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पौने दो किमी की सड़क में दो हजार गड्ढे,लोग हलकान

मधुबनी के स्टेडियम रोड की स्थिति बारिश के दिनों में बेहद खराब हो जाती है। यहां हजारों गड्ढे और जलजमाव की समस्या है। स्थानीय लोग नेताओं की वादों से थक चुके हैं और बुनियादी सुविधाओं की मांग कर रहे हैं।...

Newswrap हिन्दुस्तान, मधुबनीFri, 21 Feb 2025 05:42 PM
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पौने दो किमी की सड़क में दो हजार गड्ढे,लोग हलकान

मधुबनी। बारिश के दिनों में स्टेडियम रोड की स्थिति बदतर हो जाती है। इस रास्ते में चलना बेहद मुश्किल हो जाता है। जर्जर होने के कारण आये दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। स्टेडियम रोड में पॉश इलाकों से गुजरने वाली सड़क पर करीब पौने दो किमी में दो हजार से अधिक गड्ढे हैं। सड़कों पर जगह-जगह पानी बहता रहता है। इलाके के लोगों ने बताया कि हमें स्मार्ट सिटी का सपना नहीं दिखाइए बल्कि बुनियादी जरूरत उपलब्ध करा दिया जाएं ताकि हंसी-खुशी जीवन-यापन कर सकें। नाले का निर्माण अधूरा : इलाके के लोगों ने बताया कि यहां के नाले की खुदाई हो गयी है, लेकिन निर्माण अधूरा छोड़ दिया गया है। इस कारण पानी नहीं निकल पा रहा है। नाला खुला होने से बीते दो माह में आधा दर्जन से अधिक बच्चे इसमें गिर चुके हैं। गंभीर रूप से घायल कई बच्चे एक सप्ताह से अधिक समय तक हॉस्पिल में भर्ती रहे। सड़क और नाले की इस समस्या से सबसे अधिक परेशानी महिलाएं, बच्चे और बुजुर्गों को होती है। नालों का उचित निस्तारण नहीं होने से बारिश के दौरान पानी सड़कों पर जमा हो जाता है। इससे पूरे इलाके में जलभराव हो जाता है। जर्जर सड़क पर पानी भरने से जानलेवा बन जाता है।

स्थानीय लोग आक्रोशित: जर्जर सड़क और जलजमाव की समस्या को लेकर स्थानीय लोगों का आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है। मो. असलम ने बताया कि चुनाव के समय नेता सड़क और नाला निर्माण कराने और जलजमाव से निजात दिलाने का वादा करते हैं, लेकिन चुनाव जीतने के बाद उन वादों को भूल जाते हैं। नेताओं के आश्वासन से जनता की उम्मीदें बढ़ती हैं, लेकिन बाद में वे उन वादों से मुंह मोड़ लेते हैं। लोग अब पूरी तरह से थक चुके हैं और इस समस्या का समाधान चाहते हैं। यहां के लोग चाहते है कि नगर निगम प्रशासन इस सड़क का निर्माण कराकर बुनियादी समस्याओं का समाधान कराये।

यह सड़क शहर की लाइफ लाइन : अगर सड़क और नालों का निर्माण और मरम्मत जल्द से जल्द नहीं कराया जाएगा तो इसका सीधा असर क्षेत्र के विकास पर पड़ेगा। यह सड़क पूरे शहर के लिए महत्वपूर्ण है। इस मार्ग में स्कूल से लेकर अस्पताल जाना शहर के लोगों के लिए सरल होता है। वर्तमान में स्थिति ऐसी है कि इस सड़क से लोग आना-जाना पसंद नहीं करते हैं। गरीब नगर मोहल्ले के लोग बुनियादी सुविधाओं के बिना जीवन व्यतीत कर रहे हैं।

पांच हजार लोगों के लिए पानी की सुविधा नहीं : स्टेडियम रोड के गरीब मोहल्ले में 5 हजार से अधिक लोगों को पीने के पानी की गंभीर समस्या है। नगर निगम द्वारा पानी की व्यवस्था नहीं किए जाने के कारण यहां के लोगों को रोज़ाना दूर-दराज से पानी लाना पड़ता है। जब कच्ची और खराब सड़कों पर कीचड़ और जलजमाव हो जाता है तो लोगों के लिए पानी लेकर घर वापस आना बेहद चुनौतीपूर्ण हो जाता है। शबाना खातून ने बताया कि महिलाएं पानी लाने का काम करती हैं। इस कारण खराब सड़क पर फिसलकर दर्जनों महिलाएं दुर्घटना की शिकार हो चुकी हैं।

स्मार्ट सिटी की कल्पना भी नहीं करते : स्थानीय लोगों का कहना है कि आज स्मार्ट सिटी की परिकल्पना करते हैं, लेकिन यहां के लोग बुनियादी सुविधाओं से भी वंचित हैं। अच्छी सड़क, निर्बाध बिजली, स्वच्छ जल और जलजमाव से निजात, बस इतनी सी मांग है। वो भी पूरी नहीं होती। नगर निगम प्रशासन से मांग करते हैं कि बरसात से पूर्व इस सड़क की मरम्मत और आधे-अधूरे नाले का निर्माण कराएं। इससे लोगों को सहूलियत होगी।

 

हर दिन दो घंटे से अधिक समय तक लगता है जाम

इस सड़क पर दिनभर में करीब 20 हजार लोग आवागमन करते हैं। बड़े-छोटे सभी प्रकार के वाहन इस होकर आते-जाते हैं। इस मोहल्ले के रमेश झा, राजीव रंजन, दिनेश मिश्र, शंकर पासवान व अन्य ने बताया कि सड़क अत्यधिक जर्जर होने के कारण हर दिन यहां औसतन दो घंटे और इससे अधिक समय तक जाम लगा रहता है। इससे घर जाने वाले स्कूली छात्र, मरीज, महिला और बजुर्गों को आने-जाने में काफी परेशानी होती है। लोगों ने बताया कि इस इलाके में अधिकारियों का आना-जाना हर दिन लगा रहता है लेकिन इस सड़क का निर्माण बीते दस सालों से अधिक समय से अटका पड़ा हुआ है।

इलाके के मो.बसीर व अन्य ने बताया कि मधुबनी को स्वच्छ बनाने को लेकर स्वच्छता सर्वेक्षण हर साल चलता है, लेकिन अभी भी इस इलाके में सर्वेक्षण का काम नहीं किया जाता है। इस कारण यह इलाका शहर के सबसे गंदगी भरे इलाके में शुमार है। रेशमा खातून ने बताया कि महराजगंज से स्टेडियम रोड होते हुए भौआड़ा जाने वाली इस सड़क पर शाम ढलते ही लोगों का आवागमन कम होने लगता है क्योंकि जर्जर सड़क व अंधेरे में कभी भी कोई हादसा हो सकता है। इस रास्ते से लोग आन-जानेे से बचते हैं।

निर्माण के लिए भेजी गई राशि कागजों तक सिमटी: विधायक

मधुबनी विधायक समीर महासेठ ने जर्जर सड़क और नाले के निर्माण को लेकर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि दो विभागों के बीच चल रही लड़ाई के कारण मधुबनी की जनता परेशान हो रही है। लोग दिन-रात समस्या से जूझ रहे हैं, लेकिन अधिकारी और नेताओं के टेबल पर कागज चक्कर लगा रहे हैं। विधायक ने उदाहरण देते हुए बताया कि सिंघानिया चौक से स्टेडियम रोड होते हुए सूडी स्कूल तक पीसीसी सड़क के निर्माण के लिए 17 करोड़ रुपये का आवंटन भेजा गया था, लेकिन यह राशि अभी तक सिर्फ कागजों में ही अटका हुआ है।

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