मानव का परम लक्ष्य ईवर की प्राप्ति करना : अमृता
मानव का परम लक्ष्य ईवर की प्राप्ति करना : अमृता

चानन, निज संवाददाता। दिव्य ज्योति जागृति संस्थान द्वारा मननपुर बाजार में पांच दिवसीय श्री राम चरितमानस एवं गीता ज्ञान यज्ञ शनिवार से शुरू हुआ। संस्थान के संस्थापक सर्वश्री आशुतोष जी महाराज के शिष्य स्वामी संसदानंद ने मानव जीवन का महत्व, मानव जीवन का लक्ष्य और लक्ष्य को प्राप्त करने में एक पूर्ण गुरू की जरूरत होती है। मानव जीवन बड़ा दुर्लभ है और साथ में क्षणभंगुर भी, ईश्वर की कृपा से इस महान जीवन को प्राप्त किया जा सकता है। वहीं कथा वाचिका अमृता भारती ने कहा कि ईवर से प्रेम करने पर कभी इंसान दुखी नहीं रहता है। हमारे शास्त्रों में बताया गया कि ईश्वर ही मानव जीवन का एक मात्र परम लक्ष्य है, इस तन के रहते ईवर की प्राप्ति करने के लिए हमेशा पूर्ण संमर्पण की जरूरत है। एक पूर्ण गुरू के बिना दिव्य समाज की कल्पना करना बेकार है। मानव जीवन की सार्थकता इस संसार के परम सत्य ईवर से प्राप्त करना है। प्रवचन शुरू होने के पूर्व कार्यक्रम का उदघाटन पूर्व मुखिया परशुराम यादव, सुदामा यादव, बच्चु यादव एवं पूर्व सरपंच नंद किशोर यादव द्वारा किया गया।
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