भगवान का प्रेम प्राप्त भक्त सच्चे भाग्यशाली: देवांश जी महाराज
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भगवान का प्रेम प्राप्त भक्त सच्चे भाग्यशाली: देवांश जी महाराज ोज चार की लीड:
भगवान का प्रेम प्राप्त भक्त सच्चे भाग्यशाली: देवांश जी महाराज
महाशिवरात्रि के अवसर पर आयोजित किया गया शिवपुराण कथा
आगामी 26 फरवरी को लोकप्रिय गायिका देवी एवं स्वीटी अरमान की होगी प्रस्तुति
परबत्ता, एक प्रतिनिधि
भगवान का प्रेम प्राप्त भक्त ही सच्चे भाग्यशाली हैं। यह बातें सोमवार को देवांश जी महाराज ने प्रखंड के सियादतपुर अगुआनी पंचायत के मां भगवती मंदिर डुमरिया बुजुर्ग के प्रांगण प्रवचन के दूसरे दिन सोमवार को कही। महाशिवरात्रि के अवसर पर आयोजित शिवपुराण कथा के दूसरे दिन बनारस से पहुंचे श्री देवांश ने कहा कि जिसे भगवान का प्रेम प्राप्त होता है। वही सच्चा भाग्यशाली होता है। जो भगवान के विषय में जानने की जिज्ञासा रखता है,वह भी धन्य है। उन्होंने कलयुग की महत्ता को समझाते हुए बताया कि इस युग में अनेक संतों और महात्माओं ने गहन चिंतन किया है। उनका मत है कि जो भक्ति को अपनाता है, वह कलयुग के दुष्प्रभावों से बच जाता है। महाराज श्री ने आगे कहा कि मनुष्य जीवन में तीन प्रकार के ताप आधिभौतिक, आधिदैविक और आध्यात्मिक परेशान करते हैं, लेकिन जो व्यक्ति भगवान शिव की भक्ति में लीन रहता है, उसे इन तीनों तापों से मुक्ति मिलती है। कथा स्थल पर भजन-कीर्तन और शिव आराधना का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है। आयोजनकर्ता सतीश कुमार मिश्र, संयोजक नवनीत कुमार ने बताया कि 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के अवसर पर शिव बारात आकर्षण झांकी में झारखंड की प्रसिद्ध तासा पार्टी एवं कोलकाता के कलाकारों की झांकी प्रस्तुति होगी। रात्रि में सांस्कृतिक संध्या एवं भव्य जागरण जाने माने लोकप्रिय गायिका देवी एवं स्वीटी अरमान की प्रस्तुत होगी।
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कैप्शन: परबत्ता के डुमरिया बुजुर्ग में आयोजित प्रवचन के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़।
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मनोयोगपूर्वक भगवत भजन से लक्ष्य की प्राप्ति संभव : नरेशानंद जी महाराज
बुद्धनगर भरतखंड में संतमत सत्संग का अधिवेशन ़आयोजित
जैसे जैसे मन साफ होगा वैसे-वैसे प्रभु की पड़ेी परछाई
परबत्ता, एक प्रतिनिधि
मनोयोग पूर्वक भजन सें लक्ष्य की प्राप्ति संभव है। यह बातें सोमवार क़ो बुद्धनगर भरतखंड में संतमत सत्संग का अधिवेशन क़ो संबोधित करते हुए कुप्पाघाट सें पधारे नरेशानंद जी महाराज ने सोमवार को कही। मौक़े पर महर्षि मेही आश्रम कुप्पाघाट भागलपुर से आए संत नरेशानंद बाबा ने कहा कि जिसको लक्ष्य प्राप्त करना है उसको तो मनोयोगपूर्वक भजन करना होगा। वही हरिद्वार से आए संत मुक्तानंद बाबा ने कहा कि जिस तरह सरोवर जल में स्नान करने के लिए उसमें जो काई होती है उसे हटाकर तब डुबकी लगाते हैं। उसी तरह मन के मैल क़ो हटाना होगा। सुधीर बाबा और नंदकिशोर बाबा ने कहा कि जैसे जैसे मन साफ होगा वैसे-वैसे प्रभु की परछाई पड़ेगी। नाथू बाबा और संजय बाबा ने कहा कि अपने हृदय से जबतक वैर भाव को दूर नहीं किया जाएगा तब तक मानस जाप और ध्यान नहीं होगा। शिक्षक सिद्धार्थ कुमार और जयप्रकाश महतो ने बताया कि भगवान शंकर भी सत्संग करते थे। जहां सत्संग होता है उस भूमि को सभी देवी9देवता एवं भगवान भी नमन करते हैं। देवसुंदर बाबा और विवेकानंद बाबा ने कहा कि यदि संतों के ज्ञान को आचरण में नहीं लाकर एक कान से सुनकर दूसरे कान से सुनकर दूसरे कान से निकाल देंगे तो कोई लाभ नहीं होगा। सत्संग में शिक्षक सिद्धार्थ कुमार, जयप्रकाश महतो, मुन्ना शर्मा, विवेकानंद बाबा, नित्यानंद यादव, मनोज कुमार मनु, नंदन मंडल, भगवान मुनि, भोला मंडल, उत्कर्ष कुमार, डॉ विपीन, बबलू मंडल, रामप्रकाश साह, उमाशंकर महतो, चंदर मुनि कृष्णदेव मालाकार, डब्लू , जीतन मंडल, गोपाल मुनि आदि सहयोग में लगे थे।
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कैप्शन: परबत्ता प्रखंड के बुद्धनगर भरतखंड में कार्यक्रम में भाग लेते श्रद्धालु।
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श्रद्धा और भक्ति के साथ मां काली के खंडित प्रतिमा का किया गया विसर्जन
चौथम। एक प्रतिनिधि
चौथम प्रखंड अंतर्गत भूतौली मालपा स्थित माता काली मंदिर में स्थापित काली मां के खंडित प्रतिमा का सोमवार को श्रद्धा और भक्ति के साथ बागमती नदी के विसर्जन कर दिया गया। चौथम थानाध्यक्ष राजीव कुमार मंडल की उपस्थिति में राष्ट्रीय संत श्री कृष्ण बिहारी दास जी महाराज द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण और पूजा अर्चना के साथ खंडित काली माता के प्रतिमा का नम आंखों से विदाई दी गई। महिलाओं ने विदाई गीत गाई। इधर स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉक्टर दीपक कुमार ने बताया कि गांव में सार्वजनिक काली माता की मंदिर में पूर्व में प्रतिमा लगाई गई थी। जो खंडित हो गई थी। जिसके बाद राष्ट्रीय संत की उपस्थिति में श्रद्धा और भक्ति के साथ खंडित माता के प्रतिमा का विसर्जन सोमवार को मालपा घाट स्थित बागमती नदी में विसर्जन कर दिया गया। इस दौरान पैक्स अध्यक्ष मिथलेश प्रसाद, उप मुखिया विनय कुमार, राम रिझन कुमार, मनोरंजन प्रसाद सहित सैकड़ों की संख्या में स्थानीय लोग मौजूद थे।
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कैप्शन: चौथम: सोमवार को मां काली की प्रतिमा विसर्जन के लिए ले जाते लोग।
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