सरकार द्वारा भूमि अधिग्रहण आदेश के विरुद्ध किसान हुए आक्रोशित
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खगड़िया। एक प्रतिनिधि जिले के पसराहा थाना के पैकांत पंचायत के दर्जनों किसानों ने सरकार द्वारा टोपोलेंड, गैर मजरुआ खास, बकास्त व अन्य रैयती जमीन को सरकार द्वारा अधिग्रहण करने के विरोध में दर्जनों किसानों ने शनिवार को किसान संघर्ष मोर्चा पैकान्त के बैनर तले गांव में ही एक दिवसीय धरना पर बैठ गए। आक्रोशित किसान नेता सह पंचायत के पूर्व मुखिया सिकंदर शर्मा ने बताया कि क्षेत्र के सैकड़ो किसान अपनी जमीन पर एक सौ वर्षों से अधिक समय से खेती किसानी करते आ रहे हैं। हमारे पूर्वजों के द्वारा ही इस जमीन को अर्जित कर इस पर पर खेती करते आ रहे हैं। हाल ही में सरकार के द्वारा इस जमीन को गैर मजरुआ खास जमीन को घोषित हम लोगों से जमीन छीनने जा रही है। जो हम किसानों के साथ अन्याय जमीन हमारे परिवार के न सिर्फ रोजी-रोटी का सहारा है, बल्कि हमारे बुढ़ापे की उम्मीद भी है। हालांकि बताया जा रहा है कि सरकार के द्वारा इस जमीन को अधिग्रहण कर बड़ा उद्योग लगाने की बात कही जा रही है। किसानों को नोटिस देकर खाली करने की बात कही जा रही है। पूर्व मुखिया सिकंदर शर्मा, सरपंच शंकर दास , देवव्रत झा ,विवेक शर्मा, श्रीकांत मिस्त्री, रामकृपाल शर्मा, रोशन कुमार, सुरेश यादव, महेंद्र सिंह, अशोक कुमार शर्मा, ज्ञानेश्वर शर्मा, विंदेश्वरी शर्मा आदि किसानों ने आवेदन देकर विधानसभा के उपाध्यक्ष नरेन्द्र नारायण से न्याय की गुहार की है। उन्होंने बताया कि हमलोग सभी किसान के पास कवाला जमीन, बंदोबस्ती खास जमीन, रैयती व टोपोलैंड वाली जमीन है। अंचलाधिकारी गोगरी के द्वारा 2017 से ही खाता 140 का खसरा 2,37,190 आदि की जमीन रसीद काटने व खरीद-बिक्री पर रोक लगा दी गयी है। किसानों की जमीन छिनने से इनके परिवार के सामने आजीविका की समस्या तो आएगी ही। उनके बच्चे भुखमरी के कगार पर पहुंच जाएंगे। आक्रोशित किसानों ने सरकार से गुहार लगाई कि उनकी जमीन को उसके पास रहने दिया जाय। अन्यथा की स्थिति में यहां के किसान भी आत्महत्या के लिए विवश होंगे। इस अवसर पर पूर्व मुखिया सिकंदर शर्मा, विंदेश्वरी कुमार, अच्छेलाल कुमार, जगबहादुर शर्मा, ज्ञानेश्वर शर्मा, रत्नेश शर्मा, दिनेश शर्मा, त्रिवेणी शर्मा, महेश शर्मा, पिंकू शर्मा, ब्रजेश राणा, रोहित शर्मा, सुबोध शर्मा, विपीन शर्मा, सहित सैकड़ों किसान मौजूद थे।
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