नंदनगर को चाहिए सफाई-सड़क और पेयजल की बेहतर सुविधा
मधुबनी के वार्ड-35 में लगभग तीन हजार लोग जलजमाव के कारण परेशान हैं। बारिश में सड़कों पर गंदा पानी बहता है, जिससे जीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है। जर्जर सड़कों और खुली नालियों के कारण दुर्घटनाओं का खतरा बना...
मधुबनी। नगर निगम क्षेत्र के वार्ड-35 के करीब तीन हजार से अधिक लोग जलजमाव के बीच रहने को मजबूर हैं। बारिश के मौसम में हर साल नाले का गंदा पानी सड़क पर बहता रहता है। इस कारण वार्ड के निवासियों का रोजमर्रा का जीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है। मोहल्ले के रंजीत कुमार का कहना है कि जर्जर सड़क और अर्द्धनिर्मित नाला यहां के लोगों के लिए परेशानी का सबब है। विशेषकर बारिश के समय, सड़कें पूरी तरह जलमग्न हो जाती हंै। लोगों को बाहर निकलने के लिए सुरक्षित मार्ग नहीं मिलता है। रोजमर्रा की जरूरतों के लिए सड़कों पर जलजमाव से जूझना पड़ता है। खासकर कामकाजी लोग, स्कूली बच्चे और नौकरी करनेवाले सड़कों पर पानी जमा होने से परेशान रहते हैं।
दुर्घटनाओं के साथ बीमारी का खतरा : लोगों की शिकायत है कि इस मोहल्ले की सड़कें क्षतिग्रस्त हैं। जर्जर सड़कों पर पानी जमा होने से कई बार गड्ढे नहीं दिखते और लोग गिरकर जख्मी हो जाते हैं। बाइक और स्कूटर सवार यहां हमेशा दुर्घटना के शिकार होते रहते हैं। नाले की सफाई नहीं होना और आधा-अधूरा निर्माण भी जलजमाव का एक प्रमुख कारण है। जमा पानी गंदगी फैलाने के साथ संक्रामक बीमारियों को भी जन्म देता है। टाइफॉयड, डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों का डर बना रहता है।
कचरे का उठाव भी नहीं : निरंतर मोहल्ले से कचरों की सफाई नहीं होने की वजह से गंदगी फैला रहता है। नंद नगर मोहल्ला के तीन वार्ड 35, 36 और 42 में करीब दस हजार लोग इस समस्या से हर साल जूझते हैं। सड़क की खराब हालत और जलजमाव के कारण हर रोज लोगों को दुर्घटनाओं का डर बना रहता है। खासकर, छोटे बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह स्थिति और भी खतरनाक हो जाती है। स्कूल, ऑफिस और बाजार जाने वाले लोग हर दिन इस समस्या का सामना करते हैं।
नलजल और गंदा जल मिलकर हो जाते हैं एक : नगर निगम क्षेत्र के वार्ड- 35 की नूतन देवी ने बताया कि नाली के गंदे पानी से होकर नल जल की पाइप निकली है। इस कारण मोहल्ले के लोगों को पीने का पानी भी समस्या होती जा रही है। गंदा पानी सड़क पर फैलने से जहां लोग घरों से बाहर निकलने में असुविधा महसूस करते हैं, वहीं नल जल पाइप से पानी भरने पर कई बार गंदा पानी ही सप्लाई होता है। इससे पेयजल की समस्या बनी रहती है। यही नहीं गंदा पानी सप्लाई होने से लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। मोहल्ले में ना तो सड़क सही है और ना ही नाले की व्यवस्था है। बारिश के मौसम में सड़क पर गंदे पानी का जमाव हो जाता है। नाली से होकर निकले नल जल पाइप से मोहल्ले वासियों को पानी भरने के लिए मजबूर होना पड़ता है। गंदे पानी से सड़कों पर जलजमाव हो जाता है और नल जल पाइप से पीने का पानी लेने पर कई बार गंदा पानी आता है, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
खुले नाले से बीमारियों का खतरा: मोहल्ले में नाले खुले हैं। उस पर साफ-सफाई की घोर कमी है। उस पर मच्छर भी पनप रहे हैं। इस कारण स्थानीय निवासियों को गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। मोहल्ले में कई स्थानों पर नाले खुले पड़े हैं। इससे दुर्घटनाओं का भय बना रहता है। नाले की नियमित सफाई नहीं होने से बारिश के मौसम में नालों में जलजमाव हो जाता है। सड़क पर कीचड़ फैल जाती है। इस कारण लोग इस रास्ते से आना नहीं चाहते। मोहल्ले की सड़क पर गंदगी पसरा होने से संक्रामक बीमारियों का खतरा हमेशा बना रहता है।
चर्म रोग के शिकार हो रहे हैं लोग : नल जल और नाली जल एक हो जाने के कारण यहां चर्म रोग फैलने का डर बना रहता है। स्थानीय लोगों ने बताया कि कई बार गंदे पानी के संपर्क में आने से कई तरह की बीमारी लोगों को हो चुका है। इनमें पेट व त्वाचा संबंधित बीमारी मुख्य हैं। जलभराव के कारण गंदा पानी अक्सर सड़क पर पसरा रहता है।
बोले जिम्मेदार: नगर निगम क्षेत्र के सभी वार्डों में प्रतिदिन सड़क और नाले की सफाई कराई जाती है। सफाई कार्य में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं है। उन्होंने नंदनगर के बारे में बताया कि शिकायत मिलने पर सफाई कराई जाएगी। निगम द्वारा किए गए सफाई कार्यों के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है, ताकि किसी भी प्रकार की गंदगी न फैले। सड़क निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अब बहुत जल्द संबंधित वार्डों में जर्जर सड़कों के पुनर्निर्माण कार्य की शुरुआत हो जाएगी। -अनिल कुमार, नगर आयुक्त
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।