कवि गोष्ठी में कवि ने रचना से फगुनाहट का एहसास कराया
कवि गोष्ठी में कवि ने रचना से फगुनाहट का एहसास कराया
लखीसराय, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। शहर के पुरानी बाजार प्रभात चौक स्थित एक होटल के सभागार में रविवार को जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन के उपाध्यक्ष वरिष्ठ कवि रामबालक सिंह के अध्यक्षता में मासिक कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिला सचिव देवेंद्र सिंह आजाद के मंच संचालन में कार्यक्रम के दौरान सम्मेलन में शामिल सभी कवि की रचना में फगुनाहट का व्यापक असर देखा गया। लगभग सभी कवि ने अपनी रचना के माध्यम से एक दूसरे को फगुनाहट का एहसास कराया। इस दौरान जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन के प्रचार-प्रसार एवं नवीकरण पर भी विचार विमर्श किया गया। इसके उपरांत कवि ने फागुन के तर्ज पर तैयार अपनी रचना की प्रस्तुति को सार्वजनिक किया। देवेंद्र सिंह आजाद ने नेह लगाकर हमने जाना जिंदगी क्या चीज है। बलजीत कुमार ने खराब समय में सबसे पहले अपना परिवार है। सिद्धेश्वर प्रसाद सिंह ने खुद पर हो विश्वास कर्म पर हो आस्था। रामबालक सिंह ने फागुन है मस्त महीना सखी री। सुमन्त पांडे ने कविता हवा फागुनी। राजकुमार ने खेलन को आए होली। मुंद्रिका सिंह ने करो मां बाला त्रिपुर सुंदरी। शिवदानी सिंह बच्चन ने अंध आस्था में डुबकी लगावे की मुक्त कंठ से सराहना किया। राजकुमार एवं भोला पंडित की भी रचना को सराहा गया।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।