों की सिंचाई कर दी गयी है। किसान रामनाथ राय, विश्वनाथ साह, सत्यनारायण भगत, अनिल कुमार यादव आदि बताते हैं कि यूरिया बाजारों से गायब होने से वे लोग दूसरी जगहों से ऊंची कीमत पर यूरिया सीमित मात्रा में मंगाकर मक्का की फसल में छिड़काव किए हैं। बताया कि मक्का की खेतों की 5-7 सिंचाई के दौरान तीन बार यूरिया देना अनिवार्य है। किंतु सिंचित खेत भी यूरिया के लिए तरस रही है। कुछ किसान यूरिया नहीं मिलने से मक्का की खेतों की सिंचाई रोक दिए हैं। खाद विक्रेता बताते हैं कि गत 28 दिनों से जिला में यूरिया का रैक नहीं लगा है। इससे इनलोगों को यूरिया थोक विक्रेताओं के यहां से नहीं आ पा रहा है। कृषि कार्यालय के अनुसार इस वर्ष किसानों ने पिछले वर्षों की तुलना में बढ़चढ़ कर करीब 12 सौ हेक्टेयर में मक्का की खेती की है। इफको बाजार के केन्द्र प्रभारी तेजस्वी सिंह ने बताया कि मार्च के प्रथम सप्ताह में यूरिया के रैक लगने की संभावना है।
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